चित्तौड़गढ़. सांसद सीपी जोशी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से शिष्टाचार भेंट की. ऐसे में सांसद जोशी ने मेवाड़ के स्वाभिमान के प्रतीक के रूप में महाराणा प्रताप की प्रतिमा और मेवाड़ के प्रसिद्ध श्री सांवलियाजी मंदिर के प्रसाद को भेंटकर यहां के गौरवशाली इतिहास और संसदीय क्षेत्र चित्तौड़गढ़ के संबंध में जानकारी दी. साथ ही देश के सबसे पुराने शिक्षण संस्थानों में से एक उदयपुर के विद्या प्राचारिणी सभा की स्थापना के 100 साल पूरे होने पर 2 जनवरी 2022 से आयोजित होने वाले शताब्दी समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पधारने का निमंत्रण दिया.
सांसद जोशी ने बताया, उदयपुर का विद्या प्राचारिणी सभा, जिसकी स्थापना 2 जनवरी साल 1923 में मेवाड़ आधिपति भगवान एकलिंगनाथ के आशीर्वाद से महाराणा भूपाल सिंह मेवाड़ ने करवाया था. तब से अब तक इस सस्थान ने लगातार शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास कार्य किया. साथ ही साथ मेवाड़ का नाम शिक्षा के क्षेत्र में देश ही नहीं, बल्कि विदेशों तक विख्यात किया.
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साल 2016 में भूपाल नोबल्स संस्थान के विश्वविद्यालय को भी मान्यता मिली और मेवाड़ क्षेत्र में अनेक महाविद्यालयों के द्वारा शिक्षा का कार्य कर रहे हैं. सांसद जोशी ने महामहिम राष्ट्रपति को मेवाड़ क्षेत्र की धरा पर उदयपुर में पधारने के साथ विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक चित्तौड़गढ़ दूर्ग तथा श्री सांवलियाजी दर्शन के लिए भी आमंत्रित किया.