बूंदी. राजस्थान कांग्रेस में गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है, यहां राजस्थान सरकार के उद्योग मंत्री और बूंदी जिला प्रभारी परसादी लाल मीणा के सामने कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया. यहां तक कि कार्यकर्ताओं ने प्रभारी मंत्री के सामने ही मुर्दाबाद के नारे लगा दिए. ऐसे में प्रभारी मंत्री को जनसुनवाई छोड़ दूसरे कक्ष में जाना पड़ा.
कार्यकर्ताओं की चेतावनी
पुलिस भी मंत्री के सामने कार्यकर्ताओं को समझाती रही, लेकिन कार्यकर्ता इतने आक्रोश में थे कि प्रभारी मंत्री को जिले में नहीं घुसने तक की चेतावनी दे दी और कहा कि यदि कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं होगी तो बूंदी में प्रभारी मंत्री का बहिष्कार किया जाएगा और उन्हें किसी भी हालत में बूंदी में प्रवेश नहीं होने देंगे.
कार्यकर्ता जब मिलने के लिए आते थे तो मंत्री कोविड का बहाना लगाकर कार्यकर्ताओं से नहीं मिलते थे. साथ ही पुलिस की ओर से उनको रोका जाता था. लम्बे समय तक सुनवाई नहीं होने पर कार्यकर्ताओं का आक्रोश बढ़ गया और कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा कर दिया और खरी-खोटी सुनाई.
कार्यकर्ताओं की रडार पर बूंदी जिला कलेक्टर
कार्यकर्ताओं ने मंत्री के साथ-साथ जिला कलेक्टर के खिलाफ भी नारेबजी की है. कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस राज में कार्यकर्ताओं की घोर अपेक्षा किए जाने और जनता के हितों को काम नहीं करने का आरोप लगाया और मंत्री को बार-बार शिकायत दिए जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं करने से कार्यकर्ताओं में आक्रोश नजर आया. मंत्री की ओर से कार्यकर्ताओं को संतोषपूर्वक जवाब नहीं देने पर कार्यकर्ताओं ने मंत्री का घेराव कर मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की है.
कार्यकर्ता बूंदी जिला कलेक्टर आशीष गुप्ता पर भी आक्रोश जताते नजर आए और कलेक्टर की ओर से आमजन की पीड़ा नहीं सुनने और कई मामले में भ्रष्टाचार करने के गंभीर आरोप लगाए. कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर के खिलाफ भी नारेबाजी की और मंत्री सहित कलेक्टर के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए.
आज तक नहीं हुआ समस्याओं का समाधान
हंगामा कर रहे हैं कांग्रेस के बूंदी शहर अध्यक्ष देवराज गोचर ने कहा कि प्रभारी मंत्री परसादी लाल मीणा कहीं बाहर बूंदी में जनसुनवाई करते हैं, लेकिन आज तक उन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ. जब भी आते हैं प्रशासन को हर कार्य में हरी झंडी दे जाते हैं. उन्होंने कहा है कि प्रभारी मंत्री ने हमारी नहीं सुनी तो उनका विरोध जारी रहेगा. चाहे उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज क्यों ना हो जाए, चाहे उन्हें जेल में क्यों ना डाला जाए, लेकिन जनता के हित में वह इसी तरह कार्य करते रहेंगे.
कांग्रेस के शहर अध्यक्ष देवराज गोचर ने यह तक कह दिया कि कार्यकर्ताओं की अपेक्षा की गई और जनता के मुद्दों पर तो काम नहीं हुआ तो प्रभारी मंत्री को बूंदी में घुसने तक नहीं दिया जाएगा. प्रभारी मंत्री परसादी लाल मीणा से जब मीडिया कर्मियों ने बात की तो वह इस मामले में पल्ला झाड़ते नजर आए. उन्होंने कहा कि मेरे सामने कोई हंगामा नहीं हुआ है और मुझे इसकी जानकारी नहीं है. प्रशासन ने अच्छा काम किया है यह किसी से छिपा हुआ नहीं है.
कांग्रेस में गुटबाजी उसकी मजबूती है
मीडिया कर्मियों की ओर से लगातार पूछे गए हंगामे और गुटबाजी के सवालों पर मंत्री चुप दिखे और दूसरे मामले में बोलते हुए नजर आए. गुटबाजी के सवालों पर मंत्री ने कहा कि कांग्रेस में गुटबाजी नहीं होगी तो कौन सी पार्टी में होगी. कांग्रेस में गुटबाजी ही उसकी मजबूती का सबूत है.
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बता दें कि गहलोत सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार जल्द होना है. ऐसे में प्रभारी मंत्री सहित प्रभार मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड तय होने के बाद ही उनको मंत्रिमंडल में रखा जाना है या नहीं यह तय किया जाएगा. उसी के तहत राजस्थान में प्रभारी मंत्री दौरा कर अपनी रिपोर्ट कार्ड को सही करने में लगे हुए हैं. बूंदी प्रभारी मंत्री और राजस्थान सरकार में उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा फीडबैक जानने के लिए पहुंचे जहां उनका फीडबैक धरा का धरा रह गया और कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेरकर जमकर खरी-खोटी सुनाई और हंगामा कर दिया.