जयपुर. जिला कलक्टर जागरूप सिंह यादव ने सोमवार को बिजली पानी और निगम के अधिकारियों की साप्ताहिक बैठक ली. इस बैठक में जलदाय विभाग के अधिकारियों को पेयजल किल्लत को लेकर जमकर लताड़ा.
कलक्टर ने कहा कि जलदाय विभाग जयपुर शहर के 30 फ़ीसदी हिस्से में पानी की सप्लाई नहीं कर पा रहा है. जिसके कारण जनता परेशान हो रही है. उन्होंने कहा कि उन इलाकों में निजी जल आपूर्तिकर्ताओं से पानी की सप्लाई किए जाने के लिए विभाग से पानी की दर निर्धारित करने के प्रस्ताव मांगे गए हैं.
जिला कलक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा जयपुर में 30 फ़ीसदी इलाकों में जलदाय विभाग पानी की सप्लाई नहीं कर रहा है और इन इलाकों में निजी पेयजल आपूर्तिकर्ता टैंकरों से पानी सप्लाई कर रहे हैं. जो इस पानी के मनमाने दाम भी वसूल कर रहे हैं. यहां पानी की कालाबाजारी की जा रही है. जिन इलाकों में निजी जल आपूर्तिकर्ता पानी पहुंचा रहे हैं. ऐसे इलाको में पानी की कीमत निर्धारित करने के लिए पीएचईडी विभाग से प्रस्ताव मांगे गए हैं ताकि उस दर से ज्यादा वसूली वे जनता से नहीं कर सके.
उन्होंने कहा कि ऐसे इलाकों में ट्यूबवेल और कुएं अधिग्रहित करने के लिए भी विभाग को कहा गया था, लेकिन विभाग ने इसमें असमर्थता जताते हुए कहा है कि हमारे पास इतने टैंकर नहीं है कि इन नलकूप या कुओं से हम जलापूर्ति कर सकें. इसलिए उनकी दरें निर्धारित करने के लिए प्रस्ताव मांगे गए हैं. कलक्टर ने कहा कि जयपुर जिले के ग्रामीण इलाकों में भी एसडीओ और एसीएम को जलापूर्ति पर ध्यान देने के लिए कहा गया है. यदि ग्रामीण इलाकों में किसी वैकल्पिक जल स्त्रोत को अधिग्रहित करने की योजना भी हो तो उसके प्रस्ताव भी पीएचईडी विभाग से देने के लिए कहा गया है.
उन्होंने गर्मी को देखते हुए बिजली विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बिना किसी कारण बिजली की कटौती नहीं की जाए. विभाग के अधिकारियों ने भी कलक्टर को आश्वस्त किया है कि बिना किसी कारण के बिजली कटौती नहीं की जा रही है और कंट्रोल रूम में 200 के करीब जेईएन स्तर के अधिकारी बैठते हैं. जो वहां आने वाली समस्याओं का निराकरण करते हैं. बैठक में निगम के अधिकारियों को भी कलेक्टर ने आवश्यक दिशा निर्देश दिए.