कपासन. कस्बे में आयोजित पंचायत समिति की साधारण सभा की विशेष बैठक में विकास अधिकारी और प्रधान के बीच हुई बहस के कारण हंगामा हो गया. इस बैठक में जैव विविधता विषय पर समिति का गठन होना था.
बता दें कि राजस्थान सरकार के शासन सचिव के निर्देशानुसार विकास अधिकारी की ओर से बैठक 11 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे आहुत की गई थी. वहीं नियत समय पर वांछित कोरम के बैठक में न पहुंचने के कारण बैठक शुरू नहीं हो पाई. जिसके बाद पंचायत समिति बैठक में गणपूर्ति करने के लिए विकास अधिकारी कुमुद सोलंकी ने वरिष्ठ सदस्य नेता प्रतिपक्ष शंभूलाल भट्ट को बैठक की अध्यक्षता के लिए आमंत्रित कर लिया.
जिसके बाद शंभूलाल भट्ट की अध्यक्षता में बैठक शुरू हो गई. बैठक शुरू होते ही स्थानीय विधायक और प्रधान भैरूलाल चौधरी बैठक स्थल पर पहुंच गए. जहां प्रधान चौधरी ने बैठक की सूचना पूर्व में नहीं देने और शुक्रवार को ही फोन करने का आरोप लगाते हुए विकास अधिकारी कुमुद सोलंकी को आड़े हाथों लिया. जिसके बाद प्रधान चौधरी ने विकास अधिकारी को विकास कार्यों में रुकावट डालने और जनप्रतिनिधियों को नजरअंदाज करने जैसे मुद्दों पर स्पष्टीकरण मांगा.
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वहीं विकास अधिकारी ने कानून और नियमों का हवाला देते हुए अपने निर्णय पर अडिग रहीं. विकास अधिकारी ने अपने आप को पंचायत समिति का चौकीदार कहते हुए कहा कि वो सिर्फ कानून की बात करती हैं. जिस पर प्रधान चौधरी ने उन पर क्षेत्र में खराब रास्तों को ठीक करने की मांग को समय पर स्वीकृतियां और मस्टरोल जारी नहीं करने का भी आरोप लगाया. वहीं कपासन विधायक ने भी प्रधान को बैठक की सूचना समय पर नहीं देने से विकास अधिकारी सोलंकी को फटकार लगाई. साथ ही भविष्य में इस तरह की गलती नहीं करने की हिदायत दी.