चित्तौड़गढ़. जिले में कोरोना का संक्रमण किस गति से बढ़ रहा है, इसका अंदाजा कलेक्टर ताराचंद मीणा की ओर से प्रतिदिन ली जाने वाली बैठकों से लगाया जा सकता है. प्रतिदिन प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ दो से तीन समीक्षात्मक बैठक की जा रही है. इसके पीछे मूल मकसद कोरोना की चेन को ब्रेक करना है.
कलेक्टर ताराचंद मीणा ने बुधवार सुबह समिति कक्ष में चिकित्सा विभाग की अधिकारियों की बैठक बुलाकर संक्रमण की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे कामकाज की समीक्षा की. जिला कलेक्टर ने कहा कि जिस प्रकार से कोरोना का संक्रमण दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, उसे देखते हुए इसे वार की तरह लेना चाहिए. इसके लिए सबसे जरूरी आपसी तालमेल है और इसके जरिए ही चीन को तोड़ा जा सकता है. घर-घर सर्वे के साथ संदिग्ध मरीजों को चिन्हित कर उनके सैंपल कलेक्ट किया जाए.
उन्होंने वार्ड वार गठित समितियों की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि इन का पुनर्गठन कर और अधिक सक्रिय किया जा सकता है. उन्होंने पूछा कि समिति में और कौन-कौन सदस्य हैं, इस पर बताया गया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता क्षेत्र की जानकारी होती है. ऐसे में उनकी मदद कारगर साबित हो सकती है. जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज्ञान मल खटीक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामकेश गुर्जर आरसीएचओ डॉक्टर हरीश उपाध्याय सहित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के तमाम अधिकारी मौजूद थे.
चित्तौड़गढ़ के बाड़े में लगी आग
![बाड़े में लगी आग, Fire in the fence](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/rj-ctr-02-aag-image-rj10040_21042021114058_2104f_1618985458_118.jpg)
चित्तौड़गढ़ में जैसे-जैसे तापमान बढ़ रहा है, वैसे-वैसे आग की घटनाएं भी लगातार बढ़ती जा रही है. जिले में प्रतिदिन दो से तीन आग की घटनाएं सामने आ रही है. जहां बुधवार सुबह बेगू इलाके के पारसोली क्षेत्र के फतेहपुरा गांव में ओंकार और नारायण के बाड़े से अचानक धुएं के गुबार उठने लगे और देखते ही देखते आग विकराल रूप धारण कर गई. फिलहाल नुकसान का आकलन नहीं हो पाया है.