टोंक. राजस्थान में बजरी खनन पर भले ही सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा रखी हो पर टोंक की बनास में बजरी खनन धड़ल्ले से जारी है. जिसे रोकने वाला कोई नजर नहीं आ रहा है. दरअसल जिला मुख्यालय पर चल रहे सरकारी निर्माण कार्य के दौरान यह लगे बजरी के ढेर इसी बात का प्रमाण हैं कि टोंक की बनास नदी में आज भी अवैध बजरी खनन का खेल जारी है और बनास नदी में पुलिस संरक्षण में ही बजरी माफिया बनास नदी में बजरी का अवैध खनन कर रहे हैं. और फिर ट्रैक्टर ट्रॉलियों में बजरी भरकर सड़कों पर धड़ल्ले से दौडाते नजर आते हैं.
हालांकि टोंक पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट ने जब टोंक पुलिस अधीक्षक का पदभार ग्रहण किया था तब उन्होंने अवैध बजरी खनन रोकने को लेकर लाख बड़े-बड़े दावे किए थे लेकिन आज भी बनास नदी में बजरी का अवैध खनन किया जा रहा है. पहले बनास में रात में खनन किया जाता था लेकिन अब दिन में भी अवैध बजरी का खनन किया जा रहा है. यह सब टोंक पुलिस की मिलीभगत से हो रहा है. अगर टोंक की पुलिस बजरी माफियाओं पर कार्रवाई करती तो बजरी माफियाओं के हौसले बुलंद नहीं होते और बनास का सीना छलनी नहीं होता.