चित्तौड़गढ़. जिले में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन बिजली कहर बनकर गिरी है. दोपहर के समय हुई बरसात के दौरान बिजली (Lightning Strike) गिरने के चित्तौड़गढ़ जिले में 3 मामले सामने आए हैं. इसमें एक महिला की मौत हो गई है और चार लोग झुलस गए हैं. इन सभी को चित्तौड़गढ़ के जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है. हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली है.
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जानकारी में सामने आया कि चित्तौड़गढ़ जिले के चंदेरिया थाने क्षेत्र में आने वाले तुम्बडिया गांव में बुधवार दोपहर को आकाशीय बिजली (Lightning Strike) गिरी. यहां गांव में रहने वाले माधुलाल पुत्र गोविंद राम जाट के खेत पर मध्य प्रदेश के श्रमिक काम कर रहे थे. इसी दौरान अचानक बिजली गिरी और वहां काम कर रहे सावित्री बाई पत्नी गलिया, बाबू पुत्र भूरिया और दिलीप पुत्र गणेश गरवार अचेत होकर गिर गए.
घटना की सूचना मिलने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे, लेकिन सावित्री की मौके पर ही मौत हो गई थी. वहीं, दो अन्य को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया. हादसे की सूचना मिलने पर चित्तौड़गढ़ जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली.
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वहीं, गुरुवार को गंगरार तहसील के पिपलिया कला गांव में भी आकाशीय बिजली (Lightning Strike) गिरी. यहां पर भी लोग घर पर बैठ कर काम कर रहे थे तभी बिजली गिर गई और इसमें कमला पत्नी प्यारचंद सालवी झुलस गईं. तीसरी घटना चित्तौड़गढ़ के चन्देरिया थाना क्षेत्र में स्थित माताजी की पांडोली गांव में हुई है. यहां पर भी खेत पर काम कर रही एक महिला झुलस गई.
आकाशीय बिजली गिरने से क्षतिग्रस्त हुए चित्तौड़गढ़ दुर्ग स्थित कीर्ति स्तंभ का जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने गुरुवार को निरीक्षण किया. इस दौरान भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के वरिष्ठ संरक्षण सहायक रतन जीतरवाल मौजूद रहे, जिन्होंने जिला कलेक्टर को आकाशीय बिजली से कीर्ति स्तम्भ में हुई क्षति की बारीकी से जानकारी दी और तथ्यात्मक जानकारी से अवगत कराया. गनीमत रही कि आकाशीय बिजली से कीर्ति स्तम्भ को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा है.