बूंदी. भले ही इस बार मानसून की बेरुखी ने लोगों को चिंता में डाल दिया है. बावजूद इसके जिला प्रशासन की ओर से पिकनिक स्पॉट्स और जलाशयों के स्थलों पर सुरक्षा प्रबंध कड़े कर दिए गए हैं. बूंदी जिले के प्रसिद्ध बरधा बांध, भीमलत महादेव, रामेश्वर महादेव जैसे कई धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर लोगों की आवाजाही को देखते हुए जिला प्रशासन ने जून माह से यहां नागरिक सुरक्षा दल के जवानों को तैनात कर दिया है.
हालांकि, वर्तमान में हाड़ौती के ब रधा बांध में मौजूदा समय में 9 से 10 फीट पानी शेष है. जबकि इस की भराव क्षमता 22 फीट मानी जाती है. हर वर्ष बांध पर चादर चलने से यहां सैलानियों की भारी भी उमड़ती है. फिलहाल इन दिनों बारिश की बेरुखी से यह पिकनिक स्पॉट सूने पड़े हैं.
जानकार लोगों को बताते हैं कि बरधा बांध पर चादर चलने के साथ ही यहां हजारों की संख्या में लोग पिकनिक के लिए आते हैं. जिसके कारण लंबे लंबे जाम की स्थिति यहां हर बारिश के सीजन में बनी रहती है. लोगों को दाल बाटी चूरमा एवं अन्य व्यंजन बनाने के लिए जगह नहीं मिल पाती. कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़ के सैलानी भी यहां पिकनिक का आनंद लेने पहुंचते थे.
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सिविल डिफेंस के जवाहर गोविंद लोदा ने बताया कि बारिश को देखते हुए जिले के सभी बांधों पर सिविल डिफेंस के जवानों की तैनाती है. आने जाने वाले लोगों को निगरानी के रूप में सावधानी पूर्वक समझाया जा रहा है. उन्हें पानी की करीब नहीं जाने दिया जा रहा. जवान ने बताया कि हमारे पास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है और यहां बांधो पर कड़ी निगरानी की जा रही है.
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जिले में बारिश के दौरान इन पिकनिक स्थलों पर हर वर्ष कई लोग लापरवाही पूर्वक नहाने के दौरान अपनी जान गवा देते हैं. लेकिन अब प्रशासन पहले ही इन स्थलों पर तैनात हो गया है. बारिश आने के साथ ही इन स्थानों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, लेकिन इंद्रदेव के रुठ जाने से जिले में इस बार बारिश कम रही है. सावन माह का आधा महीना बीत जाने के बावजूद भी जिले के अधिकांश जलाशय खाली है. ऐसे में किसानों के सिर पर चिंता की लकीरें साफ साफ देखी जा सकती है.