चित्तौड़गढ़. बुधवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की अध्यक्षता में जिले के समस्त खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी व चिकित्सा अधिकारी प्रभारी सीएचसी/पीएचसी की बैठक हुई. बैठक में 17 जनवरी को आयोजित होने वाले पल्स पोलियों अभियान के आमुखीकरण व तैयारियों की समीक्षा की गई. अभियान के अंतर्गत जिले में 2 लाख 17 हजार बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है.
पोलियों का अंतिम रोगी पश्चिमि बंगाल के हावड़ा जिले में 2011 में मिला था. 2014 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को पोलियो मुक्त घोषित कर दिया था. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामकेश गुर्जर ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में सभी 0 से 5 वर्ष के बच्चों को गुणवत्तापूर्वक 2 बूंद दवा पिलाएं, कोई भी बच्चा पोलियो खुराक से वंचित न रहे और सुपरवाइजर क्षेत्र में गुणवत्तापूर्वक निरीक्षण करें.
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हरीश उपाध्याय ने बुधवार को सभी चिकित्सा अधिकारी प्रभारीयों का आमुखीकरण किया और चित्तौड़गढ़ जिले में कुल 0 से 5 वर्ष के बच्चों की कुल संख्या 216809, कुल बूथ 1511 और कुल सुपरवाइजर 181 पोलियों की खुराक पिलाने के अभियान में शामिल रहेंगे. विश्व स्वास्थ्य संगठन से डॉ. स्वाती मित्तल ने पोलियो माइक्रो प्लान पर विस्तृत रूप से जानकारी दी. सभी चिकित्सा अधिकारी और प्रभारियों को हाई रिस्क क्षेत्र में चिन्हित ईंट भटटा, कच्ची बस्ती, धुमक्कड़ जाति वाले समूह आदि को माइक्रो प्लान में सम्मिलित करने हेतु निर्देशित किया गया है.