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स्पेशल रिपोर्ट: बूंदी उत्सव का दूसरा दिन....जमकर थिरके विदेशी पावणे, राजस्थानी खाने का भी चखा स्वाद

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Published : Nov 16, 2019, 9:23 PM IST

बूंदी उत्सव 25वां रजत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है. 15 नवंबर से शुरु हुए बूंदी उत्सव का शनिवार को दूसरा दिन रहा. इस दौरान देशी और विदेशी पर्यटकों ने जमकर मस्ती की. राजस्थानी गीतों पर खूब ठुमके लगाए. जिसको देखकर एक अलग ही आनंद की अनुभूति हो रही थी. साथ ही पर्यटकों ने राजस्थानी मान मनुहार से व्यजंनों को भी चखा. देखिए स्पेशल रिपोर्ट

Bundi festival, बूंदी उत्सव

बूंदी. जिले में चल रहे बूंदी उत्सव के तहत दूसरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही. राजस्थानी गानों पर पर्यटक झूमते दिखाई दिए तो विदेशी पावणों का राजस्थानी परंपरा के साथ उनका मान मनुहार किया गया. उन्हें बूंदी का मशहूर खाना कत्त, बाबला व दाल, कढ़ी सहित देशी पकवानों का स्वाद चखवाया. इस दौरान पर्यटक इस कार्यक्रम को देख काफी उत्साहित हुए.

बूंदी उत्सव का दूसरा दिन, जमकर थिरके विदेशी पावणे

विदेशी पवणों ने चखा देशी स्वाद
बूंदी पर्यटन विभाग से जुड़े लोगों ने विदेशी सैलानियों को देशी पकवान का स्वाद चखवाया. जैतसागर झील पर स्थित सुख महल पर मान मनुहार हुआ. कार्यक्रम में विदेशी सैलानी उमड़े साथ ही देशी पकवानों का जमकर लुत्फ उठाया. यहीं नहीं राजस्थानी कलाकारों के साथ पर्यटकों ने जमकर ठुमके लगाए. इस दौरान जिला कलेक्टर रुक्मणी रियार, जिला पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता, अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेश जोशी समेत अनेक जनप्रतिनिधियों एवं शहरवासियों ने भागीदारी निभाई.

पढ़ें- बूंदी सांस्कृतिक संध्या में दिखी लोक कलाओं की झलक, 84 खंभों की छतरी पर अचरज भरे करतबों से कलाकारों ने जीत लिया दिल

लाइव कुकिंग का भी हुआ आयोजन
इस कार्यक्रम में प्रशासन ने मौके पर लाइव कुकिंग का भी आयोजन किया गया. जहां सैलानियों को बूंदी का स्पेशल खान पान को कैसे बनाया जाता है. यह भी बताया गया. जिसे देखकर पर्यटक काफी उत्साहित नजर आए. कार्यक्रम में बूंदी की प्रसिद्ध कत्त के साथ जिला प्रशासन ने पर्यटकों का मीठा मुंह करवाया. प्रशासन द्वारा बूंदी उत्सव के दूसरे दिन बूंदी शैली के आधार पर आयोजित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. जिसमें पर्यटक काफी अच्छा महसूस करते हैं. इसी कारण खुद बूंदी उत्सव दौरान विदेशी पावणे खुद खींचे चले आते हैं और प्रशासन इनका स्वागत करता है.

राजस्थानी गाने पर जमकर थिरके विदेशी सैलानी
यही नहीं मान मनुहार कार्यक्रम के बाद पर्यटक राजस्थानी गाने पर खूब थिरके, साथ ही कच्छी घोड़ी नृत्य का आयोजन किया गया एवं पर्यटक उससे कैमरे में कैद करते हुए नजर आए और खुद नाचते हुए भी नजर आए. कार्यक्रम में राजस्थानी साफा बांधकर और तिलक कर पर्यटकों का राजस्थानी वेशभूषा में उनका स्वागत किया.

