जयपुर. रामचरण बोहरा के चुनावी कार्यालय का भूमि पूजन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी की मौजूदगी में हुआ और इसमें जयपुर शहर से आने वाले भाजपा के विधायक और विधायक प्रत्याशी के साथ सभी नेता और कार्यकर्ता जुटे. इन नेताओं में वो नाम भी शामिल है जो अब तक पर्दे के पीछे से रामचरण बोहरा के खिलाफ थे लेकिन चुनाव से ठीक पहले बोहरा ने अपने राजनीतिक कौशल का परिचय देते हुए उन्हें भी अपने पक्ष में कर लिया.
वहीं अब आगामी 15 अप्रैल को रामचरण बोहरा अपने चुनावी कार्यालय का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के द्वारा करवाएंगे. इस दिन बोहरा रोड शो के जरिए नामांकन करने जाएंगे. नामांकन से पहले बोहरा की एक बड़ी चुनावी सभा में रखी गई है, जिसमें वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर सहित भाजपा के आला नेता जुटेंगे.
हालांकि रामचरण बोहरा अपने इस कार्यक्रम को शक्ति प्रदर्शन ना मानते हुए कार्यकर्ता और नेताओं की एकजुटता का परिचायक बताते है. वहीं जयपुर शहर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी ज्योति खंडेलवाल से मिली चुनौती को भी बोहरा कोई चुनौती नहीं मानते. उनके अनुसार जो लोग जयपुर सीट पर ब्राह्मण और वैश्य समाज के बीच मुकाबला बताते हैं वह गलत है क्योंकि भाजपा कभी जातिवाद के आधार पर चुनाव नहीं लड़ती.
तिवाड़ी और लाटा के कांग्रेस में जाने से नहीं पड़ेगा कोई असर -बोहरा
ईटीवी भारत से खास बातचीत में रामचरण बोहरा से जब हाल ही में कांग्रेस का दामन थामने वाले वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी और महापौर विष्णु लाटा को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अब तक का इतिहास रहा है जो नेता भाजपा छोड़कर गए हैं. उन्हें आखिरकार वापस भाजपा में आना पड़ा है और जो नहीं आ पाए वह राजनीतिक जीवन से गायब ही हो गए.
भाजपा प्रत्याशी रामचरण बोहरा के अनुसार जयपुर शहर से आने वाले घनश्याम तिवाड़ी विष्णु लाटा कि कांग्रेस में जाने से बीजेपी के वोट बैंक में कोई फर्क नहीं पड़ने वाला क्योंकि पार्टी का जो कार्यकर्ता संगठन से जुड़ा है. वह किसी भी सूरत में अपने सिद्धांतों से अलग नहीं होते.