बूंदी. जिले के पुलिस अधीक्षक जय यादव ने तीन पुलिसकर्मियों निलंबित कर दिया है. निलंबित तीनों पुलिसकर्मियों पर थाने में एक शख्स से मारपीट करने का आरोप था. मामले में संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने उक्त कार्रवाई की है. साथ ही बताया गया कि हिंडोली थाने के कांस्टेबल अनिल, भीकाराम, शंकर प्रजापति की जांच में भूमिका सामने आई थी, जिसके बाद तत्काल उनके खिलाफ कार्रवाई की गई. वहीं, इस कार्रवाई से बूंदी पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है.
दरअसल, एक हादसे में लिप्त डंपर को जब्त करने के लिए पुलिस ने उसके मालिक को थाने बुलाया था, लेकिन मालिक खुद थाने नहीं आया और उसने बीते 17 अगस्त को मुकेश मेहरात के हाथों डंपर को थाने भेज दिया. इस हादसे से मुकेश का कोई वास्ता नहीं था. वो केवल डंपर को थाने पर खड़ा करने लिए आया था, लेकिन जब वो थाने पहुंचा तो काफी रात हो चुकी थी. ऐसे में वो थाने परिसर में ही सो गया. इसी बीच देर रात करीब 12 बजे ड्यूटी चेंज होने पर कुछ पुलिसकर्मियों से मुकेश का विवाद हो गया. इसके बाद पुलिसकर्मियों ने मुकेश पर शराब पीने का आरोप लगाया और उसके साथ मारपीट की.
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पुलिस उपाधीक्षक हिंडोली सज्जन सिंह ने बताया कि उनके पास चालक मुकेश मेहरात से थाने में मारपीट से जुड़ा एक प्रकरण जांच के लिए एसपी ऑफिस से आया था. इस संबंध में मुकेश ने बताया था कि बीते 17 अगस्त की रात को वो थाने में एक डंपर को खड़ा करने के लिए गया था. वहीं, रात अधिक होने के कारण वो थाना परिसर में ही सो गया. लेकिन देर रात हिंडोली थाने के कांस्टेबल अनिल, भीकाराम और शंकर प्रजापति ने उसके साथ बदसलूकी और मारपीट की थी. इस मामले में उन्होंने जांच रिपोर्ट बुधवार को एसपी ऑफिस को दी थी.
वहीं, इस पूरे मामले में बूंदी एसपी जय यादव ने कहा कि पुलिस उपाधीक्षक सज्जन सिंह की जांच में तीनों कांस्टेबल के ड्राइवर से मारपीट करने की बात सामने आई है. ऐसे में जिला पुलिस महकमे को सख्त संदेश देने के लिए आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है. साथ ही कहा कि आमजन से दुर्व्यवहार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.