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बूंदी में महिला एवं बाल विकास विभाग की डिप्टी डायरेक्टर 10 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार - रिश्वत

बूंदी में एसीबी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए महिला एंव बाल विकास विभाग की डिप्टी डायरेक्टर मिथिलेश जैन को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. जिस दौरान एसीबी ने कार्रवाई की विभाग में हड़कंप मच गया.

महिला एवं बाल विकास की डिप्टी डायरेक्टर को 10 हजार की रिश्वत लेते किया गिरफ्तार
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Published : May 20, 2019, 3:04 PM IST

बूंदी. जिले में एसीबी ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. एसीबी ने महिला एवं बाल विकास विभाग की डिप्टी डायरेक्टर मिथिलेश जैन को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. कार्रवाई के दौरान विभाग में हड़कंप मच गया और कर्मचारी मौके से फरार हो गए.

महिला एवं बाल विकास की डिप्टी डायरेक्टर को 10 हजार की रिश्वत लेते किया गिरफ्तार

बताया जा रहा है कि डिप्टी डायरेक्टर द्वारा अपने विभाग के सुपरवाइजर और कर्मचारियों से हर माह बंधी वसूलने को लेकर रिश्वत मांगी जा रही थी. इस पर बूंदी एसीबी ने सत्यापन करवा कर आज डिप्टी डायरेक्टर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार बूंदी महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत डिप्टी डायरेक्टर मिथिलेश जैन की ओर से उसके अधीन आने वाले 2 सेक्टरों के 56 आंगनबाड़ी केंद्रों से मासिक 12 हजार रुपये वसूली के रूप में मांगने की बात कही थी. इस पर आंगनबाड़ियों सेक्टर कर्मचारियों ने बूंदी एसीबी में 17 मई को इस मामले की रिपोर्ट दी थी.

जिस पर बूंदी एसीबी ने 17 मई को मामला दर्ज कर जांच शुरू की. आरोपी महिला डायरेक्टर द्वारा आज मासिक वसूली के तौर पर 10 हजार रुपये मांगे गए. इस पर एसीबी ने संबंधित विभाग के सुपरवाइजर और कर्मचारियों द्वारा जाल बिछाया और जैसे ही डिप्टी डायरेक्टर ने वसूली के पैसे लिए, वैसे ही बूंदी एसीबी टीम ने दबिश दे दी और उन्हें रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.

एसीबी पुलिस उपाधीक्षक तरुण कांत सोमानी का कहना है कि लंबे समय से डिप्टी डायरेक्टर द्वारा अधिनस्थ कर्मचारी और आंगनबाड़ी केंद्रों से मासिक वसूली की जा रही थी. जिसकी सूचना हमें भी मिल रही थी. लेकिन शिकायत प्राप्त नहीं होने के चलते हम कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहे थे. ऐसे में हमें 17 शिकायत मिली और 2 हजार रुपये लेने का सत्यापन हुआ. साथ ही अग्रिम राशि को आज सोमवार को देने की बात हुई.

इस पर टीम ने कार्रवाई करते हुए डिप्टी डायरेक्टर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.वहीं अब इनसे पूछताछ की जा रही है .पुलिस उपाधीक्षक तरुनकांत ने कहा कि मामले में भ्रष्टाचार खुलकर उजागर हुआ है और पूछताछ में और भी मामले खुल सकते हैं .वहीं इस दौरान महिला बाल विकास अधिकारी द्वारा एसीबी टीम से बदसलूकी भी की गई और हिरासत होने पर हंगामा भी किया गया. हालांकि एसीबी टीम द्वारा महिला कांस्टेबल बुलाकर डिप्टी डायरेक्टर को हिरासत में लिया गया.

बूंदी. जिले में एसीबी ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. एसीबी ने महिला एवं बाल विकास विभाग की डिप्टी डायरेक्टर मिथिलेश जैन को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. कार्रवाई के दौरान विभाग में हड़कंप मच गया और कर्मचारी मौके से फरार हो गए.

महिला एवं बाल विकास की डिप्टी डायरेक्टर को 10 हजार की रिश्वत लेते किया गिरफ्तार

बताया जा रहा है कि डिप्टी डायरेक्टर द्वारा अपने विभाग के सुपरवाइजर और कर्मचारियों से हर माह बंधी वसूलने को लेकर रिश्वत मांगी जा रही थी. इस पर बूंदी एसीबी ने सत्यापन करवा कर आज डिप्टी डायरेक्टर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार बूंदी महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत डिप्टी डायरेक्टर मिथिलेश जैन की ओर से उसके अधीन आने वाले 2 सेक्टरों के 56 आंगनबाड़ी केंद्रों से मासिक 12 हजार रुपये वसूली के रूप में मांगने की बात कही थी. इस पर आंगनबाड़ियों सेक्टर कर्मचारियों ने बूंदी एसीबी में 17 मई को इस मामले की रिपोर्ट दी थी.

जिस पर बूंदी एसीबी ने 17 मई को मामला दर्ज कर जांच शुरू की. आरोपी महिला डायरेक्टर द्वारा आज मासिक वसूली के तौर पर 10 हजार रुपये मांगे गए. इस पर एसीबी ने संबंधित विभाग के सुपरवाइजर और कर्मचारियों द्वारा जाल बिछाया और जैसे ही डिप्टी डायरेक्टर ने वसूली के पैसे लिए, वैसे ही बूंदी एसीबी टीम ने दबिश दे दी और उन्हें रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.

