चित्तौड़गढ़. मेवाड़ के प्रमुख कृष्ण धाम भगवान सांवरिया सेठ मंदिर के दान पात्र से निकली राशि की गणना चार चरणों में पूरी हो गई. पहली बार दानराशि 17 करोड़ रुपए के पार हो गई है. इस दौरान बड़ी मात्रा में चांदी और सोने के आभूषण भी निकले हैं. श्री सांवरिया जी मंदिर मंडल के प्रशासनिक अधिकारी नंदकिशोर टेलर के अनुसार राजभोग की आरती के बाद मंदिर मंडल अध्यक्ष भैरूलाल गुर्जर की उपस्थिति में कोषागार में रखी शेष राशि की गणना शुरू की गई. चौथे चरण में शुक्रवार देर शाम दान पात्र की राशि की गणना का काम भी पूरा हो गया.
कुल दान राशि 17 करोड़ पार : उन्होंने बताया कि अंतिम दिन 17 लाख 92,800 रुपए प्राप्त हुए, जबकि इससे पहले के तीन चरणों में 13 करोड़ 68 लाख 39,000 रुपयों की गणना की गई थी. इस प्रकार भंडार से कुल 13 करोड़ 86 लाख 31,800 रुपए निकले. वहीं, 552 ग्राम सोना और 16 किलो 670 ग्राम चांदी भी प्राप्त हुई है. बाद में कार्यालय व भेंट कक्ष में प्राप्त नकदी और ऑनलाइन राशि की गणना की गई. भेंट कक्ष और ऑनलाइन राशि तीन करोड़ 35 लाख 87 हजार रुपए प्राप्त हुई, जबकि 107 ग्राम सोना और 40 किलो 425 ग्राम चांदी भी प्राप्त हुई है. इस प्रकार भंडार, भेंट कक्ष और ऑनलाइन दान राशि 17 करोड़ 20 लाख रुपए पहुंच गई.
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उन्होंने बताया कि मंदिर की परंपरा के अनुसार इस बार दीपावली होने के कारण भंडार दो महीने बाद खुला. गत वर्ष अमावस्या पर भंडार से 12 करोड़ रुपए की दान राशि निकली थी. चौथे चरण की गणना के दौरान मंदिर मंडल सदस्य भेरूलाल सोनी, ममतेश शर्मा, संजय मंडोवरा, अशोक शर्मा, शंभू लाल सुथार और श्री लाल पाटीदार के अलावा संपदा प्रभारी कालुलाल तेली, सुरक्षा प्रभारी गुलाब सिंह , संपदा सहायक भूपेंद्र धोर्य के अलावा मंदिर मंडल के कर्मचारी और बैंकों के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे.
बता दें कि भगवान सांवरिया सेठ की महिमा मेवाड़ और मालवा के साथ-साथ देश के हर कोने तक पहुंच चुकी है. इसी का नतीजा है कि दानराशि का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है. मंदिर मंडल के इतिहास में पहली बार दान राशि 17 करोड़ के पार हुई है. इस राशि को मंदिर मंडल के विस्तार, मेंटेनेंस और श्रद्धालुओं की सुविधाओं के अलावा आसपास के 16 गांवों के विकास पर खर्च किया जाता है.