राजस्थान फूड की जी भरकर की तारीफ
वहीं राजस्थानी खानपान के दौरान पर्यटक काफी उत्साहित दिखे और उन्होंने राजस्थानी के इस खाने को बेहतरीन बताया और कहा कि राजस्थानी फूड काफी अच्छा है और काफी स्पाइसी है, लेकिन उन्हें अच्छा लगता है इसलिए वह खुद-ब-खुद इन कार्यक्रमों में खींचे चले आते हैं. कुछ पर्यटक तो ऐसे भी आए जो पहले भी बूंदी आ चुके हैं और लगातार वह बूंदी उत्सव में भागीदारी निभा रहे हैं. कुछ पर्यटक तो पहली बार बूंदी आए और इस तरीके के कार्यक्रमों को देखकर अपने आप को अच्छा महसूस कर रहे हैं.

पढ़ें- बूंदी उत्सव का उत्साह और उमंग के साथ भव्य आगाज, देखें रिपोर्ट

कलाकारों ने राजस्थानी कला से दर्शकों को किया रोमांचित
यही नहीं मान मनुहार के पहले सुख महल में सुर संगम कार्यक्रम शुरु हो गया था. जहां पर हाड़ौती पर से आए कलाकारों ने राजस्थानी कला से दर्शकों को रोमांचित कर दिया. राजस्थानी कला को देखकर पर्यटक अपने आप को रोक नहीं पाए और खुद-ब-खुद राजस्थानी नृत्य पर थिरकने लगे और जमकर थिरके इन्हें देख और भी पर्यटक थिरकने पर मजबूर हो गए, तो कुछ पर्यटक उनकी इस स्पेशल नृत्य को देखकर अपने कैमरे में कैद करते हुए नजर आए.

बूंदी. जिले में चल रहे बूंदी उत्सव के तहत दूसरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही. राजस्थानी गानों पर पर्यटक झूमते दिखाई दिए तो विदेशी पावणों का राजस्थानी परंपरा के साथ उनका मान मनुहार किया गया. उन्हें बूंदी का मशहूर खाना कत्त, बाबला व दाल, कढ़ी सहित देशी पकवानों का स्वाद चखवाया. इस दौरान पर्यटक इस कार्यक्रम को देख काफी उत्साहित हुए.

बूंदी उत्सव का दूसरा दिन, जमकर थिरके विदेशी पावणे

विदेशी पवणों ने चखा देशी स्वाद
बूंदी पर्यटन विभाग से जुड़े लोगों ने विदेशी सैलानियों को देशी पकवान का स्वाद चखवाया. जैतसागर झील पर स्थित सुख महल पर मान मनुहार हुआ. कार्यक्रम में विदेशी सैलानी उमड़े साथ ही देशी पकवानों का जमकर लुत्फ उठाया. यहीं नहीं राजस्थानी कलाकारों के साथ पर्यटकों ने जमकर ठुमके लगाए. इस दौरान जिला कलेक्टर रुक्मणी रियार, जिला पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता, अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेश जोशी समेत अनेक जनप्रतिनिधियों एवं शहरवासियों ने भागीदारी निभाई.

पढ़ें- बूंदी सांस्कृतिक संध्या में दिखी लोक कलाओं की झलक, 84 खंभों की छतरी पर अचरज भरे करतबों से कलाकारों ने जीत लिया दिल

लाइव कुकिंग का भी हुआ आयोजन
इस कार्यक्रम में प्रशासन ने मौके पर लाइव कुकिंग का भी आयोजन किया गया. जहां सैलानियों को बूंदी का स्पेशल खान पान को कैसे बनाया जाता है. यह भी बताया गया. जिसे देखकर पर्यटक काफी उत्साहित नजर आए. कार्यक्रम में बूंदी की प्रसिद्ध कत्त के साथ जिला प्रशासन ने पर्यटकों का मीठा मुंह करवाया. प्रशासन द्वारा बूंदी उत्सव के दूसरे दिन बूंदी शैली के आधार पर आयोजित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. जिसमें पर्यटक काफी अच्छा महसूस करते हैं. इसी कारण खुद बूंदी उत्सव दौरान विदेशी पावणे खुद खींचे चले आते हैं और प्रशासन इनका स्वागत करता है.

