चित्तौड़गढ़. जिले में वॉटर हॉल पद्धति से वन्यजीवों की गणना इसी माह की बुद्ध पूर्णिमा को करवाई जाएगी. कोरोना महामारी के चलते प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक, जयपुर एमएल मीना ने आदेश जारी कर वैक्सीनेटेड कर्मचारियों को ही गणना दल में शामिल करने का आदेश दिया है. इसके लिए उन्होंने सभी कर्मचारियों के वैक्सीनेशन करवाना जरूरी बताया है. इसके अलावा एनजीओ और वन्य जीव संरक्षण में रुचि रखने वाले व्यक्तियों को भी 72 घंटे पहले कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव लानी होगी. यदि किसी के पास नेगेटिव रिपोर्ट नहीं होगी तो उसे टीम में शामिल नहीं किया जाएगा.
उप वन संरक्षक वन्य जीव (डीएफओ) चित्तौड़गढ़ डॉ. टी मोहनराज ने बताया कि इसी महीने बुद्ध पूर्णिमा के दिन हर साल के जैसे इस साल भी वाटर हॉल पद्धति से वन्य जीवों की गणना की जाएगी. गणना 26 मई के सुबह 8 बजे से शुरू होकर 27 मई को सुबह 8 बजे तक होगी. इस दौरान वाटर हॉल में अधिक संख्या में विभिन्न प्रजाति के वन्य जीव आए इसके लिए वहां कैमरा ट्रैप लगाया जाएगा. वन्य जीव गणना में वे ही कर्मचारी शामिल होंगे, जिनका वैक्सीनेशन हो गया हो.
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चित्तौड़गढ़ वन विभाग में सभी कर्मचारियों का वैक्सीनेशन पूरा हो गया है. साथ ही नियमों की कठोरता से पालना भी की जा रही है. डीएफओ ने बताया कि एनजीओ या वन्य जीव संरक्षण में रुचि रखने वाले व्यक्तियों को वन्य जीव संख्या आंकलन प्रक्रिया में सम्मिलित करने की स्थिति में प्रत्येक व्यक्ति से पिछले 72 घंटे में कराया गया कोविड नेगेटिव रिपोर्ट आवश्यक रूप से प्राप्त करना होगा. बिना कोविड नेगेटिव रिपोर्ट के किसी भी व्यक्ति को वन्यजीव गणना में शामिल नहीं किया जाएगा.
गौरतलब है कि चित्तौड़गढ़ जिले में उप वन संरक्षक वन्य जीव के अंतर्गत बस्सी और सीतामाता सेंचुरी आते हैं. यहां कई प्रकार के अन्य जीव हैं. वैसे तो भैंसरोड़गढ़ व रावतभाटा सेंचुरी के अलावा मुकन्दरा हिल्स का कुछ हिस्सा भी चित्तौड़गढ़ जिले में ही आता है. लेकिन इस पूरे क्षेत्र में कार्य डीएफओ कोटा के अधीन होता है.