बता दें कि सड़क पूरी तरह से जर्जर स्थिति में है. सड़क पर 6 इंच गहरे गड्ढे हो गए हैं. दूसरी तरफ नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की तरफ से सड़क पर मोटा टोल वसूला जा रहा है. ऐसे में खराब सड़क पर टोल वसूली कांग्रेस और भाजपा के लिए अब राजनीति का केंद्र बन गया है. इस सड़क को लेकर आए दिन धरने प्रदर्शन हो रहे हैं.
कांग्रेस विधायक भरत सिंह का कहना है कि वह राष्ट्रीय राजमार्ग के नवीनीकरण के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री और प्रधानमंत्री को पत्र लिखते-लिखते परेशान हो गए हैं. ऐसे में अब आम जनता के सामने ही अपनी बात रखने के लिए इस तरह के बड़े-बड़े होल्डिंग्स लगवाए हैं. हालांकि भरत सिंह के लिए पोस्टर वार कोई नई बात नहीं है. इससे पहले भी अशोक गहलोत की सरकार में जब भरत सिंह पीडब्ल्यूडी मंत्री थे, उन्होंने कोटा शहर का बारां रोड सड़क घंटाघर से लेकर फोरलेन हाईवे तक बदहाल थी. ऐसे में उन्होंने इस सड़क पर लिखवा दिया था कि यह सड़क पीडब्ल्यूडी की नहीं है.
गौरतलब है कि 2009 में बनकर तैयार हुई सड़क का नवीनीकरण 2014 में टोल वसूल रही कंपनी को करना था, लेकिन टोल वसूल रही कंपनी ने सड़क का नवीनीकरण नहीं किया. जिससे सड़क की हालत दिन प्रतिदिन खराब होती चली गई. अब तो कोटा से बारां जिले के भंवरगढ़ तक 106 किलोमीटर लंबी दूरी की सड़क पर हर किलोमीटर में सैकड़ों जानलेवा गड्ढे हो चुके हैं.ऐसे में लोग खराब सड़क पर भी टोल देने को मजबूर है.