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बूंदी में बारिश का कहर...कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति

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Published : Aug 16, 2019, 5:26 PM IST

बूंदी में भारी बारिश के चलते कई कॉलोनियां बाढ़ के चपेट में आ गई हैं. जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इन कॉलोनियों का हालात जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम कॉलोनी वासियों की पीड़ा सुनने के लिए पहुंची. जहां पर ईटीवी भारत के कैमरे में लोगों ने प्रशासन के सारे दावों की पोल खोल कर रख दी.

Rainfall in Bundi, flood situation, बूंदी न्यूज स्टोरी

बूंदी. जिले में पिछले 24 घंटे से लगातार बारिश का दौर जारी है. मूसलाधार बारिश होने के चलते सारी नदियां उफान पर हैं. ऐसे में नालों में पानी की आवक होने से सभी बांध, तालाब और नदियों के जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं.

ईटीवी भारत ने जाने बाढ़ पीड़ितों के हाल

लोगों ने आरोप लगाया कि यहां पिछले 24 घंटे से लगातार बारिश हो रही है, सारे घरो में पानी घूस चुकां है ऐसे में प्रशासन ने ना आकर हाल जाना और ना ही किसी प्रकार की खानपान की व्यवस्था करवाई है. इस परिस्थिती में उनका जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है. आपको बता दे कि घरो में 2 से 4 फिट पानी भरा हुआ है । करीब 200 घरो के लोग पानी से प्रभावित हुए है.

बूंदी शहर में भी दो झीलें उफान पर है. यहां पर प्रशासन द्वारा झीलो के सभी गेटों को खोल दिये जाने के बाद निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गया हैं. सभी गेटों को खोले जाने से हजारों लीटर पानी की निकासी की जा रही है जिससे शहर के हालात खराब हो चुके हैं. सभी गेटों खुलने से सदर बाजार, नागदी बाजार, ठठेरा बाजार,मीरा गेट बाजार में बारिश का पानी सड़कों पर दिखाई दे रहा है.

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वहीं जेतसागर झील के सभी 9 गेटों को प्रशासन ने खोल दिया है जिससे जेतसागर झील से निकलने वाला नाला उफान पर आ गया है. यहां पर उफान के चलते बूंदी - दबलाना मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया है. वहीं नाले से गुजरने वाली सड़कों पर पानी देखा जा सकता है. इन दोनों झीलों से निकलने वाला पानी जवाहर कॉलोनी और महावीर कॉलोनी में नाली के सहारे जा रहा है, लेकिन अतिक्रमण होने के चलते नाला संकरा हो गया है. इसी कारण से जब बारिश हुई तब प्रशासन की पोल खुल गई और निचली बस्ती के घरों में पानी घुस गया.

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लोगों का कहना है कि घरो में पानी के घुसने से खाने पीने की सबसे ज्यादा दिक्कत हा गई है. उन्होंने बारिश के समय जैसे तैसे अपना कीमती सामान एकत्रित कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा तो दिया है.

महावीर कॉलोनी और जवाहर कॉलोनी के हालात बेहद खराब वजर आ रहे है. लगातार 24 घंटे के बारिश से सड़को के ऊपर पानी का दरिया चलता नजर आया. यहां पर युवाओं की टोली एकत्रित होकर राहत बचाव के कार्य अपने स्तर पर कर रही है. इस इलाके में पिछले 24 घंटे से बिजली भी गायब है. वही लोग छतों पर चढ़कर अपनी दिनचर्या को पूरा कर रहे हैं तो कुछ लोग दुसरे ईलाकों में पलायन कर चुके हैं.

