चित्तौड़गढ़. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की ओर से सरकारी कर्मचारियों पर रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ने की कार्रवाई की जाती रही है. कई ऐसे कर्मचारी हैं जो कि अपनी इमानदारी की मिसाल कायम करते हैं. ऐसा ही एक मामला चित्तौड़गढ़ मुख्यालय पर देखने को मिला. इसमें यातायात पुलिसकर्मी पवन दहिया ने शहरी क्षेत्र में ड्यूटी करते समय सड़क पर मिले पर्स को उसके मालिक तक पहुंचाया.
इस पर्स में करीब एक लाख रुपए के स्वर्ण आभूषण और रुपए रखे हुए थे. पुलिसकर्मी ने छानबीन करके पर्स को उसके मालिक तक पहुंचाने में मदद करते हुए ईमानदारी का परिचय दिया है. जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ के शहरी क्षेत्र में यातायात पुलिसकर्मी हेड कांस्टेबल पवन दहिया अपनी ड्यूटी कर रहे थे. ऐसे में सड़क पर उन्हें एक पर्स पड़ा हुआ दिखाई दिया. जब उसने पर्स खोल कर देखा तो उसके अंदर एक सोने की चेन, सोने के कान के टप्स और नगदी थी. जब उन्होंने इसके बारे में जानकारी प्राप्त की तो यह पर्स सिंधी कॉलोनी निवासी वृद्धा देवीबाई परियाणी का था.
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इस पर पुलिसकर्मी ने सिंधी समाज के लोगों से इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर महिला के घर पहुंच कर यहां पर उन्होंने सिंधी समाज के पदाधिकारियों के सामने पर्स सकुशल लौटा दिया. वहीं, जानकारी में सामने आया है कि उस पर्स में लगभग 13 ग्राम वजनी सोने की चेन, 6 ग्राम वजनी हीरे जड़े कान के टप्स के साथ करीब 3500 की नगदी थी. इनके आंकलन करने के बाद पता चला कि पर्स में करीब एक लाख से ऊपर के सोने के आभूषण और नगदी थी. इस अवसर पर सिंधी समाज के लोगों ने यातायात पुलिस कर्मी पवन दहिया का आभार जताया है.
इस दौरान वृद्धा ने बताया कि वह सब्जी मंडी के यहां गई थी और मिर्च वाले को पैसे दिए, तभी पर्स गिर गया था. वहां दो-तीन चक्कर लगाए लेकिन पर्स का पता नहीं चल पाया. वहीं, हेड कांस्टेबल पवन दहिया ने बताया कि वह जाब्ते को चेक करने गया तभी यह पर्स मंडी के पास मिला था. पता किया तो सामने आया कि यह पर्स एक वृद्धा का है जो प्रतापनगर में रहती है. इस ओर इसका पता लगाया और पर्स सौंप दिया.