बूंदी. चाइल्ड हेल्प लाइन टीम ने बालश्रम के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एक होटल में बोगस ग्राहक बनकर स्टिंग ऑपरेशन किया और बाल श्रमिक को रेस्क्यू किया. होटल मालिक के खिलाफ बालश्रम कराने का मामला दर्ज किया गया है.
चाइल्ड हेल्पलाइन प्रभारी रामनारायण गुर्जर ने बताया कि जयपुर कन्ट्रोल रूम से सूचना मिली थी कि एनएच 52 किशोरपुरा टोल नाके के पास होटल अभिषेक में बालश्रम कराया जा रहा है. इसपर सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण ईकाई एवं बाल अधिकारिता विभाग रामराज मीना के निर्देशन में चाइल्ड हेल्प लाइन टीम ने हिण्डोली थाने से 112 गाड़ी के साथ जाकर होटल में बालक को सर्च किया. लेकिन होटल मालिक ने बालक को छुपा दिया. टीम ने होटल मालिक को दुबारा बालक को कार्य में नहीं लगाने के लिए पांबद किया. लेकिन टीम के जाने के बाद ही होटल मालिक ने बालक को दुबारा काम पर बुला लिया.
सूचना पर टीम दुबारा किशोरपुरा टोल नाके के पास अभिषेक होटल पर पहुंची. होटल मालिक को फिर से शक न हो, इसलिए टीम बाहरी व्यक्ति बन कर गई और चाय, नाश्ता एवं भोजन करने की इच्छा जाहिर की. इस स्टिंग ऑपरेशन के दौरान 12 वर्षीय वही बालक चाय बनाता हुआ मिला. बालक ने टीम को चाय बनाकर पिलाई. सूचना पर हिंडोली थानाधिकारी मनोज सिकरवार भी होटल पहुंचे. शक होने पर होटल मालिक ने बालक को बॉथरूम में छुपा दिया. टीम नेसमझा बुझाकर बालक को बॉथरूम से बाहर निकाला. पुलिस की सहायता से बालक को थाने में लेकर आए. जहां होटल मालिक के खिलाफ मामला दर्ज करवाकर बालक को अध्यक्ष बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया. जहां से बालक को राजकीय किशोर गृह में अस्थाई आश्रय दिया गया है.
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170 रुपए में 12 घंटे काम कर रहा था बालक: बालक ने बताया कि वह दिन के 12 बजे से रात 12 बजे तक 170 रुपए रोजाना में कार्य करता है. 25 जून, 2023 (6 माह) से इस होटल पर नियमित कार्य रहा है. यह आमदनी वह अपनी मां को देता है. रेस्क्यू दल में थानाधिकारी मनोज सिकरवार मय टीम, चाइल्ड हेल्प लाइन से प्रभारी रामनारायण गुर्जर, परिता शर्मा, सुरेश कुमार, दीक्षा केंवर मौजूद रहे.