चितौड़गढ़. सदर थाना क्षेत्र में मां के साथ लिव-इन में रहने वाले एक सौतेले पिता पर तीन मासूमों के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने का आरोप लगा था. पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में एक बात और सामने आई है कि 19 मई को भी शेल्टर होम पर तीनों बहिनों को लेने के लिए इनकी मां और प्रेमी पहुंचे थे, जहां भी विवाद हो गया था. सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी. लेकिन शेल्टर होम की ओर से दुष्कर्म की सूचना पुलिस को नहीं दी गई थी.
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जबकि किशोरियों से ज्यादती का मामला इसके सात दिन पहले ही सामने आ चुका था. जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ शहर के सेगवा हाउसिंग बोर्ड में संचालित आसरा सेवा संस्थान के शेल्टर होम में तीन बहीनें जनवरी माह से रह रही थी. इससे पहले इनकी मां के साथ लिव-इन में रहने वाले व्यक्ति ने दुष्कर्म किया था. इसकी जानकारी मिलने पर सदर थाना पुलिस ने बुधवार रात को प्रकरण दर्ज किया और शुक्रवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. लेकिन इस मामले में एनजीओ को पहले जानकारी थी. फिर भी समय पर प्रकरण दर्ज नहीं कराया गया.
आसरा विकास संस्थान की ओर से 11 मई को इस मामले में बाल कल्याण समिति को अवगत कराया गया था. लेकिन इसके बावजूद 19 मई को बालिकाओं के साथ दुष्कर्म करने वाला आरोपी महेंद्र सिंह अपनी लिव-इन में रहने वाली महिला के साथ बच्चियों को लेने शेल्टर होम पहुंच गया और वहां जम कर बवाल किया. उसके बवाल से परेशान होकर संस्था ने पुलिस को सूचना दी और मौके पर पुलिस पहुंची. लेकिन पुलिस को केवल झगड़ा करने की जानकारी ही दी गई थी.
पुलिस को 19 मई को ही जानकारी दी जाती तो तभी आरोपी गिरफ्तार हो जाता और प्रकरण दर्ज हो जाता. वहीं जानकारी मिली है कि पीड़िता एसटी-एससी वर्ग से आती हैं. ऐसे में दुष्कर्म, पॉक्सो एक्ट के साथ ही एससी-एसटी एक्ट भी जोड़ा गया है. मामले की जांच एसटी-एससी सेल के पुलिस उप अधीक्षक लाभूराम विश्नोई को सौंपी गई है.