ETV Bharat / state

स्पेशल: बूंदी उत्सव के तहत हस्तशिल्प और अमृता हाट मेले में जमकर खरीदारी, सांस्कृतिक विरासत व शिल्पग्राम से हो रहे लोग प्रेरित - fair in bundi

जिला उद्योग केंद्र बूंदी की ओर से 9 दिवसीय बूंदी उद्योग एवं हस्तशिल्प मेला शुरू हो गया है. इस मेले में देश के कई राज्यों और प्रदेश के कई जिलों से लघु उद्योग दस्तकार, बुनकर अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर बिक्री करेंगे. वहीं हस्तशिल्प मेले में अमृत हाट परिसर में महिला और सहायता समूह द्वारा शिल्पग्राम तैयार किया गया है.

Small Industries and Handicrafts Fair in Bundi, बूंदी कुटीर उद्योग मेला
author img

By

Published : Nov 18, 2019, 12:01 PM IST

Updated : Nov 18, 2019, 12:17 PM IST

बूंदी. छोटी काशी में पर्यटन उत्सव बूंदी उत्सव की धूम मची हुई है और जिला पूरी तरीके से उत्सवी रंग में रंगा हुआ है. वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के होने के बाद अब लघु उद्योग का सिलसिला शुरू हो गया है. जिला प्रशासन की ओर बूंदी उद्योग और हस्तशिल्प मेले का आयोजन किया गया है. यह उद्योग मेला 9 दिन तक बूंदी के खेल संकुल में आयोजित होगा. यहां पर देश भर से आए दुकानदार अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर उनकी बिक्री करेंगे.

बूंदी में कुटीर उद्योग और हस्तशिल्प मेला

प्रशासन द्वारा मेले में आए लघु उद्यमियों, दस्तकारों और महिला स्वयं सहायता समूह को पूरी क्षमता के साथ अपने उत्पादों को निखारे और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए कहा गया है. जिससे कि व्यापारी अधिक से अधिक आय अर्जित कर सकें. राज्य सरकार और जिला प्रशासन स्तर पर उन्हें सुविधा देकर उनके उत्पादों के विपणन के लिए मंच प्रदान किया जा रहा है.

इन राज्यों से आए हैं व्यापारी

मेले में मुख्यत: कश्मीर, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात और राजस्थान के कई जिलों के लघु उद्योग दस्तकार बुनकर शामिल हुए हैं. इस मेले में आचार, मुरब्बा, रेडीमेड वस्त्र ,बीकानेरी भुजिया, पापड़, बच्चों के खिलौने, कार्पेट, गलीचा, मांगरोल के खादी वस्त्रों के आइटम, सहारनपुर के फर्नीचर, मिकी माउस और खाने-पीने की व्यवस्था की गई है.

वहीं सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरा मेला परिसर में लगाए गए हैं. साथ ही होमगार्ड के जवान आदि सुरक्षा व्यवस्था संभाले हुए हैं. उद्योग केंद्र की ओर से बच्चों के सामान और महिलाओं के सामान के स्टोल अलग-अलग तरीके से लगाए गए हैं. मेले में महिलाओं की सजावट आइटम साथ-साथ बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले-चकरी भी लगे हैं. मेले में आए लोग खरीदारी करने के साथ ही झुले चकरी का भी आंनद ले रहे हैं.

ये पढ़ेंः स्पेशल रिपोर्ट: बूंदी उत्सव का दूसरा दिन....जमकर थिरके विदेशी पावणे, राजस्थानी खाने का भी चखा स्वाद

प्रतिदिन होंगे सांस्क्रतिक कार्यक्रम

बूंदी के खेल संकुल में आयोजित हो रहे बूंदी उद्योग और हस्तशिल्प मेले पर प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. प्रतिदिन शाम को 7 बजे विविध मनोहरी कार्यक्रम में मनाए जाएंगे, जिसमें फैंसी ड्रेस, सलोना-सलोनी, सांस्कृतिक कार्यक्रम, जादूगर शो, विविध भारती कार्यक्रम, देशभक्ति तराना, एकल युगल नृत्य, फैशन शो, सोलह सिंगार कार्यक्रम आयोजित होने के बाद मेला समापन की ओर बढ़ेगा.

ये पढ़ेंः बूंदी उत्सव का उत्साह और उमंग के साथ भव्य आगाज, देखें रिपोर्ट

शिल्पग्राम से हो रहे लोग प्रेरित

हस्तशिल्प मेले के अमृत हाट परिसर में महिला एवं सहायता समूह द्वारा शिल्पग्राम तैयार किया गया है. यहां पर झोपड़ी, खाट, चूल्हा सहित कई ऐसी मिट्टी की चीजें बनाई गई हैं. जो आज भी ग्रामीण शैली को प्रदर्शित करती है. इस शिल्पग्राम का नाम अमृता हाट परिसर दिया गया है. जहां पर लोग ग्रामीण शैली को देख रहे हैं और उसे निहार रहे हैं.

हर साल आयोजित होता है ये मेला

बता दें कि बूंदी में हर साल बूंदी उत्सव के तहत बूंदी उद्योग मेले और हस्तशिल्प मेले का आयोजन होता है. जहां पर देश प्रदेश से आए दस्तकारों और बुनकरों द्वारा स्टॉल लगाई जाती है. ऐसे में इस मेले के माध्यम से अच्छी खासी आये अर्जित हो जाती है. मेले में आई घरेलू उपयोग की चीजें लोगों को काफी लुभाती है. 9 दिवसीय मेले को प्रशासन द्वारा रोज विवधित कार्यक्रमों में तब्दील किया जाता है, जिससे यह मेला पूरे परवान पर चढ़ने लगता है.

बूंदी. छोटी काशी में पर्यटन उत्सव बूंदी उत्सव की धूम मची हुई है और जिला पूरी तरीके से उत्सवी रंग में रंगा हुआ है. वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के होने के बाद अब लघु उद्योग का सिलसिला शुरू हो गया है. जिला प्रशासन की ओर बूंदी उद्योग और हस्तशिल्प मेले का आयोजन किया गया है. यह उद्योग मेला 9 दिन तक बूंदी के खेल संकुल में आयोजित होगा. यहां पर देश भर से आए दुकानदार अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर उनकी बिक्री करेंगे.

बूंदी में कुटीर उद्योग और हस्तशिल्प मेला

प्रशासन द्वारा मेले में आए लघु उद्यमियों, दस्तकारों और महिला स्वयं सहायता समूह को पूरी क्षमता के साथ अपने उत्पादों को निखारे और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए कहा गया है. जिससे कि व्यापारी अधिक से अधिक आय अर्जित कर सकें. राज्य सरकार और जिला प्रशासन स्तर पर उन्हें सुविधा देकर उनके उत्पादों के विपणन के लिए मंच प्रदान किया जा रहा है.

इन राज्यों से आए हैं व्यापारी

मेले में मुख्यत: कश्मीर, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात और राजस्थान के कई जिलों के लघु उद्योग दस्तकार बुनकर शामिल हुए हैं. इस मेले में आचार, मुरब्बा, रेडीमेड वस्त्र ,बीकानेरी भुजिया, पापड़, बच्चों के खिलौने, कार्पेट, गलीचा, मांगरोल के खादी वस्त्रों के आइटम, सहारनपुर के फर्नीचर, मिकी माउस और खाने-पीने की व्यवस्था की गई है.

वहीं सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरा मेला परिसर में लगाए गए हैं. साथ ही होमगार्ड के जवान आदि सुरक्षा व्यवस्था संभाले हुए हैं. उद्योग केंद्र की ओर से बच्चों के सामान और महिलाओं के सामान के स्टोल अलग-अलग तरीके से लगाए गए हैं. मेले में महिलाओं की सजावट आइटम साथ-साथ बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले-चकरी भी लगे हैं. मेले में आए लोग खरीदारी करने के साथ ही झुले चकरी का भी आंनद ले रहे हैं.

ये पढ़ेंः स्पेशल रिपोर्ट: बूंदी उत्सव का दूसरा दिन....जमकर थिरके विदेशी पावणे, राजस्थानी खाने का भी चखा स्वाद

प्रतिदिन होंगे सांस्क्रतिक कार्यक्रम

बूंदी के खेल संकुल में आयोजित हो रहे बूंदी उद्योग और हस्तशिल्प मेले पर प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. प्रतिदिन शाम को 7 बजे विविध मनोहरी कार्यक्रम में मनाए जाएंगे, जिसमें फैंसी ड्रेस, सलोना-सलोनी, सांस्कृतिक कार्यक्रम, जादूगर शो, विविध भारती कार्यक्रम, देशभक्ति तराना, एकल युगल नृत्य, फैशन शो, सोलह सिंगार कार्यक्रम आयोजित होने के बाद मेला समापन की ओर बढ़ेगा.

ये पढ़ेंः बूंदी उत्सव का उत्साह और उमंग के साथ भव्य आगाज, देखें रिपोर्ट

शिल्पग्राम से हो रहे लोग प्रेरित

हस्तशिल्प मेले के अमृत हाट परिसर में महिला एवं सहायता समूह द्वारा शिल्पग्राम तैयार किया गया है. यहां पर झोपड़ी, खाट, चूल्हा सहित कई ऐसी मिट्टी की चीजें बनाई गई हैं. जो आज भी ग्रामीण शैली को प्रदर्शित करती है. इस शिल्पग्राम का नाम अमृता हाट परिसर दिया गया है. जहां पर लोग ग्रामीण शैली को देख रहे हैं और उसे निहार रहे हैं.

हर साल आयोजित होता है ये मेला

बता दें कि बूंदी में हर साल बूंदी उत्सव के तहत बूंदी उद्योग मेले और हस्तशिल्प मेले का आयोजन होता है. जहां पर देश प्रदेश से आए दस्तकारों और बुनकरों द्वारा स्टॉल लगाई जाती है. ऐसे में इस मेले के माध्यम से अच्छी खासी आये अर्जित हो जाती है. मेले में आई घरेलू उपयोग की चीजें लोगों को काफी लुभाती है. 9 दिवसीय मेले को प्रशासन द्वारा रोज विवधित कार्यक्रमों में तब्दील किया जाता है, जिससे यह मेला पूरे परवान पर चढ़ने लगता है.

Intro:जिला उद्योग केंद्र बूंदी की ओर से नौ दिवसीय बूंदी उधोग एवं हस्तशिल्प मेला शुरू हो गया है । मेले में कश्मीर, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात और राजस्थान के कई जिलों से लघु उद्योग दस्तकार , बुनकर अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर बिक्री करेंगे । वही मेले की शुरुआत से ही लोगों में उत्साह है और जमकर लोगों ने आज खरीदारी की । यही नहीं विदेशी पावने इस दौरान अछूते नहीं रहे और वह भी भारतीय कला व संस्कृति से रूबरू होने पहुंचे और उन्होंने भी खरीदारी की ।


Body:बूंदी । छोटी काशी के पर्यटन उत्सव बूंदी उत्सव की धूम है और जिला पूरी तरीके से उत्सवी रंग में रंगा हुआ है । वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के होने के बाद अब लघु उद्योग का सिलसिला शुरू हो गया है । यहां पर प्रशासन द्वारा बूंदी उद्योग एवं हस्तशिल्प मेले का आयोजन किया गया है जो 9 दिन तक बूंदी के खेल संकुल में आयोजित होगा । यहां पर देश भर से आए दुकानदार अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर उनकी बिक्री करेंगे । जिसमें मुख्यत है कश्मीर ,उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश ,उत्तराखंड ,गुजरात व राजस्थान के कई जिले के लघु उद्योग दस्तकार बुनकर शामिल हुए हैं । इस मेले में आचार, मुरब्बा ,रेडीमेड वस्त्र ,बीकानेरी भुजिया ,पापड़, बच्चों के खिलौने, कार्पेट ,गलीचा ,मांगरोल के खादी वस्त्रों के आइटम ,सहारनपुर के फर्नीचर , मिकी माउस व खाने-पीने की व्यवस्था की गई है । मेले में सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरा मेला परिसर में लगाए गए हैं जहां पर होमगार्ड के जवान आदि सुरक्षा व्यवस्था संभाले हुए हैं । यही नहीं बच्चों के आइटम से लेकर महिलाओं के आइटम तक की स्टोल उद्योग केंद्र द्वारा अलग-अलग तरीके से लगाई गई है जहां पर महिलाओं की सजावट आइटम सहित बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले चकरी भी लगे हैं जहां पर खरीदारी करने और जूली चकरी पर लोगों की भीड़ देखी जा सकती है । प्रशासन द्वारा मेले में आए लघु उद्यमियों दस्त कारों एवं महिला स्वयं सहायता समूह से आवाहन किया गया कि वह पूरी क्षमता के साथ अपने उत्पादों को और निखारे बेहतर प्रदर्शन करें और अधिक अधिक आय अर्जित करें राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन स्तर पर उन्हें सुविधा देकर उनके उत्पादों के विपणन के लिए मंच प्रदान किया जा रहा है ।

प्रतिदिन होंगे सांस्क्रतिक कार्यक्रम

बूंदी के खेल संकुल में आयोजित हो रहे बूंदी उद्योग व हस्तशिल्प मेले पर प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे जो शाम को 7:00 बजे विविध मनोहरी कार्यक्रम में मनाए जाएंगे । यहां पर फैंसी ड्रेस, सलोना सलोनी ,सांस्कृतिक कार्यक्रम ,जादूगर शो ,विविध भारती कार्यक्रम ,देशभक्ति तराना, एकल युगल नृत्य ,फैशन शो, सोलह सिंगार कार्यक्रम आयोजित होने के बाद मेला समापन की ओर बढ़ेगा ।

बनाया हुआ है शिल्पग्राम ,लोग हो रहे है प्रेरित

हस्तशिल्प मेले में अमृत हाट परिसर में महिला एवं सहायता समूह द्वारा शिल्पग्राम तैयार किया गया है । यहां पर झोपड़ी ,खाट , चूल्हा सहित कई ऐसी मिट्टी की चीजें बनाई गई है जो आज भी ग्रामीण शैली को प्रदर्शित करती है और शिल्पग्राम नाम अमृता हाट परिसर में दिया गया है । जहां पर लोग ग्रामीण शैली को देख रहे हैं और उसे निहार रहे हैं ।




Conclusion:बूंदी में हर वर्ष बूंदी उत्सव के तहत बूंदी उद्योग मेले व हस्तशिल्प मेले का आयोजन होता है जहां पर देश प्रदेश से आए दस्तकारों और बुनकरों द्वारा स्टॉल लगाई जाती है । जहां पर लोग आते हैं और खरीदारी करते हैं । आपको बता दें कि इस मेले में वह चीजें भी आती है जो आमतौर पर लोगों को बाजारों में आसानी से नहीं मिल पाती लेकिन बूंदी के इस मेले में वह चीजें आती है जिसके चलते खरीदार खुद-ब-खुद इस मेले का नाम सुनकर खरीदारी करने के लिए आ जाते हैं और अच्छी खासी आये इस मेले के माध्यम से अर्जित हो जाती है । मेले में आई घरेलू उपयोग की चीजें भी लोगों को काफी लुभाती है । नौ दिवसीय मेले को प्रशासन द्वारा रोज विवधित कार्यक्रमों में तब्दील किया जाता है और आखिर यह मेला पूरे परवान पर चढ़ने लगता है ।

बाईट - रीना सेन , दुकानदार
बाईट - किशना नामा , खरीददार
बाईट - विक्रम सिंह , स्थानीय युवक
बाईट - राजकुमार दाधीच , इतिहास कार
Last Updated : Nov 18, 2019, 12:17 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.