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स्वतंत्रता सेनानियों का चरित्र हनन करने वालों को नहीं है 'फ्रीडम ऑफ स्पीच': कांग्रेस

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Published : Dec 18, 2019, 7:06 PM IST

पायल रोहतगी की ओर से राजस्थान में अभिव्यक्ति की आजादी पर प्रतिबंध संबंधी आरोप लगाए जाने के बाद शिकायतकर्ता और कांग्रेस के नेता चर्मेश शर्मा ने पत्रकार वार्ता करते हुए कहा, कि राजस्थान में सभी को अभिव्यक्ति की आजादी है. लेकिन देश के लिए जेल जाने वाली महिला और स्वतंत्रता सेनानियों के चरित्र पर सवाल उठाकर चरित्र हनन करने वालों को फ्रीडम ऑफ स्पीच नहीं है.

चर्मेश शर्मा, Charmesh Sharma
चर्मेश शर्मा, कांग्रेस नेता

बूंदी. जेल से रिहा होने के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए अभिनेत्री पायल रोहतगी ने राजस्थान सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि राजस्थान के अंदर अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है. जिसके चलते मुझ पर यह कार्रवाई की गई है.

पायल के आरोपों पर कांग्रेस नेता का बयान

वहीं, अब कांग्रेसी नेताओं ने इन आरोपों पर पलटवार करना शुरू कर दिया है. शिकायतकर्ता और कांग्रेस के नेता चर्मेश शर्मा के प्रेस वार्ता आयोजित कर कहा कि राजस्थान में सभी को अभिव्यक्ति की आजादी है. लेकिन देश के लिए जेल जाने वाली महिला और स्वतंत्रता सेनानियों के चरित्र पर सवाल उठाकर चरित्र हनन करने वालों को किसी भी तरह की फ्रीडम ऑफ स्पीच नहीं है.

शर्मा ने कहा कि पायल रोहतगी की ओर से राजस्थान सरकार पर दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाया गया है. लेकिन इस मामले में सरकार की कोई भूमिका नहीं है, पायल ने जो अपराध किया है उस पर कानून ने अपना काम किया है. चर्मेश ने कहा कि 2 अक्टूबर को पुलिस में शिकायत दी गई थी. लेकिन पुलिस ने 8 दिन तक प्रारम्भिक जांच के बाद 10 अक्टूबर को मामले की रिपोर्ट दर्ज की.

पढ़ें- Exclusive: जेल से बाहर आने के बाद पायल ने कहा- राजस्थान में 'अभिव्यक्ति की आजादी' पर शायद प्रतिबंध, राजनीति में आऊंगी या नहीं भगवान भरोसे

सरकार की भूमिका होती तो पुलिस अदालत में रिमांड मांग सकती थी. पहले भी कई बार आईटी एक्ट के ऐसे मामलों में सामान्य रूप से ही आरोपियों को पुलिस ने रिमांड पर लिया है. लेकिन पुलिस ने कोर्ट में पायल की रिमांड नहीं मांगी. जिससे यह साबित होता है कि इस मामले में सरकार की कोई भी भूमिका नहीं है. शर्मा ने कहा कि यह सब कुछ संवैधानिक रूप से कानून के अंतर्गत हुआ है.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में चर्मेश शर्मा ने पायल रोहतगी के आरोपों को नकारते हुए कहा कि मामला कोर्ट में चल रहा है, जो भी होगा वह सामने आ जाएगा. उन्होंने कहा कि पायल जो भी टिप्पणी की थी वह गलत है और मैं हर तरीके से कार्रवाई के लिए तैयार हूं. बता दें कि चर्मेश शर्मा ने ही पायल रोहतगी के खिलाफ सदर थाने में मामला दर्ज करवाया था.

बूंदी. जेल से रिहा होने के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए अभिनेत्री पायल रोहतगी ने राजस्थान सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि राजस्थान के अंदर अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है. जिसके चलते मुझ पर यह कार्रवाई की गई है.

पायल के आरोपों पर कांग्रेस नेता का बयान

वहीं, अब कांग्रेसी नेताओं ने इन आरोपों पर पलटवार करना शुरू कर दिया है. शिकायतकर्ता और कांग्रेस के नेता चर्मेश शर्मा के प्रेस वार्ता आयोजित कर कहा कि राजस्थान में सभी को अभिव्यक्ति की आजादी है. लेकिन देश के लिए जेल जाने वाली महिला और स्वतंत्रता सेनानियों के चरित्र पर सवाल उठाकर चरित्र हनन करने वालों को किसी भी तरह की फ्रीडम ऑफ स्पीच नहीं है.

शर्मा ने कहा कि पायल रोहतगी की ओर से राजस्थान सरकार पर दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाया गया है. लेकिन इस मामले में सरकार की कोई भूमिका नहीं है, पायल ने जो अपराध किया है उस पर कानून ने अपना काम किया है. चर्मेश ने कहा कि 2 अक्टूबर को पुलिस में शिकायत दी गई थी. लेकिन पुलिस ने 8 दिन तक प्रारम्भिक जांच के बाद 10 अक्टूबर को मामले की रिपोर्ट दर्ज की.

