बूंदी. केंद्र के उपनिदेशक हितेंद्र गेरा ने बताया कि किसानों को उनकी उपज का उचित लाभ दिलाने के लिए राज्य में पहला सब्जी उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया गया है. यहां पर किसान अपना बीज लाकर उसकी पौध तैयार करा सकते हैं. किसान अपने खेत में पौध तैयार करता है तो लगभग 50 फीसदी और नष्ट हो जाता है. ऐसा यहां पर नहीं होगा. केंद्र की ओर से अपने स्तर पर सब्जियों की पौध तैयार की जाएगी जिन्हें किसान यहां आकर खरीद सकता है. इसके लिए उसे पहले यहां आकर पौध की संख्या के बारे में जानकारी देनी होगी उसे किस सब्जी के कितने पौध की आवश्यकता है
उसी आधार पर पौध तैयार होंगे इस केंद्र का मुख्य उद्देश्य किसानों के लिए स्वस्थ और अच्छी उपज देने वाला है. इसके लिए हाईटेक नर्सरी भी स्थापित की गई है. यहां एक दीवार पर कूलिंग पैड लगे होंगे बूम सिंचाई की ओर से पौध की संख्या की जाएगी. 1008 वर्ग मीटर में फैले हुए इस भाग में किसानों के लिए सब्जी की पौध तैयार होगा. जिसका तापमान नियंत्रण का कार्य हमारे जिम्मे में होगा. जिसके चलते सर्दी, गर्मी, बरसात होने से पौधों को नुकसान नहीं होने देंगे. दूसरी तरफ पॉली हाउस बनाया गया है. पोली हाउस में खीरा, मिर्ची , टमाटर , सलाद के काम आते हैं उनकी खेती की जाएगी. छत्ररोड पर स्थित भूमि पर किसानों के लिए यूनिट की स्थापना की गई है.
जिसके 2 हेक्टेयर क्षेत्र में जैविक प्रदर्शन होगा सब्जियों की पौध तैयार करने के बारे में किसान यहां आकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. किसानों को यहां पौध तैयार करने की संपूर्ण जानकारी दी जाएगी किस प्रकार की किसान जैविक खाद का उपयोग कर अपनी उपज को अधिक उपयोगी बना सके. कृषि उत्कृष्ट केंद्र में ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन स्थापित किया गया है जो मौसम की जानकारी देगा. वेजिटेबल का भी यहां निर्माण करवाया गया है जिसमें पैकिंग करवाई जाएगी. वर्तमान में स्वीट कॉर्न, करेला, भिंडी, खीरा, तरबूज, खरबूजे के बीज तैयार किए जा रहे हैं.