बूंदी. भ्रष्टाचारियों पर इन दिनों भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो लगातार एक्शन में दिखाई दे रहा है. अब बूंदी में एसीबी ने कार्रवाई करते हुए हल्का पटवारी और पंचायत समिति के सचिव को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि एसीबी की गिरफ्त में आए दोनों घूसखोर सगे भाई हैं. घूसखोर अधिकारी कृषि भूमि का इंतकाल खोलने की एवज में 25 हजार रुपए की रिश्वत की मांग कर रहे थे. जिसके बाद हल्का पटवारी व बूंदी पंचायत समिति के सचिव को रंगे हाथों गिरफ्तार किया. पकड़े गए दोनों आरोपी सगे भाई हैं जो बूंदी के देवपुरा इलाके में किराए के मकान में रहकर रिश्वत की काली कमाई कूट रहे थे.
एसीबी ने जाल बिछाकर किया ट्रैप
जानकारी के अनुसार जिले के कुमारिया गांव निवासी कुणाल सिंह ने 27 मई को रिपोर्ट दी थी. जिसमें कहा था कि बूंदी हल्का पटवारी और सचिव द्वारा इंतकाल खोलने की एवज में उससे 25 हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है. इस शिकायत पर बूंदी एसीबी ने सत्यापन करवाया. जहां पर इसकी पुष्टि हो गई. ऐसे में एसीबी ने जाल बिछाया और बुधवार देर रात्रि को शहर के देवपुरा स्थित किराए के मकान पर बोगस ग्राहक को भेजा. जहां पर बूंदी हल्का पटवारी दिलीप गोयल और संजीव गोयल को 25 हजार रुपए की रिश्वत के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
भरतपुर जिले के बयाना के रहने वाले हैं घूसखोर भाई
सूत्रों के अनुसार दोनों आरोपी बाइक में सवार होकर आए थे. वहीं सूत्रों के अनुसार यह भी मालूम हुआ कि जैसे ही पीड़ित द्वारा आरोपियों को पैसे दिए गए, तो हल्का पटवारी द्वारा पैसे गिनकर आए सचिव को जेब में रखने के लिए कहा गया. तब जाकर एसीबी ने कार्रवाई को अंजाम दिया. फिलहाल दोनों आरोपियों को बूंदी एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया है. जिनसे पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के बाद दोनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा. दोनों आरोपी भरतपुर जिले के बयाना निवासी हैं. जहां हल्का पटवारी बूंदी में पोस्टेड था. तो वहीं बूंदी पंचायत समिति का सचिव हाल ही में ही पोस्टेड हुआ है. ऐसे में दोनों भाई मिलकर भ्रष्टाचार के खिलौने खेल को अंजाम दे रहे थे.