पढ़ें- Exclusive: जेल से बाहर आने के बाद पायल ने कहा- राजस्थान में 'अभिव्यक्ति की आजादी' पर शायद प्रतिबंध, राजनीति में आऊंगी या नहीं भगवान भरोसे

सरकार की भूमिका होती तो पुलिस अदालत में रिमांड मांग सकती थी. पहले भी कई बार आईटी एक्ट के ऐसे मामलों में सामान्य रूप से ही आरोपियों को पुलिस ने रिमांड पर लिया है. लेकिन पुलिस ने कोर्ट में पायल की रिमांड नहीं मांगी. जिससे यह साबित होता है कि इस मामले में सरकार की कोई भी भूमिका नहीं है. शर्मा ने कहा कि यह सब कुछ संवैधानिक रूप से कानून के अंतर्गत हुआ है.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में चर्मेश शर्मा ने पायल रोहतगी के आरोपों को नकारते हुए कहा कि मामला कोर्ट में चल रहा है, जो भी होगा वह सामने आ जाएगा. उन्होंने कहा कि पायल जो भी टिप्पणी की थी वह गलत है और मैं हर तरीके से कार्रवाई के लिए तैयार हूं. बता दें कि चर्मेश शर्मा ने ही पायल रोहतगी के खिलाफ सदर थाने में मामला दर्ज करवाया था.

Intro:अभिनेत्री पायल रोहतगी द्वारा जमानत के बाद दिए गए कांग्रेस सरकार में अभिव्यक्ति की आजादी नहीं होने के आरोप में अब कांग्रेस नेता ने इन आरोपों को सिरे से नकारा है । यहां पर शिकायतकर्ता व कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा ने कहा है कि पायल रोहतगी को इस तरीके से आरोप नहीं लगाना चाहिए उन्होंने पहले ही पंडित मोतीलाल नेहरु और उनके परिवार पर टिप्पणी की थी जिससे उन्हें बचना चाहिए था लेकिन उन्होंने इस तरीके का आरोप लगाए हैं वह गलत है अगर राजस्थान में अभिव्यक्ति की आजादी नहीं होती तो पुलिस पायल रोहतगी का कोर्ट में और रिमांड मांगती लेकिन पुलिस ने कोई रिमांड नहीं मांगा है जबकि ऐसे कैस में पुलिस रिमांड मांगती है ।


Body:बूंदी में अभिनेत्री पायल रोहतगी की जमानत तो हो गई ऐसे में अभिनेत्री पायल रोहतगी ने मीडिया के सामने कई सवाल खड़े किए हैं यहां पर राजस्थान सरकार पर पायल रोहतगी ने कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि राजस्थान के अंदर अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है जिसके चलते मुझ पर यह कार्रवाई की गई है ऐसे में इन आरोपों के बाद कांग्रेस नेताओं ने पायल रोहतगी के आरोपों को सिरे से नकारा है और कहा है राजस्थान में सभी की आजादी है लेकिन देश के लिए जेल में जाने वाली महिला स्वतंत्रता सेनानियों के चरित्र पर सवाल उठाकर उनके मनघटत और अवैध संबंध बताकर चरित्र हनन करने वालों के लिए कतई फ्रीडम स्पीच नहीं है । आजादी का इसका अर्थ यह नहीं है कि हम सस्ती लोकप्रियता के लिए किसी की भी मां-बहन बेटी की इज्जत को सरे बाजार कुछ भी कहने लग जाए। शर्मा ने एसीजेएम न्यायालय द्वारा दिए गए निर्णय की पंक्ति दोहराते हुए कहा कि भारतीय संविधान में विचारों में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता समित नहीं है । उन्होंने कहा कि भाजपा को देश स्वतंत्र सेनानी महिलाओं के चरित्र पर कीचड़ उछालने वाली भी पायल रोहतगी के समर्थन में आई उन्हें शर्म आना चाहिए। शर्मा ने कहा कि पायल द्वारा राजस्थान सरकार पर दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई का आरोप पर कहा कि इस मामले में सरकार की कोई भूमिका नहीं है पायल ने जो अपराध किया है उस पर कानून ने अपना काम किया है। चर्मेश ने कहा कि 2 अक्टूबर को पुलिस में शिकायत दी गई थी लेकिन पुलिस ने 8 दिन तक प्रारबिक़ जांच के बाद 10 अक्टूबर को मामले की रिपोर्ट दर्ज की । सरकार की भूमिका होती तो पुलिस आरोपियों को अदालत में रिमांड मांग सकती थी पहले भी कई बार आईटी एक्ट में ऐसे मामले में सामान्य रूप से ही आरोपियों का पुलिस रिमांड लिया है लेकिन फिर भी पायल रोहतगी का पुलिस ने 1 दिन भी रिमांड नहीं मांगा यह साबित करता है कि इस मामले में सरकार का कोई आरोप लगाना गलत है यह सब कुछ संवैधानिक रूप से कानून के अंतर्गत हुआ है ।


Conclusion:पत्रकार वार्ता में चर्मेश शर्मा ने पायल रोहतगी के जितने भी आरोप लगाए थे उन आरोपों को नकारा है और कहा है कि कोर्ट में मामला चल रहा है और कोर्ट में जो भी होगा वह सामने आ जाएगा। उन्होंने कहा कि हर तरीके से मैं कार्रवाई के लिए तैयार हूं साथ में उन्होंने कहा है कि मैं फिर कहना चाहूंगा कि पायल रोहतगी द्वारा जो भी पंडित मोतीलाल नेहरु उनके परिवार पर जो अश्लील टिप्पणी की थी वह गलत है और उनकी जितनी भडर्त्सना की जाए वह कम है । यहां आपको बता दें कि चर्मेश शर्मा ने ही पायल रोहतगी के खिलाफ सदर थाने में मामला दर्ज करवाया था और उनकी शिकायत पर पुलिस ने एक्शन लिया और पायल को रविवार को गिरफ्तार कर सोमवार को कोर्ट में पेश किया और वहां से उन्हें जेल ।

बाईट- चर्मेश शर्मा , कोंग्रेस नेता
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