चित्तौड़गढ़. जिले के बिजयपुर थाना इलाके में महिला की हत्या कर शव को सड़क के किनारे गड्ढा खोद कर दबाने का मामला सामने आया है. पुलिस ने सोमवार को मामले का खुलासा करते हुए सरपंच पति और उसके चालक को गिरफ्तार कर लिया है. सोमवार को गड्ढे से महिला के शव को निकलवाकर पोस्टमार्टम करवाया गया. वहीं, पुलिस अधीक्षक ने मामले में बिजयपुर थानाधिकारी को लाइन हाजिर कर दिया है.
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जानकारी के अनुसार बिजयपुर थाना क्षेत्र की एक महिला जनता देवी बंजारा के फोटो गत दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे. इस पर वह रिपोर्ट दर्ज करवाने थाने गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. बाद में 16 अप्रैल को वह लापता हो गई थी. इसके बाद परिजन पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने पहुंचे.
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने पहले उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की. बाद में परिजनों ने पुलिस से संपर्क किया और रिपोर्ट भी दर्ज कराई, लेकिन महिला का कहीं पता नहीं चल पाया. परिजनों ने अमरपुरा ग्राम पंचायत के सरपंच पति पर हत्या का आरोप लगाया था. साथ ही बिजयपुर पुलिस पर भी आरोप लगाए गए. सोमवार को दबाव में पुलिस ने महिला सरपंच के पति भरत धाकड़ और उसके ड्राइवर प्रतापसिंह को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
मामले में पुलिस का कहना है कि उन्होंने गुमशुदगी दर्ज कर ली थी और जांच शुरू कर दी थी, लेकिन जांच के दौरान जब तक अपराध की पुष्टि नहीं हो जाए तब तक किसी को अपराधी नहीं माना जा सकता है. इसलिए पुष्टि होने पर नियमानुसार कार्रवाई की गई है. महिला की हत्या के मामले में जहां विधायक और परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाए हैं तो वहीं उच्च अधिकारियों को जानकारी मिलने के बाद थानाधिकारी अशोक कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया है.
वहीं, दोनों आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने मृतका के शव बरामद करते हुए कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. पुलिस ने एफएसएल टीम को बुला कर साक्ष्य जुटाए हैं और शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया है. इस मामले में स्थानीय विधायक चंद्रभानसिंह आक्या भी मौके पर पहुंचे और पुलिस और सरकार को आड़े हाथों लिया. विधायक आक्या का कहना है कि इस शासन में महिला अत्याचार लगातार बढ़ रहे हैं और पुलिस कार्रवाई करने की बजाय आरोपियों को शरण दे रही है.