राजस्थानी गाने पर जमकर थिरके विदेशी सैलानी
यही नहीं मान मनुहार कार्यक्रम के बाद पर्यटक राजस्थानी गाने पर खूब थिरके, साथ ही कच्छी घोड़ी नृत्य का आयोजन किया गया एवं पर्यटक उससे कैमरे में कैद करते हुए नजर आए और खुद नाचते हुए भी नजर आए. कार्यक्रम में राजस्थानी साफा बांधकर और तिलक कर पर्यटकों का राजस्थानी वेशभूषा में उनका स्वागत किया.

राजस्थान फूड की जी भरकर की तारीफ
वहीं राजस्थानी खानपान के दौरान पर्यटक काफी उत्साहित दिखे और उन्होंने राजस्थानी के इस खाने को बेहतरीन बताया और कहा कि राजस्थानी फूड काफी अच्छा है और काफी स्पाइसी है, लेकिन उन्हें अच्छा लगता है इसलिए वह खुद-ब-खुद इन कार्यक्रमों में खींचे चले आते हैं. कुछ पर्यटक तो ऐसे भी आए जो पहले भी बूंदी आ चुके हैं और लगातार वह बूंदी उत्सव में भागीदारी निभा रहे हैं. कुछ पर्यटक तो पहली बार बूंदी आए और इस तरीके के कार्यक्रमों को देखकर अपने आप को अच्छा महसूस कर रहे हैं.

पढ़ें- बूंदी उत्सव का उत्साह और उमंग के साथ भव्य आगाज, देखें रिपोर्ट

कलाकारों ने राजस्थानी कला से दर्शकों को किया रोमांचित
यही नहीं मान मनुहार के पहले सुख महल में सुर संगम कार्यक्रम शुरु हो गया था. जहां पर हाड़ौती पर से आए कलाकारों ने राजस्थानी कला से दर्शकों को रोमांचित कर दिया. राजस्थानी कला को देखकर पर्यटक अपने आप को रोक नहीं पाए और खुद-ब-खुद राजस्थानी नृत्य पर थिरकने लगे और जमकर थिरके इन्हें देख और भी पर्यटक थिरकने पर मजबूर हो गए, तो कुछ पर्यटक उनकी इस स्पेशल नृत्य को देखकर अपने कैमरे में कैद करते हुए नजर आए.

Intro:बूंदी उत्सव के तहत आज दूसरे दिन जिलेभर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही । वही राजस्थानी गानों पर पर्यटक झूमते दिखाई दिए तो विदेशी पावणो का राजस्थानी परंपरा के साथ उनका मान मनुहार किया गया उन्हें बूंदी का मशहूर खाना कत्त, बाबला व दाल ,कढ़ी सहित देसी पकवानों का स्वाद चखवाया। इस दौरान पर्यटक इस कार्यक्रम को देख काफी उत्साहित हुए। वहीं शाम को फिर से 84 खंभों की छतरी पर सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा ।


