चित्तौड़गढ़. कोरोना में पुलिस की जिम्मेदारियां काफी बढ़ गई. पुलिस कोरोना गाइडलाइन की पालना सख्ती से करवा रही है. नाकाबंदी के जरिये लोगों बेवजह घूमने वालों पर शिकंजा कसा जा रहा है. इसके बावजूद नशे के सौदागर अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. इनमें से कई बड़े सौदागर लॉकडाउन की आड़ में पुलिस को धोखा नहीं दे पाए और पुलिस के हत्थे चढ़ गए.
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2020 में चित्तौड़गढ़ पुलिस ने बड़े पैमाने पर कार्रवाई करते हुए मादक पदार्थों की बरामदगी का रिकॉर्ड बनाया. किसी ने गेहूं तो किसी ने सोयाबीन और किसी ने घास-फूस की आड़ में मादक पदार्थों की तस्करी की. पुलिस विभाग के आंकड़े बताते हैं कि पिछले एक साल के दौरान सबसे अधिक अफीम और अफीम के उत्पादों संबंधी तस्करी के मामले सामने आए. 25 मई तक के आंकड़े बताते हैं कि पुलिस ने कुल 91 लोगों को गिरफ्तार करते हुए 96 किलो अफीम जब्त की है. वही लगभग 9000 किलो डोडा चूरा पकड़ा गया.
प्रतिबंधित दवा कोडीन के साथ-साथ गांजा भी बरामद किया गया है. वहीं कार्रवाइयों में करीब 1100000 रुपये कैश भी जब्त किया गया. तस्करों से 48 वाहन भी जब्त किए गए हैं. शराब माफिया के खिलाफ भी 141 प्रकरण दर्ज करते हुए 167 को गिरफ्तार किया गया है.
कोटा में खातोली पुलिस ने अवैध बजरी खनन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने 4 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को जब्त किया है और 4 लोगों को गिरफ्तार किया है.