चित्तौड़गढ़. नगर पालिका आम चुनाव 2019 के अन्तर्गत जिले के तीन स्थानिय निकायों में नामांकन पत्रों की संवीक्षा के दौरान 162 नामाकंन पत्र खारिज हुए. इसमें चित्तौडगढ़ नगर परिषद में 74, निम्बाहेड़ा नगर पालिका में 71 और रावतभाटा नगर पालिका में 17 नामांकन पत्र खारिज हुए.
इसके अलावा रावत भाटा नगर पालिका मुख्यालय पर चुनाव के लिए नामांकन पत्रों की संवीक्षा के दौरान 17 नामांकन पत्र खारिज हुए. बता दें कि चित्तौड़गढ़ नगर परिषद चुनाव में नामांकन पत्रों की संवीक्षा गहमा गहमी भरी रही. भाजपा के तीन प्रत्याशियों के खिलाफ पेश आपत्तियों ने भाजपा और उनके समक्षकों की नींद उड़ा दी.
भाजपा से वार्ड 10 के प्रत्याशी भोलाराम प्रजापत पर 11 साल पहले कोतवाली थाने में आपराधिक प्रकरण दर्ज होकर उसमें चार्जशीट और चार्ज भी फ्रेंम हो गई. इस प्रकरण में उम्रकैद और 10 साल की सजा का प्रावधान है. इस आपत्ति के बाद प्रत्याशी प्रजापत का नांमाकन खारिज कर दिया गया. वहीं, वार्ड 52 के भाजपा प्रत्याशी इब्राहिम मंसुरी के खिलाफ तीन संतान होने और वार्ड 11 की भाजपा प्रत्याशी मीनू कंवर के खिलाफ ग्रामदानी को लेकर आपत्ती लगाई गई. जिसके बाद दोनों भाजपा प्रत्याशियों ने दस्तावेज प्रस्तुत कर आपत्ति को खारिज करवा लिया.
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राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार 8 नवंबर, 2019 तक अभ्यर्थिता वापस ली जा सकेगी
निर्वाचन विभाग की मानें तो चित्तौड़गढ़ नगर परिषद क्षेत्र में 60 वार्डों के मुकाबले 4 गुना से भी अधिक आवेदन जमा हुए थे. ऐसे में कई वार्डों में दो से अधिक प्रत्याशी, तो कहीं 6 से 8 तक प्रत्याशियों ने आवेदन जमा कराएं. ऐसे में दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों को बागियों और निर्दलीयों से पार पाना होगा. वहीं नगर परिषद चुनाव को लेकर चित्तौड़गढ़ उपखंड निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में नामांकन की अंतिम जांच पूरी हो गई. इसके लिए सभी प्रत्याशियों को निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में बुलाया गया, जहां आवेदनों की अंतिम जांच की गई. इस दौरान दोनों ही राजनीतिक दलों के प्रमुख मौजूद रहे, जिनकी उपस्थिति में उपखंड निर्वाचन अधिकारी तेजस्वी राणा की उपस्थिति में नामांकन की जांच गई.