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बाढ़ का जायजा लेने हमारी टीम उन बाढ़ पीड़ितों से मिलने के लिए पहुंची. वहां पहुचने के बाद पता चला कि वहां कि स्थिति बद से बतदर हा चुंकि है. पूरा कॉलोनी जलमग्न हो चूका है. ऐसे में वहां के लोगों ने बताया कि इस इलाके से जेतसागर और नवल सागर झील से छोड़े जाने वाले पानी का नाला गुजरता है जो किसी समय 40 फीट हुआ करता था, लेकिन लोगों ने इस तरीके से नाले पर अतिक्रमण किया कि वह नाला केवल 10 फिट का ही रह गया. ऐसे में प्रशासन ज्यादा बारिश आने पर इन झीलों के गेट को खोल देता है, लेकिन जैसे-जैसे नाला सकरा होता गया वैसे-वैसे पानी सड़कों पर आता गया. आज यह स्थिति हो गई कि थोड़ी सी बारिश में सड़कों पर पानी नहीं नदी का दरिया बन जाता है.

बूंदी. जिले में पिछले 24 घंटे से लगातार बारिश का दौर जारी है. मूसलाधार बारिश होने के चलते सारी नदियां उफान पर हैं. ऐसे में नालों में पानी की आवक होने से सभी बांध, तालाब और नदियों के जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं.

ईटीवी भारत ने जाने बाढ़ पीड़ितों के हाल

लोगों ने आरोप लगाया कि यहां पिछले 24 घंटे से लगातार बारिश हो रही है, सारे घरो में पानी घूस चुकां है ऐसे में प्रशासन ने ना आकर हाल जाना और ना ही किसी प्रकार की खानपान की व्यवस्था करवाई है. इस परिस्थिती में उनका जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है. आपको बता दे कि घरो में 2 से 4 फिट पानी भरा हुआ है । करीब 200 घरो के लोग पानी से प्रभावित हुए है.

बूंदी शहर में भी दो झीलें उफान पर है. यहां पर प्रशासन द्वारा झीलो के सभी गेटों को खोल दिये जाने के बाद निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गया हैं. सभी गेटों को खोले जाने से हजारों लीटर पानी की निकासी की जा रही है जिससे शहर के हालात खराब हो चुके हैं. सभी गेटों खुलने से सदर बाजार, नागदी बाजार, ठठेरा बाजार,मीरा गेट बाजार में बारिश का पानी सड़कों पर दिखाई दे रहा है.

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वहीं जेतसागर झील के सभी 9 गेटों को प्रशासन ने खोल दिया है जिससे जेतसागर झील से निकलने वाला नाला उफान पर आ गया है. यहां पर उफान के चलते बूंदी - दबलाना मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया है. वहीं नाले से गुजरने वाली सड़कों पर पानी देखा जा सकता है. इन दोनों झीलों से निकलने वाला पानी जवाहर कॉलोनी और महावीर कॉलोनी में नाली के सहारे जा रहा है, लेकिन अतिक्रमण होने के चलते नाला संकरा हो गया है. इसी कारण से जब बारिश हुई तब प्रशासन की पोल खुल गई और निचली बस्ती के घरों में पानी घुस गया.

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लोगों का कहना है कि घरो में पानी के घुसने से खाने पीने की सबसे ज्यादा दिक्कत हा गई है. उन्होंने बारिश के समय जैसे तैसे अपना कीमती सामान एकत्रित कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा तो दिया है.

महावीर कॉलोनी और जवाहर कॉलोनी के हालात बेहद खराब वजर आ रहे है. लगातार 24 घंटे के बारिश से सड़को के ऊपर पानी का दरिया चलता नजर आया. यहां पर युवाओं की टोली एकत्रित होकर राहत बचाव के कार्य अपने स्तर पर कर रही है. इस इलाके में पिछले 24 घंटे से बिजली भी गायब है. वही लोग छतों पर चढ़कर अपनी दिनचर्या को पूरा कर रहे हैं तो कुछ लोग दुसरे ईलाकों में पलायन कर चुके हैं.

