चित्तौड़गढ़. जिला पुलिस अधीक्षक ने शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है. चारों पुलिसकर्मियों को फील्ड वर्क से हटाकर लाइन में भेज दिया गया है.
जिला पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने कहा कि शिकायतों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. जिला पुलिस अधीक्षक ने इस संबंध में एक आदेश जारी किया है. आदेश में तत्काल प्रभाव से संबंधित पुलिसकर्मियों को हटाने की कार्रवाई करते हुए लाइन में उपस्थिति देने को कहा गया है. कांस्टेबल संजय कुमार, विरमाराम, रामचंद्र और बालूराम को लाइन हाजिर किया गया है. संजय कुमार को बड़ी चौकी थाना सदर निंबाहेड़ा, विरमाराम और रामचंद्र को थाना निकुंभ तथा बालूराम को भूपालसागर पुलिस थाने से हटाया गया है.
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इन चारों को तत्काल प्रभाव से लाइन में आमद देने को कहा गया है. हालांकि शिकायत के बारे में पता नहीं चला है. सूत्रों के अनुसार चारों ही पुलिसकर्मी के खिलाफ लंबे समय से शिकायतें आ रही थीं. उन शिकायतों के आधार पर ही चारों पुलिसकर्मियों को थाने से हटाकर लाइन बुला लिया गया है. पुलिस अधीक्षक की इस कार्रवाई से पुलिस विभाग में खलबली मची है. आपको बता दें कि पुलिस अधीक्षक द्वारा 2 महीने पहले ही एक कांस्टेबल को बर्खास्त किया गया था.
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नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की डूंगला इलाके में कार्रवाई के दौरान कांस्टेबल की मिलीभगत पाई गई और उसे मौके से गिरफ्तार किया गया था. उस समय कांस्टेबल पुलिस लाइन में तैनात था, जबकि शंभूपुरा थाने के एक पुलिसकर्मी की भूमिका संदिग्ध मानते हुए पुलिस अधीक्षक की ओर से जांच करवाई जा रही है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने इस संबंध में पुलिस अधीक्षक को सूचना दी थी.