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बूंदी: रामगढ़ अभ्यारण्य में मृत मिली मादा पैंथर, फॉरेंसिक रिपोर्ट के बाद होगा खुलासा

बूंदी के रामगढ़ अभ्यारण्य में रविवार को एक पैंथर की मौत का मामला सामने आया, जिसके बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने जांच पड़ताल कर मेडिकल बोर्ड से पैंथर के शव का पोस्टमार्टम करवाया. इसके साथ ही पैंथर की मौत को संदिग्ध मानते हुए पीएम की फॉरेंसिक रिपोर्ट को कोटा भेजा है.

बूंदी की खबर, Bundi news
पैंथर की मौत से वन विभाग में मचा हड़कंप
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Published : Jan 26, 2020, 8:29 PM IST

बूंदी. जिले के रामगढ़ अभ्यारण्य में रविवार को एक मादा पैंथर की मौत की खबर सुनते ही वन विभाग में हड़कंप मच गया. सूचना पर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया. जिसके बाद टीम बूंदी के रेंज कार्यालय लेकर पहुंची, जहां पर वन विभाग और पशु चिकित्सकों की मेडिकल टीम ने पैंथर की जांच पड़ताल कर उसका पोस्टमार्टम किया. जिसमें पता चला कि मृत पैंथर एक मादा पैंथर है और उसकी आयु 2 से ढाई साल की है. हांलाकि अभी तक उसकी मौत के कारणों की पुष्टि नहीं की गई है.

पैंथर की मौत से वन विभाग में मचा हड़कंप

बता दें कि जब जांच करने वन विभाग की टीम पहुंची तो पैंथर बांसखेड़ा और जावरा के जंगल में मृत अवस्था में पड़ा हुआ मिला था. वहीं पीएम के बाद फॉरेंसिक रिपोर्ट को कोटा भेज दिया गया है. साथ ही रिपोर्ट आने तक वन विभाग की टीम आगे की कार्रवाई में जुट गई है. वन विभाग का कहना है कि पैंथर की मौत पानी की कमी या बीमारी के चलते हुई होगी, लेकिन फिर भी फॉरेंसिक रिपोर्ट के बाद ही मामले का खुलासा हो पाएगा.

पढ़ें- बूंदी: खेल मंत्री अशोक चांदना ने किया ध्वजारोहण, 49 प्रतिभाओं का सम्मान

जानकारी के अनुसार रामगढ़ अभ्यारण्य में वन विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि बांसखेड़ा और जावरा के जंगल में एक पैंथर मृत अवस्था में पड़ा हुआ है. सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लिया, जहां पता चला कि पैंथर का शव 5 से 6 दिन पुराना है.

वहीं, पैंथर की मौत के मामले को बूंदी के वन विभाग की ओर से दबाई जाने की भी बात सामने आई. बता दें कि शहर के जैतसागर रोड स्थित हनुमंत वाटिका रेंज में पैंथर के शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा था, जहां पर वाइल्डलाइफ प्रेमियों की सूचना पर मीडिया की टीम मौके पर पहुंची और पूरे मामले का खुलासा हो गया. क्योंकि, रामगढ़ अभ्यारण्य के अंदर इस तरीके से पैंथर की मौत होना कही ने कही वन विभाग की बड़ी लापरवाही है.

पढ़ें- बूंदीः गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन, छात्र-छात्राओं ने दी मनमोहक प्रस्तुति

साथ ही मादा पैंथर की मौत के बाद वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है और रामगढ़ अभ्यारण क्षेत्र में कुछ दिनों बाद बाघों को छोड़ा जाना है. ऐसे में अभ्यारण्य के अंदर पैंथर की मौत होना वन विभाग के सामने चिंता का विषय बन गया है. अब सवाल खड़ा होता है कि आखिर पैंथर की मौत किसी बीमारी से हुई या शिकारियों ने उसे मौत के घाट उतार दिया. यह तो फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही वन विभाग की टीम खुलासा कर पाएगी.

बूंदी. जिले के रामगढ़ अभ्यारण्य में रविवार को एक मादा पैंथर की मौत की खबर सुनते ही वन विभाग में हड़कंप मच गया. सूचना पर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया. जिसके बाद टीम बूंदी के रेंज कार्यालय लेकर पहुंची, जहां पर वन विभाग और पशु चिकित्सकों की मेडिकल टीम ने पैंथर की जांच पड़ताल कर उसका पोस्टमार्टम किया. जिसमें पता चला कि मृत पैंथर एक मादा पैंथर है और उसकी आयु 2 से ढाई साल की है. हांलाकि अभी तक उसकी मौत के कारणों की पुष्टि नहीं की गई है.

पैंथर की मौत से वन विभाग में मचा हड़कंप

बता दें कि जब जांच करने वन विभाग की टीम पहुंची तो पैंथर बांसखेड़ा और जावरा के जंगल में मृत अवस्था में पड़ा हुआ मिला था. वहीं पीएम के बाद फॉरेंसिक रिपोर्ट को कोटा भेज दिया गया है. साथ ही रिपोर्ट आने तक वन विभाग की टीम आगे की कार्रवाई में जुट गई है. वन विभाग का कहना है कि पैंथर की मौत पानी की कमी या बीमारी के चलते हुई होगी, लेकिन फिर भी फॉरेंसिक रिपोर्ट के बाद ही मामले का खुलासा हो पाएगा.