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बाढ़ का जायजा लेने हमारी टीम उन बाढ़ पीड़ितों से मिलने के लिए पहुंची. वहां पहुचने के बाद पता चला कि वहां कि स्थिति बद से बतदर हा चुंकि है. पूरा कॉलोनी जलमग्न हो चूका है. ऐसे में वहां के लोगों ने बताया कि इस इलाके से जेतसागर और नवल सागर झील से छोड़े जाने वाले पानी का नाला गुजरता है जो किसी समय 40 फीट हुआ करता था, लेकिन लोगों ने इस तरीके से नाले पर अतिक्रमण किया कि वह नाला केवल 10 फिट का ही रह गया. ऐसे में प्रशासन ज्यादा बारिश आने पर इन झीलों के गेट को खोल देता है, लेकिन जैसे-जैसे नाला सकरा होता गया वैसे-वैसे पानी सड़कों पर आता गया. आज यह स्थिति हो गई कि थोड़ी सी बारिश में सड़कों पर पानी नहीं नदी का दरिया बन जाता है.

Intro:बूंदी में भारी बारिश के चलते हैं कई कॉलोनियों में बाढ़ आ गई है जिससे उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है । इन कॉलोनियों का हालात जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम कॉलोनियों के वासियों की पीड़ा सुनने के लिए पहुंची । जहां पर ईटीवी भारत के कैमरे पर लोगों ने प्रशासन के सारे दावो की पोल खोल कर रख दी । यहां पर लोगों ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने पिछले 24 घंटे से जारी बरसात में ना आकर पूछा है ना ही किसी प्रकार की खानपान की व्यवस्था करवाई है । ऐसे में उनका जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है । आपको बता दे कि घरो में 2 से 4 फिट पानी भरा हुआ है । करीब 200 घरो के लोग पानी से प्रभावित हुए है ।


Body:बूंदी जिले में पिछले 24 घंटे से बारिश का दौर जारी है। बारिश मूसलाधार होने के चलते लगातार नदी नालों में पानी की आवक होने से सभी बांध , तालाबों और नदियों का जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया है । बूंदी शहर में 2 झीले उफान पर चल रही है । यहां पर प्रशासन द्वारा झीलो के सभी गेटों को खोल दिये जाने के बाद निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। प्रशासन द्वारा सभी गेटों को खोलने से हजारों लीटर पानी की निकासी की जा रही है जिससे शहर के हालात खराब हो चुके हैं। नवलसागर झील के सभी गेटों को प्रशासन ने खुला हुआ है जिसके चलते सदर बाजार , नागदी बाजार , ठठेरा बाजार ,मीरा गेट बाजार में बारिश का पानी सड़कों पर देखा जा सकता है ।वहीं जेतसागर झील के सभी 9 गेटों को प्रशासन ने खोल दिया है जिससे जेतसागर झील से निकलने वाला नाला उफान पर आ गया है । यहां पर उफान के चलते बूंदी - दबलाना मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया है । वहीं नाले से गुजरने वाली सड़कों पर पानी देखा जा सकता है । इन दोनों झीलों से निकलने वाला पानी जवाहर कॉलोनी व महावीर कॉलोनी में नाली के सहारे जाता है लेकिन अतिक्रमण होने के चलते नाला संकरा हो गया है। यही कारण रहा कि तेज बरसात हुई तो नाले उफान पर आ गया और निचली बस्ती के घरों में पानी घुस गया । यही नहीं लगातार बारिश होने के चलते दोनों झीलों में पानी की आवक तेज होने से जलस्तर बढ़ रहा है तो इन इलाकों में पानी लगातार बढ़ता जा रहा है । यहां पर हर घरों में तीन से चार फिट पानी देखा जा सकता है। जहां पर लोग अपने परिवारजनों के साथ रात्रि सोया करते थे वह अपनी दैनिक दिनचर्या को किया करते थे उस आंगन में बारिश का पानी देखा जा सकता है । घरों में कोई सी ऐसी जगह नहीं है जहां पर पानी नहीं हो जगह-जगह इलाके के घरों में पानी देखा जा सकता है। यहां पर आम लोगों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है । अचानक से आए पानी से लोगों के खाने-पीने के सामान बारिश में बह गए । वहीं घरों में 4 से 5 फिट पानी भरा होने से लोग परेशान हो गए हैं । उन्हें यह डर सता रहा है कि वह आखिर जाए तो कहां जाए । क्योंकि पिछले 24 घंटे से बरसात के कारण इलाका पूरी तरह से डूब चुका है । लेकिन प्रशासन ने वहां आकर उनकी संभाल नहीं पूछी।


