ETV Bharat / state

बनास में धड़ल्ले से जारी है बजरी का खनन और परिवहन...पुलिस पर खड़े हुए सवालिया निशान - illegal gravel

भले ही राजस्थान में सुप्रीम कोर्ट ने बजरी खनन पर रोक लगा रखी हो लेकिन राजस्थान के टोंक जिले में सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद टोंक की बनास नदी में अवैध बजरी खनन धड़ल्ले से जारी है और बजरी माफिया बनास नदी से बजरी खनन कर ट्रैक्टर ट्रॉलीयो में बजरी भरकर जिला मुख्यालय की सड़कों पर धड़ल्ले से दौडाते नजर आ रहे हैं.

बनास में धड़ल्ले से जारी है बजरी का खनन और परिवह
author img

By

Published : May 28, 2019, 7:58 AM IST

टोंक. राजस्थान में बजरी खनन पर भले ही सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा रखी हो पर टोंक की बनास में बजरी खनन धड़ल्ले से जारी है. जिसे रोकने वाला कोई नजर नहीं आ रहा है. दरअसल जिला मुख्यालय पर चल रहे सरकारी निर्माण कार्य के दौरान यह लगे बजरी के ढेर इसी बात का प्रमाण हैं कि टोंक की बनास नदी में आज भी अवैध बजरी खनन का खेल जारी है और बनास नदी में पुलिस संरक्षण में ही बजरी माफिया बनास नदी में बजरी का अवैध खनन कर रहे हैं. और फिर ट्रैक्टर ट्रॉलियों में बजरी भरकर सड़कों पर धड़ल्ले से दौडाते नजर आते हैं.

बनास में धड़ल्ले से जारी है बजरी का खनन और परिवहन

हालांकि टोंक पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट ने जब टोंक पुलिस अधीक्षक का पदभार ग्रहण किया था तब उन्होंने अवैध बजरी खनन रोकने को लेकर लाख बड़े-बड़े दावे किए थे लेकिन आज भी बनास नदी में बजरी का अवैध खनन किया जा रहा है. पहले बनास में रात में खनन किया जाता था लेकिन अब दिन में भी अवैध बजरी का खनन किया जा रहा है. यह सब टोंक पुलिस की मिलीभगत से हो रहा है. अगर टोंक की पुलिस बजरी माफियाओं पर कार्रवाई करती तो बजरी माफियाओं के हौसले बुलंद नहीं होते और बनास का सीना छलनी नहीं होता.

टोंक. राजस्थान में बजरी खनन पर भले ही सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा रखी हो पर टोंक की बनास में बजरी खनन धड़ल्ले से जारी है. जिसे रोकने वाला कोई नजर नहीं आ रहा है. दरअसल जिला मुख्यालय पर चल रहे सरकारी निर्माण कार्य के दौरान यह लगे बजरी के ढेर इसी बात का प्रमाण हैं कि टोंक की बनास नदी में आज भी अवैध बजरी खनन का खेल जारी है और बनास नदी में पुलिस संरक्षण में ही बजरी माफिया बनास नदी में बजरी का अवैध खनन कर रहे हैं. और फिर ट्रैक्टर ट्रॉलियों में बजरी भरकर सड़कों पर धड़ल्ले से दौडाते नजर आते हैं.

बनास में धड़ल्ले से जारी है बजरी का खनन और परिवहन

हालांकि टोंक पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट ने जब टोंक पुलिस अधीक्षक का पदभार ग्रहण किया था तब उन्होंने अवैध बजरी खनन रोकने को लेकर लाख बड़े-बड़े दावे किए थे लेकिन आज भी बनास नदी में बजरी का अवैध खनन किया जा रहा है. पहले बनास में रात में खनन किया जाता था लेकिन अब दिन में भी अवैध बजरी का खनन किया जा रहा है. यह सब टोंक पुलिस की मिलीभगत से हो रहा है. अगर टोंक की पुलिस बजरी माफियाओं पर कार्रवाई करती तो बजरी माफियाओं के हौसले बुलंद नहीं होते और बनास का सीना छलनी नहीं होता.

Intro:धड़ल्ले से जारी है अवैध बजरी खनन....

एंकर- भले ही राजस्थान में सुप्रीम कोर्ट ने बजरी खनन पर रोक लगा रखी हो,लेकिन राजस्थान के टोंक जिले में सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद टोंक की बनास नदी में अवैध बजरी खनन धड़ल्ले से जारी है,और बजरी माफिया बनास नदी से बजरी खनन कर ट्रैक्टर ट्रॉलीयो में बजरी भरकर जिला मुख्यालय की सड़कों पर धड़ल्ले से दौडाते नजर आ रहे हैं,लेकिन जिला मुख्यालय की पुलिस को यह सब दिखाई नहीं देता है, हालांकि जिला मुख्यालय की पुलिस बजरी माफियाओं पर छोटी मोटी कार्यवाही कर वाहवाही लूटने में लगी है। और बजरी माफिया लगातार बनास नदी में बजरी का अवैध खनन कर रहा है।


Body:वीओ-राजस्थान में बजरी खनन पर भले ही सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा रखी हो पर टोंक की बनास में बजरी खनन धड़ल्ले से जारी है जिसे रोकने वाला कोई नजर नहीं आ रहा है, ऐसे में बनास नदी में माफिया राज, दरअसल जिला मुख्यालय पर चल रहे सरकारी निर्माण कार्य के दौरान यह लगे बजरी के ढेर इसी बात का प्रमाण है कि टोंक की बनास नदी में आज भी अवैध बजरी खनन का खेल जारी है, और बनास नदी में पुलिस संरक्षण में ही बजरी माफिया बनास नदी में बजरी का अवैध खनन कर रहे हैं, ओर फिर ट्रैक्टर ट्रॉलियो में बजरी भरकर सड़कों पर धड़ल्ले से दौडाते नजर आते हैं, जहां दिन के उजालों से लेकर रात के अंधेरे तक ट्रकों और ट्रैक्टरों में लादकर बजरी कई शहरों तक पहुंचाई जा रही है, और यह सब हो रहा है पुलिस की मिलीभगत से, इससे पर्यावरण को भी जमकर नुकसान हो रहा है।

बाईट-01- शकिल खान- स्थानीय निवासी
बाईट-02- एसी दोहारिया- सहायक खनिज अभियंता टोंक


Conclusion:फाइनल वीओ- हालांकि टोंक पुलिस अधीक्षक चुनाराम जाट ने जब टोंक पुलिस अधीक्षक का पदभार ग्रहण किया था तब उन्होंने अवैध बजरी खनन रोकने को लेकर लाख बड़े-बड़े दावे किए हो लेकिन आज भी बनास नदी में बजरी का अवैध खनन किया जा रहा है और पहले बनास में रात में खनन किया जाता था लेकिन अब दिन में भी अवैध बजरी का खनन किया जा रहा है, और यह सब टोंक पुलिस की मिलीभगत से हो रहा है अगर टोंक की पुलिस बजरी माफियाओं पर कार्यवाही करती तो बजरी माफियाओं के हौसले बुलंद नहीं होते, और बनास का सीना छलनी नहीं होता।

रविश टेलर
टोंक
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.