बूंदी. जिले के बूंदी-चित्तौड़ रेल लाइन पर श्यामपुरा के भीमलत के जंगलों से जुड़े सीता कुंड वन क्षेत्र के जैतपुरा बांध के पास एक नर पैंथर जख्मी हालत में मिला. जिसकी सुचना ग्रामीणों ने रेलवे के मैन को दी. इसके बाद रेलवे से सूचना वन अधिकारियों को दी गई. दरअसल, मुख्यमंत्री ने राजस्थान के प्रस्तावित चौथे टाईगर रिजर्व इलाके का यह एक पार्ट है. जो बूंदी जिले में भी आता है. प्रस्तावित चौथे टाईगर रिजर्व में भिलवाड़ा जिले के दो वनखंड बांका और जलेन्द्री शामिल है.
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रेलवे की सूचना पर मांडलगढ़ रेंजर मय जाब्ता घटनास्थल पर पहुंचे और रेस्क्यू टीम को सूचना दी. सूचना मिलने पर शाम करीब 4 बजे कोटा चिड़ियाघर की टीम ने पंहुचकर पैंथर को रेस्क्यू किया. जख्मी वन्यजीव के प्राथमिक उपचार के बाद टीम उसे कोटा लेकर रवाना हो गई. गौरतलब है कि, इसी क्षेत्र के भीमलत जलप्रपात के निकट डेढ़ माह पूर्व एक मादा पैंथर जख्मी हुई थी. जिसकी इलाज के दौरान कोटा चिड़ियाघर में मौत हो गई थी. यह इलाका प्रस्तावित रामगढ़ टाइगर रिजर्व का भाग भी है. जिसके चलते यहां ट्रैक के दोनों तरफ सुरक्षा दीवार आवश्यक हो गई है.
वन्यजीव विशेषज्ञ अनिल रोजर्स नें बताया कि पैंथर्स की सुरक्षा की दृष्टि से प्रदेश में प्रोजेक्ट पैंथर बनाया गया था. लेकिन, इसका कुछ खास असर दिखता नजर नहीं आ रहा है. पैंथर के शिकार के मामले भी बीते दिनों में देखने को मिले है. वहीं लोगों में पैंथर्स और अन्य वन्यजीवों को लेकर अवेयरनेस की भी कमी है. हाल ही में उदयपुर के पास एक गांव में 5 साल की बच्ची को पैंथर उठा के ले गया था. जिसकी मौके पर ही मौत हो गई.
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वन्यजीव प्रेमियों का मानना है कि अब पैंथर प्रोटेक्शन के लिए कड़े एक्शन प्लान की जरूरत है. साथ ही उन्होंने कहा कि कोटा से वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची है, पैंथर के प्राथमिक उपचार के बाद टीम ट्रेंकुलाइज कर कोटा ले गई है. फिलहाल पैंथर का इलाज जारी है.