जयपुर . लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा के निशाने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं. पूर्व गृह मंत्री और मौजूदा नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कटघरे में खड़ा किया है. कटारिया ने गृह विभाग की ओर से जारी जनवरी और फरवरी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि दो माह में प्रदेश में महिला अत्याचार 45 फीसदी बढ़े, जबकि आईपीसी के तहत होने वाले अपराधों के आंकड़े में 16 फीसदी का इजाफा हुआ है.
भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से रूबरू हुए गुलाब चंद कटारिया ने आरोप लगाया कि प्रदेश में गृह विभाग की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास है. लेकिन गहलोत का ध्यान विभाग में ना होकर केवल ट्रांसफर और चुनाव में ही है. वहीं जोधपुर और टोंक में रामनवमी के दिन हुई सांप्रदायिक घटनाओं को लेकर भी कटारिया ने कहा कि जब मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के जिलों में ही हालात खराब हो तो पूरे प्रदेश की क्या स्थिति होगी. इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है.
इस दौरान गुलाब चंद कटारिया ने हाल ही में उदयपुर में एक सभा के दौरान मुस्लिम समुदाय को लेकर दिए अपने विवादित बयान पर भी सफाई दी कटारिया ने कहा कि उन्होंने जो बयान दिया था वह जनगणना के आंकड़ों पर आधारित था और उसमें कुछ गलत नहीं है. कटारिया के अनुसार इस मामले में निर्वाचन विभाग ने उनसे जवाब मांगा है और वह निर्वाचन आयोग को जवाब दे देंगे.
गौरतलब है कि कटारिया ने हाल ही में उदयपुर में एक सभा के दौरान कहा था कि आजादी के दौरान पाकिस्तान में 23 फीसदी हिंदू थे. लेकिन, अब वह सिमट कर 2 प्रतिशत रह गए. जबकि भारत में मुस्लिमों की आबादी बढ़ कर 1 प्रतिशत हो गई. इन सभी मुद्दों पर गुलाब चंद कटारिया से की ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.