एसीबी पुलिस उपाधीक्षक तरुण कांत सोमानी का कहना है कि लंबे समय से डिप्टी डायरेक्टर द्वारा अधिनस्थ कर्मचारी और आंगनबाड़ी केंद्रों से मासिक वसूली की जा रही थी. जिसकी सूचना हमें भी मिल रही थी. लेकिन शिकायत प्राप्त नहीं होने के चलते हम कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहे थे. ऐसे में हमें 17 शिकायत मिली और 2 हजार रुपये लेने का सत्यापन हुआ. साथ ही अग्रिम राशि को आज सोमवार को देने की बात हुई.

इस पर टीम ने कार्रवाई करते हुए डिप्टी डायरेक्टर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.वहीं अब इनसे पूछताछ की जा रही है .पुलिस उपाधीक्षक तरुनकांत ने कहा कि मामले में भ्रष्टाचार खुलकर उजागर हुआ है और पूछताछ में और भी मामले खुल सकते हैं .वहीं इस दौरान महिला बाल विकास अधिकारी द्वारा एसीबी टीम से बदसलूकी भी की गई और हिरासत होने पर हंगामा भी किया गया. हालांकि एसीबी टीम द्वारा महिला कांस्टेबल बुलाकर डिप्टी डायरेक्टर को हिरासत में लिया गया.

Intro:बूंदी एसीबी ने बड़ी कार्यवाही करते हुए महिला एवं बाल विकास की डिप्टी डायरेक्टर मिथिलेश जैन को ₹10000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। कार्रवाई के दौरान विभाग में हड़कंप मच गया और कर्मचारी मौके से फरार हो गए । बताया जा रहा है कि डिप्टी डायरेक्टर द्वारा अपने विभाग के सुपरवाइजर व कर्मचारियों से हर माह कंदी वसूलने को लेकर रिश्वत मांगी जा रही थी । इस पर बूंदी एसीबी ने सत्यापन करवा कर आज महिला एवं बाल विकास की डिप्टी डायरेक्टर मिथिलेश जैन को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है ।


Body:जानकारी के अनुसार बूंदी महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत डिप्टी डायरेक्टर मिथिलेश जैन द्वारा उसके अधीन आने वाले 2 सेक्टरों से वह 56 आंगनबाड़ी केंद्रों से मासिक ₹12000 वसूली के रूप में हर मांगने की बात कही थी इस पर आंगनबाड़ियों सेक्टर कर्मचारियों द्वारा बूंदी एसीबी में 17 मई को इस मामले की रिपोर्ट दी गई थी । इस पर बूंदी एसीबी ने 17 मई को मामला दर्ज कर जांच शुरू की आरोपी महिला डायरेक्टर द्वारा आज मासिक वसूली के तौर पर ₹10000 मांगे गए इस पर एसीबी ने आज संबंधित विभाग के सुपरवाइजर और कर्मचारियों द्वारा जाल बिछाया जाल बिछाकर जैसे ही महिला एवं बाल विकास की डिप्टी डायरेक्टर मिथिलेश जैन ने वसूली के पैसे लिए जैसे ही सहारा पाकर बूंदी एसीबी टीम ने दबिश दे दी और महिला एवं बाल विकास विभाग के डिप्टी डायरेक्टर मिथिलेश जैन को ₹10000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया कार्रवाई के दौरान विभाग में हड़कंप मच गया ।


Conclusion:एसीबी के पुलिस उपाधीक्षक तरुण कांत सोमानी का कहना है कि लंबे समय से महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत डिप्टी डायरेक्टर द्वारा अधिनस्थ कर्मचारी और आंगनबाड़ी केंद्रों से मासिक वसूली की जा रही थी जिसकी सूचना हमें भी मिल रही थी लेकिन शिकायत प्राप्त नहीं होने के चलते हम कोई कार्यवाही नहीं कर पा रहे थे । ऐसे में हमें 17 मई को इस मामले में शिकायत मिली वह ₹2000 लेने का सत्यापन हुआ । साथ ही अग्रिम राशि को आज सोमवार को देने की बात हुई इस पर टीम ने कार्यवाही करते हुए महिला बाल विकास की डिप्टी डायरेक्टर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है । जिस से पूछताछ की जा रही है पुलिस उपाधीक्षक तरुनकान्त ने कहा कि मामले में भ्रष्टाचार खुलकर उजागर हुआ है और पूछताछ में और भी मामले खुल सकते हैं । वहीं इस दौरान महिला बाल विकास अधिकारी द्वारा एसीबी टीम से बदसलूकी भी की गई और हिरासत होने पर हंगामा भी किया गया हालांकि एसीबी टीम द्वारा महिला कांस्टेबल बुलाकर डिप्टी डायरेक्टर को हिरासत में लिया गया लाल बीएसईबी की महिला एवं बाल विकास कार्यालय में कार्यवाही जारी है ।

बाईट - तरुनकान्त सोमानी , पुलिस उपाधीक्षक , एसीबी
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