चित्तौड़गढ़. जिला प्रशासन की ओर से 17 अप्रैल से अधिग्रहित किए गए आजोलिया का खेड़ा रीको स्थित एसआरके इंडस्ट्रियल गैस प्लांट जिसकी प्रतिदिन उत्पादन क्षमता 10500 है. 26 मई तक लगभग 51000 सिलेंडर जरूरतमंद जिलों को निर्धारित आवंटन प्रक्रिया अपनाकर वितरित किए गए.
उपखंड अधिकारी मुकेश कुमार मीणा ने बताया कि संपूर्ण वितरण व्यवस्था की मॉनिटरिंग संभागीय आयुक्त उदयपुर एवं जिला कलेक्टर चित्तौड़गढ़ ताराचंद मीणा की देखरेख में हो रही है. प्लांट का एक सेक्शन चित्तौड़गढ़ एवं भीलवाड़ा जिले के लिए अधिग्रहित अस्पतालों के लिए सदैव आरक्षित रखा गया है. प्लांट में कार्यरत कार्मिकों में संक्रमण नहीं हो इसके लिए यह सुनिश्चित किया गया कि संबंधित जिले सिलेंडर को सेनीटाइज करवा कर ही प्लांट पर भिजवाए. साथ ही समय-समय पर हाइपोक्लोराइट छिड़काव एवं सेम्पलिंग भी की गई.
प्लांट के अधिग्रहण के बाद चुनौतियां
प्लांट के अधिग्रहण के बाद 7 कार्मिक कोरोना संक्रमित हो गए थे. जिन्हें क्वारंटाइन किया गया. तौकते तूफान के दौरान जीवनदायिनी ऑक्सीजन की सुचारू व्यवस्था बनी रहे इसके लिए प्लांट का विद्युत कनेक्शन मुख्य लाइन से जोड़ा गया. साथ ही साथ उच्च क्षमता के दो जनरेटर सेट स्थापित किए गए. कई बार जिलों से निर्धारित आवंटन के अलावा अचानक सिलेंडर की मांग हो जाती थी जैसे कि भीलवाड़ा, बारा, प्रतापगढ़ ऐसी परिस्थितियों में उच्च अधिकारी के निर्देशानुसार अन्य जिलों के आवंटन में कटौती कर सिलेंडर्स की लोडिंग अनलोडिंग की जाती है.
विधायक ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया
विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या ने चित्तौड़गढ़ विधानसभा के घोसुण्डा एवं घटियावली सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण किया. स्वास्थ्य केन्द्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सा उपकरण स्थापित कराने का कार्य अन्तिम चरण में चल रहा है. इसी क्रम में विधायक आक्या ने ग्राम घोसुण्डा एवं घटियावली में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर पहुंचकर चिकित्सा व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
तीसरी लहर को लेकर प्रशासन अलर्ट
चित्तौड़गढ़ में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मोड़ पर दिखाई दे रहा है. चित्तौड़गढ़ के बाद निंबाड़ा सबसे अधिक संक्रमण का शिकार रहा. हालांकि संक्रमण गिरफ्तार कुछ कम हुई है. लेकिन तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा और पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव निंबाहेड़ा पहुंचे और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक लेकर तैयारियों की समीक्षा की गई. लॉक डाउन की पालना करवाने के लिए कस्बे में फ्लैग मार्च भी निकाला गया.