ऐसे में कुछ घरों के लोगों का कहना है कि आखिर कहां पानी पिये और कहां खाना खाए उनके घरों में पानी ही पानी नजर आ रहा है उन्होंने बारिश के समय जैसे तैसे करके अपना कीमती सामान एकत्रित कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा तो दिया लेकिन घर पर रहने वाले अन्य लोगों के लिए छत तो है लेकिन टिकने के लिए जमीन नहीं है । क्योंकि पानी में कब तक खड़े रहे पानी तो कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है । महावीर कॉलोनी वह जवाहर कॉलोनी के हालात इस तरीके से थे कि पानी लगातार 24 घंटे आता रहा और सड़क के ऊपर पानी का दरिया चलता रहा। यहां पर युवाओं की टोली एकत्रित हुई और रोजमर्रा की तरह जाने वाले लोगों की सहायता करते हुए नजर आए क्योंकि बारिश का पानी इस तरीके से सड़कों पर था कि सड़क दूर-दूर तक दिखाई नहीं दे रही थी और 2 से 3 फीट पानी सड़कों पर था। ऐसे में युवाओं की टोली द्वारा राहत बचाव के कार्य अपने स्तर पर किए गए । इस इलाके में पिछले 24 घंटे से बिजली भी गायब है ।नवही लोग छतों पर चढ़कर अपनी दिनचर्या को पूरा कर रहे हैं तो कुछ लोग इस इलाके से अन्य लोग पलायन कर चुके हैं ।।


Conclusion:इसी इलाके की बाढ़ की हालात जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम महावीर कॉलोनी व जवाहर कॉलोनी पहुँची। जहां पर हमारी टीम उन बाढ़ पीड़ितों से मिलने के लिए पानी में होकर उनके समस्या जानने पहुंची । जहां पर उन्होंने इस पानी की समस्या के बारे में बताया साथ ही इतना पानी क्यों आया ।


इस पर लोगों का कहना था कि इस इलाके से जेतसागर वह नवल सागर झील से छोड़े जाने वाले पानी का नाला गुजरता है जो किसी समय 40 फीट हुआ करता था। लेकिन लोगों ने इस तरीके से नाले पर अतिक्रमण किया कि वह नाला केवल 10 फिट का ही रह गया । ऐसे में प्रशासन तो ज्यादा बारिश आने पर इन झीलों के गेट को खुलता ही था लेकिन जैसे-जैसे नाला सकरा होता गया तो पानी सड़कों पर आता गया । आज यह स्थिति हो गई कि थोड़ी सी बारिश में सड़कों पर पानी नहीं नदी का दरिया बन जाता है।

ऐसे में यहां के लोगों ने कहा है कि उन सभी लोगों को चिन्हित किया जाए जिन्होंने नाले पर अतिक्रमण किया और 40 फीट के नाले को 10 फिट कर दिया । तभी जाकर इस इलाके का समाधान हो पाएगा वरना हर बारिश में ऐसी स्थिति हो जाती है। लेकिन लोगों का यह भी कहना था कि काफी सालों बाद ऐसा हुआ है जब 24 घंटे लगातार बारिश जारी रही हुई हो और हमारे घरों में कितना पानी आया हो । इससे पहले काफी लंबे समय बाद यह हुआ था । ईटीवी भारत की टीम ने लोगों की हालत जाने तो लोगों के घर पर पानी घुसा हुआ था । पीने के सामान वहां नहीं थे तो खाने के सामान भी वहां नहीं थे । लोग प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे थे । यकीनन बूंदी में 24 घंटे से जारी बरसात में प्रशासन के सारे दावे की पोल खोलकर रख दी है तो प्रशासन उन लोगों के पास भी नहीं पहुंच पा रहा है ना ही राहत बचाव के कार्य कर पा रहा है ।।

बाईट- इन्द्र बाई ,पीड़ित
बाईट - शंकर जीनगर , पीड़ित
सलीम अली वॉक थ्रो
बाईट - अल्ताफ , पीड़ित
सलीम अली , मौके से वॉक थ्रो
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