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जानकारी के अनुसार रामगढ़ अभ्यारण्य में वन विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि बांसखेड़ा और जावरा के जंगल में एक पैंथर मृत अवस्था में पड़ा हुआ है. सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लिया, जहां पता चला कि पैंथर का शव 5 से 6 दिन पुराना है.

वहीं, पैंथर की मौत के मामले को बूंदी के वन विभाग की ओर से दबाई जाने की भी बात सामने आई. बता दें कि शहर के जैतसागर रोड स्थित हनुमंत वाटिका रेंज में पैंथर के शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा था, जहां पर वाइल्डलाइफ प्रेमियों की सूचना पर मीडिया की टीम मौके पर पहुंची और पूरे मामले का खुलासा हो गया. क्योंकि, रामगढ़ अभ्यारण्य के अंदर इस तरीके से पैंथर की मौत होना कही ने कही वन विभाग की बड़ी लापरवाही है.

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साथ ही मादा पैंथर की मौत के बाद वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है और रामगढ़ अभ्यारण क्षेत्र में कुछ दिनों बाद बाघों को छोड़ा जाना है. ऐसे में अभ्यारण्य के अंदर पैंथर की मौत होना वन विभाग के सामने चिंता का विषय बन गया है. अब सवाल खड़ा होता है कि आखिर पैंथर की मौत किसी बीमारी से हुई या शिकारियों ने उसे मौत के घाट उतार दिया. यह तो फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही वन विभाग की टीम खुलासा कर पाएगी.

Intro:बूंदी के रामगढ़ अभ्यारणय में एक पैंथर की मौत का मामला सामने आने के बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया। यहां पर सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल कर मेडिकल बोर्ड से पैंथर के शव का पोस्टमार्टम करवाया । वन विभाग की टीम ने संदिग्ध मानते हुए फॉरेंसिक रिपोर्ट को कोटा भेजा है और मामले की जांच में वन विभाग की टीम जुटी हुई है वही मादा पेंथर होने के चलते वन विभाग मौत के बाद चिंतित है ।


Body:बूंदी के रामगढ़ अभयारण्य में एक मादा पैंथर की मौत का मामला सामने आने के बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया । सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची और जांच शुरू की जहां पर पता चला कि पैंथर बांसखेड़ा व जावरा के जंगल में मृत अवस्था में पड़ा हुआ था जिसे जांच के बाद टीम बूंदी के रेंज कार्यालय लेकर पहुंची जहां पर वन विभाग एवं पशु चिकित्सको की मेडिकल टीम ने पैंथर की जांच पड़ताल कर उसका पोस्टमार्टम किया । जहां पर पोस्टमार्टम में पता चला कि पैंथर मादा पैंथर है और उसकी आयु 2 से ढाई साल की है और उसकी मौत कैसे हुई यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। वन विभाग ने पशु चिकित्सकों के अनुसार बताई गई विचारणीय बिंदु पर जांच शुरू कर दी है और विभाग द्वारा फॉरेंसिक रिपोर्ट को कोटा भिजवा दिया है जहां जांच आने के बाद ही वन विभाग की टीम कार्रवाई में जुट जाएगी । जबकि वन विभाग का कहना है कि पैंथर की मौत पानी की कमी या बीमारी के चलते हुई होगी लेकिन फिर भी पोस्टमार्टम वह फॉरेंसिक रिपोर्ट के बाद मामले का खुलासा हो जाएगा । लेकिन रामगढ़ अभयारण्य में वन विभाग की मानें तो पानी की कमी कतेह ही नहीं है ।

जानकारी के अनुसार रामगढ़ अभयारण्य में वन विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि बांसखेड़ा व जावरा के जंगल में एक पेंथर मृत अवस्था में पड़ा हुआ है । इसकी सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लिया जहां पता चला कि मादा पैंथर का यह शव है और 5 से 6 दिन पुराना । वहीं पैंथर की मौत के मामले को बूंदी के वन विभाग द्वारा मौत की जानकारी दबाई जाने की भी बात सामने आई । यहां पर पूरे घटना में वन विभाग की टीम ने घटनास्थल से शव को कब्जे में लिया और शहर के जैतसागर रोड स्थित हनुमंत वाटिका रेंज में पेंथर के शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा था यहां पर वाइल्डलाइफ के प्रेमियो की सूचना पर मीडिया की टीम मौके पर पहुंची और पूरे मामले का खुलासा हो गया। क्योंकि रामगढ़ अभयारण्य के अंदर इस तरीके से पैंथर की मौत होना कई ने कई वन विभाग की बड़ी लापरवाही है और आखिरकार वन विभाग को यह जिम्मेदारी तय करनी होगी कि वह वन्यजीवों की रक्षा कैसे करें ।


Conclusion:मादा पेंटर की मौत के बाद वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है और रामगढ़ अभ्यारण क्षेत्र में कुछ दिनों बाद बाघो को छोड़ा जाना है । ऐसे में अभयारण्य के अंदर पैंथर की मौत होना वन विभाग के सामने चिंता का विषय बन गया है । अब सवाल खड़ा होता है कि आखिर पैंथर की मौत किसी बीमारी से हुई या शिकारियों ने उसे मौत के घाट जहर देकर उतार दिया । यह तो अब फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही वन विभाग की टीम खुलासा कर पाएगी ।

बाईट - नीरज जैन , रेंजर
बाईट- विट्टल सनाढय , वन्यजीव प्रेमी
बाईट - टीकमचंद मीना , चिकित्सक
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