जयपुर नगर निगम सेटेलाइट की मदद से जीआईएस मैपिंग करवाएगा. अगले 2 महीने में सभी संपत्तियों को इससे जोड़ दिया जाएगा. जिसके बाद मैरिज गार्डन, होटल, पेट्रोल पंप का ब्यौरा ऑनलाइन होगा. और लोगों को मोबाइल पर ही यूडी टैक्स, हाउस टैक्स समेत दूसरे टैक्स की जानकारी के लिए निगम एक एप्लीकेशन लॉन्च करेगा.
जयपुर नगर निगम डिजिटल इंडिया के कंसेप्ट पर अब यूडी टैक्स, हाउस टैक्स समेत दूसरे टैक्स को ऑनलाइन करने जा रहा है. जिससे इन टैक्स को ऑनलाइन भरा भी जा सकेगा और इनसे जुड़े नोटिस भी मोबाइल पर ऑनलाइन देखे जा सकेंगे. इसे लेकर जयपुर नगर निगम सेटेलाइट की मदद से जीआईएस मैपिंग करवाने जा रहा है. जिससे मैरिज गार्डन, होटल, पेट्रोल पंप का ब्यौरा ऑनलाइन हो जाएगा. अगले 2 महीनों में इन सभी संपत्तियों को इससे जोड़ दिया जाएगा.
इसके बाद निगम एक मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च कर यूडी टैक्स, हाउस टैक्स और अन्य तरह के टैक्स की जानकारी मोबाइल पर ही उपलब्ध करा देगा. इसके अलावा कच्ची बस्तियों और अवैध निर्माण की निगरानी के लिए भी जीआईएस मैपिंग का उपयोग किया जाएगा. जीआईएस मैपिंग के जरिए शहर की हर महीने नई तस्वीर प्राप्त होगी. जिससे पता चलेगा कि शहर में कहां-कहां नए निर्माण हुए. इसके बाद निगम जोन स्तर पर इसकी जांच करवाएगा. निगम में जीआईएस मैपिंग के लिए एक सेल का भी गठन किया गया है.
जिसमें चार प्रोग्रामर और एक उच्च स्तरीय अधिकारी को नियुक्त किया जा रहा है. निगमायुक्त विजय पाल सिंह ने बताया कि हाईटेक जमाने में निगम को भी हाईटेक करने की पहल की जा रही है. इसके बाद किसी भी तरह के टैक्स जमा कराने के लिए लोगों को निगम के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. बहरहाल, मोबाइल एप्लीकेशन की ऑनलाइन प्रक्रिया से लोग अब घर बैठे निगम से जुड़े टैक्स जमा करा सकेगा. निगम की ये पहल शहर की जनता को सहूलियत प्रदान करने की है. ताकि शहरवासी किसी भी तरह के टैक्स को जमा कराने में कौताही न बरतें.