चित्तौड़गढ़. महिला को पिछले दो दिन से ऑक्सीजन पर रखा गया था. परिजनों ने बताया कि महिला को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी जिसके बाद उसे रतलाम हॉस्पिटल में उपचार के लिए भर्ती कराने पहुंचे थे. 55 वर्षीय साबीरा बानू के परिजनों ने अपने रिश्तेदार से बात करने के लिए कहा जो कि चित्तौड़गढ़ में रहता था.
इस पर मरीज को 12 अप्रैल की रात को ही बुला लिया गया. परिजनों का आरोप है कि भर्ती की सुविधा नहीं होने की बात कहते हुए महिला का उपचार शुरू कर दिया गया. तमाम जांचे करवा ली गई और घर में ही उपचार चलता रहा. लेकिन फिर हालत और बिगड़ गई और उदयपुर रेफर कर दिया. रास्ते में ले जाते वक्त ही महिला की मौत हो गई.
ये भी पढ़ें: बड़ी खबर: जयपुर के कांवटिया अस्पताल के कोल्ड स्टोरेज से को-वैक्सीन की 320 डोज चोरी
परिजन शव लेकर डॉक्टर के घर के पास स्थित मेडिकल कंसलटेंट ले आए लेकिन डॉक्टर बाहर नहीं निकला इस पर करीब 2 घंटे तक परिवार के लोग शव लेकर यहीं पर प्रदर्शन करते रहे. उपचार में लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों ने रिपोर्ट लिखवाने के लिए सदर पुलिस थाने पहुंचे. वहीं पुलिस का जाब्ता भी मौके पर पहुंच गया. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.