चित्तौड़गढ़. सरपंच पति पर जानलेवा हमले के बहुचर्चित मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया लेकिन पुलिस को करीब पौने 2 महीने तक इसके लिए काफी पापड़ बेलने पड़े. तकनीकी के इस्तेमाल के साथ-साथ पुलिस ने राजस्थान और मध्य प्रदेश के करीब एक लाख से ज्यादा मोबाइल कॉल को खंगाला. वहीं लगभग ढाई हजार लोगों से पूछताछ के बाद ही तीन आरोपी दबोचे गए. वहीं पांच अन्य हमलावरों की तलाश जारी है.
मामला 18 अक्टूबर की रात का है. बेगू इलाके के रायता ग्राम पंचायत सरपंच निर्मला धाकड़ के पति हेमराज पुत्र धनराज को कार में आए अज्ञात लोग उठा ले गए और आवल हेड़ा चौराहे के पास लोहे के सरियों से हमला कर बुरी तरह से घायल कर दिया. आसपास के लोगों ने हेमराज को बेगू हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां से गंभीर हालत में उन्हें भीलवाड़ा रेफर कर दिया गया. हमलावर पारसोली थाना प्रभारी संजय गुर्जर और कुछ पुलिसकर्मियों के बारे में बातचीत कर रहे थे. ऐसे में सरपंच निर्मला ने अपनी रिपोर्ट में थानाधिकारी सहित पुलिस कर्मियों के विरुद्ध इस मामले में प्रकरण दर्ज कराया.
पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने मामले की गंभीरता को देखते हुए रावतभाटा की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तृप्ति विजयवर्गीय के निर्देशन में बेगू पुलिस उपाधीक्षक राजेंद्र सिंह जैन के नेतृत्व में टीम गठित की. पुलिस अधिकारियों ने अपनी पड़ताल के दौरान डेढ़ माह तक लगातार प्रयास करते हुए मामले से संबंधित तकनीकी साक्ष्य एकत्रित किए. इस दौरान सीसीटीवी से लेकर संदिग्ध लोगों की कारों का निरीक्षण कर साक्ष्य जुटाए.
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इसके अलावा हेमराज धाकड़ से लेनदेन करने वालों और रंजिश रखने वाले व्यक्तियों के बारे में भी छानबीन शुरू की गई. जांच के दौरान दौरान सामने आया कि हेमराज का कई वर्षों से माखुपुरा सिंगोली जिला नीमच निवासी बंशीलाल पुत्र दुलीचंद धाकड़ मारवाड़ के तस्करों को डोडा चूरा उपलब्ध करवाता रहा है. उसका डोडा चुरा पकड़ा गया था. जिससे उसे लाखों का नुकसान हुआ.
बंसीलाल को सत्ता की इस मामले में हेमराज धाकड़ ने उसकी मुखबिरी की थी. इसके चलते वह उससे बदला लेना चाहता था. बदले की भावना रखते हुए उसने मारवाड़ के महिपाल उर्फ लक्की, चंपालाल गोदारा, लादूराम धाकड़, पाचीराम, राकेश, भोपाल राम तथा जमनालाल के साथ मिलकर हेमराज को सबक सिखाने की साजिश रची.
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टीम का नेतृत्व कर रहे बेगू के पुलिस उपाधीक्षक राजेंद्र सिंह जैन के अनुसार बंसीलाल ने अपने साथियों के साथ इस मामले में तकनीक का इस्तेमाल किया. हमने भी तकनीक का प्रयोग करते हुए करीब एक लाख मोबाइल कॉल डिटेल कंगाली वही लगभग ढाई हजार लोगों से पूछताछ की. इसके बाद ही हम लोग इस पूरे प्रकरण की सच्चाई तक पहुंच पाए.
इस मामले में गिरफ्तार किए गए महिपाल चंपालाल और लादूराम से पूछताछ की जा रही है. अन्य आरोपियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है. बता दें कि यह पूरा मामला राजनीतिक तूल पकड़ गया. हमलावरों की गिरफ्तारी को लेकर बेगू और चित्तौड़गढ़ में भी प्रदर्शन हुए थे. बेगू विधायक राजेंद्र सिंह बिधूड़ी का भी नाम लिया जा रहा था.