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फल पकाने के केमिकल से भागेंगे फसल को नुकसान पहुंचाने वाले पक्षी-मवेशी, जानें कैसे

फसलों की रक्षा करने के लिए किसान नाना प्रकार के जतन करते हैं. इसके बावजूद भी पक्षी, मवेशी और जानवर किसी न किसी प्रकार से फसल को नुकसान पहुंचाते हैं. इसको रोकने के लिए चित्तौड़गढ़ के एक किसान ने एक ऐसी गन बनाई है, जिससे जानवर और पक्षियों को भगाया जा सकता है.

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Published : Sep 15, 2020, 12:51 PM IST

Chittorgarh news, special guns, damaging the crop
फल पकाने के केमिकल से भागेंगे फसल को नुकसान पहुंचाने वाले पक्षी-मवेशी

चित्तौड़गढ़. जिले में फसलों की रखवाली करना किसानों के लिए बहुत भारी पड़ जाता है. फसलों की रक्षा करने के लिए किसान नाना प्रकार के जतन करते हैं. इसके बावजूद पक्षी, मवेशी और जानवर किसी न किसी प्रकार से फसल को नुकसान पहुंचा ही जाते हैं. काफी खर्च करने के बावजूद भी किसान अपने उद्देश्य में सफल नहीं हो पाते हैं. वहीं, चित्तौड़गढ़ जिले के बेगूं क्षेत्र में रहने वाले एक किसान ने जुगाड़ से एक ऐसी गन बनाई है, जो कि तेज आवाज करेगी. मात्र एक बार इसे चलाने का 10 पैसा का खर्चा होगा.

फल पकाने के केमिकल से भागेंगे फसल को नुकसान पहुंचाने वाले पक्षी-मवेशी

फल पकाने वाले कार्बाइट से चलने वाली इस गन से तेज अवाज होगी और पक्षी, मवेशी और जानवर खेतों से दूर भाग जाएंगे. बहुत ही कम खर्च में यह किसानों के लिए किफायती रहेगी. जानकारी के अनुसार जिले में किसानों को रोजड़ा से भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. ये 8 फीट ऊंची दीवार भी कूद कर खेतों को नुकसान पहुंचा जाते हैं. इससे बचाव के लिए लोगों ने कंटीले तार लगा रखे हैं, तो किसी न बिजली का करंट चार दीवारी में छोड़ रखा है, लेकिन इसमें भी काफी खतरा है. वहीं चित्तौड़गढ़ जिले के बेगूं में रहने वाले विनोद राठौड़ ने एक ऐसी गन तैयार की है, जो बहुत ही कम खर्चे में तेज आवाज करेगी.

यह गन फल पकाने के काम आने वाले कार्बाइड से चलेगी. जानकारी में सामने आया है कि करीब 4 इंच के प्लास्टिक के पाइप के आगे 2 इंच का पाइप जोड़ा गया है. वहीं इसे चलाने के लिए पीछे लाइटर फिक्स कर दिया गया है. इस पाइप में मक्की के आकार के 12 दाने डाल कर पानी डाला जाता है. इससे पाइप के अंदर गैस बन जाती है. बाद में लाइटर से गन में स्पार्क किया जाता है, तो इस गन में विस्फोट होगा. इसकी आवाज बंदूक से भी तेज सुनाई देगी.

यह भी पढ़ें- बड़ी खबरः जयपुर में 9 सट्टेबाज गिरफ्तार, 37.5 लाख नगदी समेत 7 करोड़ का हिसाब किताब भी जब्त

सबसे बड़ी बात यह है कि एक बार में आवाज करने में मात्र 10 पैसे की लागत ही आती है. वहीं इस जुगाड़ को बनाने में भी केवल 200 रुपए का खर्चा ही है. जानकारों ने बताया कि कार्बाइड ज्वलनशील पदार्थ है, जो पानी में संपर्क में आने से इसमें एसीटीलीन गैस बनती है. इस गैस को पाइप में बंद करके जलाने से आवाज होती है, लेकिन यह गैस शरीर के पास होने पर आंखों में जलन की संभावना है. ऐसे में इसे चलाने में सावधानी रखने की जरूरत है.

चित्तौड़गढ़. जिले में फसलों की रखवाली करना किसानों के लिए बहुत भारी पड़ जाता है. फसलों की रक्षा करने के लिए किसान नाना प्रकार के जतन करते हैं. इसके बावजूद पक्षी, मवेशी और जानवर किसी न किसी प्रकार से फसल को नुकसान पहुंचा ही जाते हैं. काफी खर्च करने के बावजूद भी किसान अपने उद्देश्य में सफल नहीं हो पाते हैं. वहीं, चित्तौड़गढ़ जिले के बेगूं क्षेत्र में रहने वाले एक किसान ने जुगाड़ से एक ऐसी गन बनाई है, जो कि तेज आवाज करेगी. मात्र एक बार इसे चलाने का 10 पैसा का खर्चा होगा.

फल पकाने के केमिकल से भागेंगे फसल को नुकसान पहुंचाने वाले पक्षी-मवेशी

फल पकाने वाले कार्बाइट से चलने वाली इस गन से तेज अवाज होगी और पक्षी, मवेशी और जानवर खेतों से दूर भाग जाएंगे. बहुत ही कम खर्च में यह किसानों के लिए किफायती रहेगी. जानकारी के अनुसार जिले में किसानों को रोजड़ा से भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. ये 8 फीट ऊंची दीवार भी कूद कर खेतों को नुकसान पहुंचा जाते हैं. इससे बचाव के लिए लोगों ने कंटीले तार लगा रखे हैं, तो किसी न बिजली का करंट चार दीवारी में छोड़ रखा है, लेकिन इसमें भी काफी खतरा है. वहीं चित्तौड़गढ़ जिले के बेगूं में रहने वाले विनोद राठौड़ ने एक ऐसी गन तैयार की है, जो बहुत ही कम खर्चे में तेज आवाज करेगी.

यह गन फल पकाने के काम आने वाले कार्बाइड से चलेगी. जानकारी में सामने आया है कि करीब 4 इंच के प्लास्टिक के पाइप के आगे 2 इंच का पाइप जोड़ा गया है. वहीं इसे चलाने के लिए पीछे लाइटर फिक्स कर दिया गया है. इस पाइप में मक्की के आकार के 12 दाने डाल कर पानी डाला जाता है. इससे पाइप के अंदर गैस बन जाती है. बाद में लाइटर से गन में स्पार्क किया जाता है, तो इस गन में विस्फोट होगा. इसकी आवाज बंदूक से भी तेज सुनाई देगी.

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सबसे बड़ी बात यह है कि एक बार में आवाज करने में मात्र 10 पैसे की लागत ही आती है. वहीं इस जुगाड़ को बनाने में भी केवल 200 रुपए का खर्चा ही है. जानकारों ने बताया कि कार्बाइड ज्वलनशील पदार्थ है, जो पानी में संपर्क में आने से इसमें एसीटीलीन गैस बनती है. इस गैस को पाइप में बंद करके जलाने से आवाज होती है, लेकिन यह गैस शरीर के पास होने पर आंखों में जलन की संभावना है. ऐसे में इसे चलाने में सावधानी रखने की जरूरत है.

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