अजमेर. अजमेर में संचालित मानव संसाधन मंत्रालय के द्वारा किया जा रहा पुस्तक मेले के आयोजन में इस बार कुछ खास देखने को मिला. पुस्तक मेले में एक स्टॉल पर बोलती रामायण उपलब्ध है. पुस्तक मेले में आने वाले दर्शकों को के लिए यह व्ल्कुल नया कॉन्सेप्ट है. नई पीढ़ी की व्यसतता देखते हुए इस नए उपकरण का निर्माण किया गया है.
ऑडियो रामायण को बोलती रामायण नाम दिया गया है. इसके रचयिता अभय माहेश्वरी और उनकी पत्नी श्रीकांता माहेश्वरी है. दोनों ही पेशे से कंपनी सचिव रहे हैं. रामायण का निर्माण आने वाली पीढ़ी को रामयण का ज्ञान कराने के लिए किया गया है. दंपति के अनुसार वो बोलती रामायण का प्रचार प्रसार देशभर में करने में जुटे हुए हैं.
अभय और श्रीकांता माहेश्वरी ने बताया कि बोलती रामायण केवल 21 घंटे की है. इसमें बालकांड से उत्तरकांड तक के सभी दोहे और चौपाईया शामिल है. बोलती रामायण की शुरुआत गणेश वंदना और समापन रामायण आरती पुष्पांजलि और हनुमान चालीसा से होता है.
पुस्तक मेले में रामायण खरीदने आए लोगों ने जानकारी देते हुए बताया कि यह खास रामायण है. नई पीढ़ी के अनुसार इस उपकरण को तैयार किया गया है ताकी नई पीढी को रामायण की शिक्षा मील सके.