चित्तौड़गढ़. जिला कलेक्टर केके शर्मा ने केंद्र और राज्य सरकार के अहम जल जीवन मिशन के संदर्भ में गुरुवार को संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान जिला जल एवं स्वच्छता समिति के पदाधिकारियों के साथ भी योजना के कई बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई.
जिला कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि वे मिशन को जन-चेतना के माध्यम से सफल बनाने का प्रयास करें. इसके लिए आम जन से चर्चा कर उनकी भागीदारी भी सुनिश्चित की जाए. इस दौरान जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग और सिंचाई विभाग के अधिकारी मौजूद थे.
कलेक्टर शर्मा ने जल जीवन मिशन के तहत जिले में अब तक हुई प्रगति को लेकर चर्चा की. बैठक में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता सुनीत गुप्ता ने बताया कि मिशन के अंतर्गत जिले में अब तक कई कार्यों को स्वीकृति मिल चुकी है, जिसे लेकर युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है.
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उन्होंने बताया कि अभियान के तहत हर गांव का एक्शन प्लान तैयार होगा, जिसमें उस गांव के रहने वाले लोगों की पूरी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी. कलेक्टर ने बैठक में निर्देश दिए कि ग्राम जल एवं स्वच्छता समितियों के साथ बैठक आयोजित करें और उन्हें जल जीवन मिशन को लेकर पर्याप्त जानकारी दें. साथ ही कहा कि अधिकारी जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर उनकी भी भागीदारी सुनिश्चित करें, ताकि यह अभियान सफल हो सके.
इस अभियान के तहत कलेक्टर ने विकास कार्यों के दौरान स्थानीय ग्रामजनों का स्किल डेवेलपमेंट करने के भी निर्देश दिए. कलेक्टर शर्मा ने अधिकारियों से कहा कि अब हर सप्ताह सोमवार को होने वाली साप्ताहिक बैठक में जल जीवन मिशन और डीडब्ल्यूएसएम के कार्यों की समीक्षा की जाएगी, ताकि जिले में अभियान के लक्ष्य समय से पूरे हो सकें.
क्या है जल जीवन मिशन
जल जीवन मिशन सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है जिसका प्रमुख उद्देश्य वर्ष 2024 तक सभी ग्रामीण घरों में पाइप जलापूर्ति (हर घर जल) पहुंचाना है. जल जीवन मिशन की प्राथमिकता देश भर के सभी भागों में सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना है. इस मिशन के तहत कृषि में पुन: उपयोग के लिये वर्षा जल संचयन, भू-जल पुनर्भरण और घरेलू अपशिष्ट जल के प्रबंधन हेतु स्थानीय बुनियादी ढांचे के निर्माण पर भी ध्यान दिया दिया जा रहा है.