Body:बूंदी उत्सव के दूसरे दिन भी जिले भर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही । जैतसागर स्थित विदेशी पर्यटकों को जिला प्रशासन की ओर से मान मनुहार कार्यक्रम आयोजित हुआ। बूंदी पर्यटन विभाग से जुड़े लोगों ने विदेशी सैलानियों को देसी पकवान का स्वाद चखवाया । जैतसागर झील पर स्थित सुख महल पर मानमनुहार हुआ कार्यक्रम में विदेशी सैलानी उमड़े साथ ही देसी पकवानों का जमकर लुफ्त उठाया । राजस्थानी कलाकारों के साथ पर्यटकों ने जमकर ठुमके लगाए । इस दौरान जिला कलेक्टर रुकमणी रियार ,जिला पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता, अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेश जोशी समेत अनेक जनप्रतिनिधियों एवं वासियों ने भागीदारी निभाई । इस कार्यक्रम में प्रशासन ने मौके पर लाइव कुकिंग का भी आयोजन किया गया जहां सैलानियों को बूंदी का स्पेशल खान पान को कैसे बनाया जाता है यह भी बताया गया जिसे देखकर पर्यटक काफी उत्साहित नजर आए । कार्यक्रम में बूंदी की प्रसिद्ध कत्त के साथ जिला प्रशासन ने पर्यटकों का मीठा मुह करवाया । प्रशासन द्वारा बूंदी उत्सव के दूसरे दिन बूंदी शैली के आधार पर आयोजित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है । जिसमें पर्यटक काफी अच्छा महसूस करते हैं । इसी कारण खुद बूंदी उत्सव दौरान विदेशी पावन्ने खुद खींचे चले आते हैं और प्रशासन इनका स्वागत करता है । यही नहीं मान मनवार कार्यक्रम के बाद पर्यटक राजस्थानी गाने पर खूब थिरके । साथ ही कच्छी घोड़ी नृत्य का आयोजन किया गया एवं पर्यटक उससे कैमरे में कैद करते हुए नजर आए और खुद नाचते हुए भी नजर आए । यही नहीं कार्यक्रम में राजस्थानी साफा बांधकर और तिलक कर पर्यटकों का राजस्थानी वेशभूषा में उनका स्वागत किया ।

राजस्थानी खानपान के दौरान पर्यटक काफी उत्साहित दिखे और उन्होंने राजस्थानी के इस खाने को बेहतरीन बताया और कहा कि राजस्थानी फूड काफी अच्छा है और काफी स्पाइसी है । लेकिन उन्हें अच्छा लगता है इसलिए वह खुद-ब-खुद इन कार्यक्रमों में खींचे चले आते हैं । कुछ पर्यटक तो ऐसे भी आए जो पहले भी बूंदी आ चुके हैं और लगातार वह बूंदी उत्सव में भागीदारी निभा रहे हैं । कुछ पर्यटक तो पहली बार बूंदी आए और इस तरीके के कार्यक्रमों को देखकर अपने आप को अच्छा महसूस कर रहे हैं ।


Conclusion:यही नहीं मान मनुहार के पहले सुख महल में सुर संगम कार्यक्रम शुरु हो गया था । जहां पर हाड़ोती पर से आए कलाकारों ने राजस्थानी कला से दर्शकों को रोमांचित कर दिया । राजस्थानी कला को देखकर पर्यटक अपने आप को रोक नहीं पाए और खुद-ब-खुद राजस्थानी नृत्य पर थिरकने लगे और जमकर थिरके इन्हें देख और भी पर्यटक थिरकने पर मजबूर हो गए तो कुछ पर्यटक उनकी इस स्पेशल नृत्य को देखकर अपने कैमरे में कैद करते हुए नजर आए ।

पर्यटन प्रेमी पुरुषोत्तम पारीक का कहना है कि बूंदी उत्सव का दूसरा दिन है और दूसरे दिन प्रशासन की ओर से मानमनुहार विदेशी पवनों का किया जाता है और इस मानमनुहार के तहत बूंदी की स्पेशल डिश कत्त, बाबला ,दाल ,कढ़ी विदेशी पावणों को चखवाया जाती है जो कि मेरा मानना है कि हिंदुस्तान में ऐसी परंपरा कहीं नहीं होगी ।

बूंदी उत्सव का दूसरा दिन है आज शाम को फिर 84 खंभों की छतरी पर देश प्रदेश से आए कलाकारों द्वारा मंच से शानदार प्रस्तुति दी जाएगी और दर्शकों को उत्साहित किया जाएगा । इस दौरान पर्यटक भी इन कार्यक्रमों का आनंद लेंगे वहीं आमजन के लिए भी प्रशासन द्वारा सुविधा दी गई है ।

बाईट :- पुरसोत्तम पारीक , पर्यटन प्रेमी
बाईट :- फँसगला , पर्यटक
बाईट :- रिचलड , पर्यटक
बाईट :- यौत्तम , पर्यटक
बाईट :- ब्योवर , पर्यटक
बाईट :- रुक्मणी रियार , जिला कलेक्टर ,बूंदी
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