चित्तौड़गढ़. "जब खुद पर दुःख पड़ता है, तब ही दर्द का एहसास होता है. हम अच्छे से प्रयास करें तो लोगों को बचा सकते हैं." ये मार्मिक अपील जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान जिलेभर से उपस्थित रहे अधिकारियों के सामने की. जिला कलेक्टर ने कहा कि उन्होंने कभी अपने जीवन में ऐसी त्रासदी नहीं देखी. सिर्फ आदेश निकालने से काम नहीं चलेगा, ग्राउंड पर उसका क्रियान्वन भी सुनिश्चित करना पड़ेगा और हमारी ग्राउंड मशीनरी को प्रभावी ढंग से कार्य करना पड़ेगा. जिला कलेक्टर गुरुवार को वीसी कक्ष में जिलेभर के अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संवाद कर रहे थे.
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जिला कलेक्टर ने वीसी में पहले सभी उपखंड अधिकारियों, तहसीलदार, पुलिस उपाधीक्षक, बीसीएमओ सहित अन्य अधिकारियों से कोरोना रोकथाम को लेकर रिपोर्ट ली. उपखंड अधिकारियों ने भी अपने-अपने क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया और आवश्यक सुझाव दिए. कुछ उपखंड अधिकारियों ने लोगों में जागरूकता की कमी की समस्या से अवगत कराया तो किसी ने कोरोना रोकथाम के लिए जारी प्रयासों की जानकारी दी.
वीसी में जिला कलेक्टर ने एक-एक बिंदु पर बारीकी से चर्चा कर निर्देश दिए कि शादी समारोह का भौतिक सत्यापन करें, यह केवल पेपर औपचारिकता न बन कर रह जाए. इसके लिए ग्राउंड मशीनरी को एक्टिवेट करें, तब ही कोरोना को रोक पाएंगे. कलेक्टर ने निर्देश दिए उपखंड अधिकारी और पुलिस उपाधीक्षक प्रतिदिन अपने क्षेत्र में राउंड करें. कलेक्टर ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री निरंतर कोरोना रोकथाम को लेकर कार्य कर रहे हैं और पूरी सरकार इसके लिए चिंतित है. लोगों की जान बचाना ही सरकार की प्राथमिकता है.
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जिला कलेक्टर ने जानकारी दी कि आरटीपीसीआर लैब में दो नई मशीनें आ जाने से अब महज दो-तीन दिन में ही रिपोर्ट आने लगी है. उन्होंने कहा कि अधिकारी गांव-गांव बन रहे कोविड केयर सेंटर में इतनी अच्छी व्यवस्था करें और ऐसा माहौल तैयार करें कि लोग घरों से ज्यादा वहां आना पसंद करें, क्योंकि संक्रमित व्यक्ति घर में रह कर परिजनों को भी संक्रमित करेगा.
एडिशनल एसपी हिम्मत सिंह ने वीसी में मौजूद पुलिस अधिकारियों से पहले कोरोना रोकथाम को लेकर की जा रही कार्रवाई को लेकर फीडबेक लिया. उन्होंने निर्देश दिए कि पुलिस अधिकारी समझाइश करें और आवश्यक होने पर सख्ती भी करें. उन्होंने कहा कि कोरोना रोकथाम को अपनी पहली प्राथमिकता दें. उन्होंने पुलिस द्वारा निरंतर लापरवाह लोगों के खिलाफ चालान काटने की कार्रवाई को लेकर अधिकारियों की प्रशासन भी की. उन्होंने पुलिस अधिकारियों से अपील कर कहा कि कोरोना के टीके की दूसरी डोज भी आवश्यक रूप से लगवाएं, ताकि आप खुद भी सुरक्षित रह कर कार्य कर सकें.