बूंदी. कोटा मेडिकल कॉलेज पर बढ़ते दबाव को देखते हुए अब बूंदी में भी कोरोना सैम्पल के लिए जांच लैब बन रही है और जल्द ही बूंदी वासियों को कोरोना लैब बन जाने के बाद राहत मिलेगी. बता दें कि राजस्थान सरकार ने 11 जिलों में लैब बनाने की घोषणा की थी जिसमें बूंदी जिला भी शामिल है. जहां कोरोना टेस्ट लैब बन रही है और इसकी देखरेख कोटा मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य विजय सरदाना को दी गई है.
इस लैब का निर्माण बूंदी के जनाना वार्ड में पुरानी बिल्डिंग में किया जा रहा है. जो करीब लाखों की लागत से एक माह में बनकर तैयार हो गई है. सूत्रों की माने तो 15 दिनों के अंदर यहां पर जांच मशीन शिफ्ट हो जाएगी और व्यवस्था सुचारू रही तो कोरोना लैब बूंदी में ही शुरू हो जाएगी.
लैब शुरू हो जाने से बूंदी और आस-पास के इलाके के लोगों को अपनी रिपोर्ट का इंतजार नहीं करना पड़ेगा और उन्हें कुछ घंटों में ही अपनी कोरोना टेस्ट का पता लग जाएगा. वहीं, पहले ये होता था कि कोरोना की शुरुआत होने के साथ ही कोटा मेडिकल कॉलेज में बूंदी जिले के आस-पास की जांच के लिए मरीजों को 2 से 3 दिन तक इंतजार करना पड़ता था और इस दौरान मरीजों को काफी परेशानी होती थी, लेकिन चिकित्सा विभाग की ओर से राजस्थान के 11 जिलों में कोरोना जांच लैब खोलने की स्वीकृति जारी होने के बाद बूंदी में भी कोरोना टेस्ट लैब लगभग बनकर तैयार हो गई है, युद्ध स्तर पर कोरोना जांच लैब का निर्माण कार्य चल रहा है.
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इस कोरोना लैब में चार जांच केंद्र बनाए गए हैं, दो चिकित्सा कक्ष बनाए गए हैं, वहीं, स्टाफ रूम बनाया गया है और पूरे भवन को वातानुकुलित किया गया है. साथ में इस कोरोना जांच लैब को ऐसे स्थान पर बनाया गया है जहां पर मरीज आसानी से नहीं पहुंच सकता और संक्रमण फैलने का खतरा भी नहीं रहेगा. हालांकि कोरोना की जांच आइसोलेशन वार्ड स्थित कोरोना सेंटर वार्ड में मरीजों को करानी होगी और वहां से सैंपल कलेक्शन होकर इस भवन में जांच के लिए पहुंचेगा यहां पर रिपोर्ट जारी की जाएगी.