जयपुर. राजधानी में आईपीएल मैच के दौरान एसएमएस स्टेडियम के बाहर बिना अनुमति विज्ञापन लगाने के चलते नगर निगम ने राजस्थान रॉयल्स को 33 लाख रुपए का नोटिस भेजा था. जयपुर में हुए सात मैचों के बाद भी ये 33 लाख निगम के राजस्व में नहीं जुड़े. उस नोटिस का क्या हुआ. इस पर निगम प्रशासन ने भी चुप्पी धारण की हुई है.
दरअसल, जयपुर नगर निगम की राजस्व शाखा ने 33 लाख 92 हजार 308 रुपए का वसूली नोटिस राजस्थान रॉयल्स को भेजा था. आईपीएल मैचों के दौरान एसएमएस स्टेडियम के बाहर लगाए गए विज्ञापनों के एवज में ये नोटिस जारी किया गया था. उस वक्त राजस्व उपायुक्त ने स्टेडियम के बाहर बिना अनुमति के विज्ञापन लगाए जाने की बात कही थी. लेकिन, ये बात आई गई साबित हुई.
आईपीएल के तीन मैच होने के बाद 9 अप्रैल को निगम ने राजस्थान रॉयल्स को नोटिस दिया था. इसमें कहा था कि एसएमएस स्टेडियम के आसपास बिना अनुमति विज्ञापन होर्डिंग लगाए गए हैं. सात मैच के हिसाब से 33 लाख से ज्यादा का नोटिस दिया गया. राशि जमा कराने के लिए 7 दिन का समय दिया गया था. लेकिन अब तक ना तो राशि जमा हुई और निगम ने ना ही कोई कार्रवाई की. उल्टे हर मैच के लगभग 50 हजार दर्शक आने के दौरान जमा हुआ कचरा भी निगम की ओर से निशुल्क उठाया गया. इस पर निगम कमिश्नर से लेकर राजस्व उपायुक्त तक सभी ने चुप्पी साध रखी है.
ऐसे में अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या निगम के पास पहुंचने वाले आईपीएल मैचों के पास के चलते. निगम प्रशासन ने राजस्थान रॉयल्स को बख्श दिया है.