चित्तौड़गढ़. जिले के बिजयपुर थाना इलाके में चार दिन पहले युवक की हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस के मुताबिक मृतक की नाबालिग पत्नी ने ही पति की हत्या की थी. वारदात के खुलासे के बाद पुलिस ने नाबालिग पत्नी को निरुद्ध कर दिया है. पुलिस जांच में पति के सीधे स्वभाव के होने और पत्नी को पसंद नहीं आने के कारण हत्या करने की बात सामने आई है. पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है.
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पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि 20 जनवरी की रात विजयपुर थाना के मायरा गांव के पास सड़क के किनारे सुनसान जगह पर रतन (पुत्र-घीसा भील) का शव पड़ा मिला था. इसके शरीर पर कई जगह चोटों के निशान थे. पुलिस ने अज्ञात के विरूद्ध हत्या का प्रकरण दर्ज किया. वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए बिजयपुर थानाधिकारी दीपक कुमार एवं थानाधिकारी बस्सी सुरेश बिश्नोई के साथ पुलिस टीम गठित की गई.
पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव के मुताबिक पुलिस टीम ने जांच किया गया तो पता चला की मृतक रतन लाल काफी भोला एवं सीधे स्वभाव का था. मृतक रतनलाल की पत्नी इसको पसंद नहीं करती थी और उसके पास नहीं रहना चाहती थी. साथ ही जांच में ये भी सामने आया कि पहले एक बार वो घर छोड़कर भाग गई थी, लेकिन पर माता-पिता ने उसे फिर ससुराल भेज दिया. इस पर उसने पति से छुटकारा पाने के लिए हत्या करने की योजना बनाई.
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पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने कहा कि योजना के तहत आरोपी पत्नी वारदात की रात करीब 11 बजे पति को रतनलाल को अपने घर से बाहर किसी से पैसे दिलाने के बहाने से सूनसान जगह ले गई. यहां मृतक की पत्नी ने उसे 50 हजार रुपये किसी से दिलवाने के बहाने से उसके हाथ-पैर बांध दिए. इसके बाद पति रतनलाल के सिर पर पत्थर और लोहे के औजार (बिंजणी) से वार कर के हत्या कर दी. हत्या के बाद वापस अपने घर पर आकर सो गई. इस मामले में पुलिस ने मृतक रतनलाल की नाबालिग पत्नी को निरूद्ध किया गया है. उसे जेजे कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा.