बूंदी. शहर के सदर थाना क्षेत्र में एक युवक की संदिग्ध अवस्था में मौत का मामला सामने आया है. यहां पर युवक की मौत को संदिग्ध मानते हुए परिजनों ने जिला अस्पताल की मोर्चरी के बाहर हंगामा कर दिया. सूचना मिलने पर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों से समझाइश की, लेकिन परिजन लगातार हंगामा कर रहे और मोर्चरी को घेरे रखा. करीब 3 घंटे तक चले प्रदर्शन के बाद परिजन माने और पोस्टमार्टम हुआ.
जानकारी के अनुसार 13 फरवरी को राधेश्याम महावर अपने दोस्त के साथ मजदूरी करने के लिए हटटीपुरा गांव की तरफ निकला था. वहां वह अज्ञात वाहन की चपेट में आने से घायल हो गया. वहां से उसे 108 एम्बुलेंस के जरिये अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां पर हालत गंभीर होने पर उसे कोटा रैफर कर दिया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. ऐसे में परिजनों को हादसे का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया. पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया. लेकिन परिजनों ने यहां पर पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया.
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परिजनों ने बताया कि 15 दिन तक निजी चिकित्सालय में युवक का इलाज भी करवाया गया, जिसमें काफी खर्चा आया. लेकिन अबतक मौत के कारण भी स्पष्ट नहीं हो पाया है. जिसके चलते हमें पुलिस के खिलाफ आक्रोश है और हम पोस्टमार्टम नहीं करवा रहे हैं.
यहां पर 3 घंटों तक मोर्चरी के बाहर परिजनों ने हंगामा किया और पुलिस को पोस्टमार्टम भवन में नहीं जाने दिया. यहां पुलिस ने ठोस कार्रवाई का आश्वासन दिया तब जाकर परिजन माने और पोस्टमार्टम करवाया. प्रथम दृष्टया पुलिस ने सड़क हादसे में ही मौत का कारण माना है और पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है. संभवत बाइक सवार को किसी अज्ञात पिकअप चालक ने कुचला था, जिसके चलते गंभीर हालत में उसकी मौत हो गई.