कपासन (चित्तौड़गढ़). मेवाड़ के प्रख्यात कृष्णधाम श्री सांवलिया सेठ जी मंदिर परिसर में विधि-विधान के साथ गोवर्धन पूजा की गई. वहीं सांवलिया जी की गौशाला से नंदी को सजा-धजा कर पूजा में लाया गया. दूसरी ओर गोवर्धन पूजन देखने के लिए मंदिर परिसर में अधिक संख्या में श्रद्धालु जुटे रहे.
इस दौरान गोवर्धन पूजन का वृहद स्तर पर आयोजन किया, जिसकी तैयारी के लिए सोमवार सुबह गुर्जर समाज की महिलाएं मंदिर पहुंची. यहां उन्होंने गोबर से विशाल गोवर्धन का प्रतिरूप तैयार किया. उसके बाद शाम को मंदिर मंडल के प्रशासनिक अधिकारियों और पदाधिकारियों ने गोवर्धन पूजा की.
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इस दौरान श्री सांवलिया जी की गौशाला से बैलों को नहला कर उन पर आकृषक रंगों से छापे लगाई गई और सिंगो को रंग किया गया. साथ ही बैलों के पैरों में घुंघरू बांधकर पूजा स्थल पर लाया गया, जिनका मंत्रोचार द्वारा पूजन कर निवाला खिलाया. इस दौरान अतिरिक्त कलेक्टर प्रशासन मुकेश कलाल, श्री सांवलिया जी मंदिर मंडल अध्यक्ष कन्हैया दास, वैष्णव मंदिर बोर्ड के सदस्य सहित कई अधिकारी मौजूद रहे.