चित्तौड़गढ़. कोरोना महामारी को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों तथा पंचायतीराज संस्थाओं के जनप्रतिनिधियों के साथ मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संवाद किया. इसमें चित्तौड़गढ़ से सांसद सीपी जोशी विधायक चंद्रभान सिंह आक्या आदि ने भी सहभागिता निभाई. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि पक्ष-विपक्ष और समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर ही यह जंग बेहतर तरीके से लड़ी जा सकती है. सभी लोग यह संकल्प लें कि वे लॉकडाउन को सफल बनाएंगे.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते कोरोना संक्रमण के विषय पर मंत्रिपरिषद के सदस्यों, विधायकगण, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं, जिला प्रमुख से लेकर वार्ड पंच स्तर तक के पंचायती राज जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद कर रहे थे. इस दौरान वीसी कक्ष में कलेक्टर श्री ताराचंद मीणा एवं जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार संक्रमितों के इलाज का बेहतर प्रबंधन कर सकती है, उन्हें अच्छी से अच्छी चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करा सकती है. लेकिन अगर संक्रमण बढ़ता रहा तो ये सुविधाएं भी कम पड़ सकती हैं. ऎसे में नागरिक भी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए संक्रमण से बचाव के लिए आत्मसंयम बरतें और दो गज दूरी रखने, मास्क पहनने तथा बेवजह घर से बाहर नहीं निकलने के कोविड प्रोटोकॉल की पालना करें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में घातक वायरस शहरों के साथ-साथ गांव-ढाणी तक फैल रहा है. बड़ी संख्या में युवाओं, बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं तक को चपेट में ले रहा है तथा इससे होने वाली मौतों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि पूरे देश और प्रदेश में बेहद चिंताजनक एवं व्यथित करने वाले हालात हैं, जिन्हें पूरी गंभीरता और जिम्मेदारी के साथ कोविड अनुशासन की पालना करके ही सुधारा जा सकता है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में कोविड सहित विभिन्न गंभीर बीमारियों के इलाज को कवर किया गया है, इसलिए सभी जनप्रतिनिधियों से अनुरोध है कि वे इस योजना की जानकारी अधिकाधिक लोगों को दें और सभी परिवारों का ई-मित्र आदि के माध्यम से समय पर नि:शुल्क पंजीयन करवाएं.
गहलोत ने कहा कि वायरस से संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावी हथियार के तौर पर प्रदेश में लॉकडाउन के तहत आवागमन पर प्रतिबंध लागू किए गए हैं. इन नियमों की पालना करवाने के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में बीमार लोगों की जांच करवाने, संदिग्ध व्यक्तियों को होम आइसोलेशन अथवा संस्थागत क्वारेंटीन केन्द्रों में रखने और संक्रमितों को उपचार की सुविधा तथा जरूरतमंदों को भोजन आदि उपलब्ध करवाने में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की अहम भूमिका है. उन्होंने अपील की कि प्रदेशवासियों को संकट के दौर से बाहर निकालने में सभी लोग एक-दूसरे की मदद करें. जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को गाइडलाइन की पालना करवाने के साथ इस महामारी से मुकाबले के लिए हर संभव सहयोग देने का भरोसा दिलाया.
हॉस्पिटल और कोविड केयर सेंटर के दिए वाटर डिस्पेंसर
जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा की उपस्थिति में कोरोना मरीजों के लिए 2 वाटर डिस्पेंसर भेंट किए गए. इससे मरीजों के साथ साथ आम लोगों को भी राहत मिलेगी. आत्मबोध योग संस्थान के मीडिया प्रभारी विजय जागेटिया ने बताया कि आत्मबोध योग संस्थान चित्तौड़गढ़ को चंदा देवी कलन्त्री एवं मोहनलाल कलंत्री की स्मृति में अशोक कुमार, सुनील कुमार, पीयूष व आयुष कलंत्री द्वारा 2 वाटर डिस्पेंसर जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद ज्ञानमल खटीक, अतिरिक्त जिला कलेक्टर भूमि अवाप्ति अंबालाल मीणा के माध्यम से भेंट किये गए.