ETV Bharat / state

बूंदी: नहीं हटा जैतसागर नाले से अतिक्रमण, लोगों ने नगर परिषद में किया प्रदर्शन - Bundi Encroachment News

बूंदी में शनिवार को बड़ी संख्या में लोगों ने नगर परिषद में प्रदर्शन किया और अतिक्रमण हटाने की मांग की. उधर आयुक्त ने प्रदर्शन को देखते हुए इसे जल्द हटाने का आश्वासन लोगों को दिया है.

Bundi Encroachment News, नहीं हटा जैतसागर नाले से अतिक्रमण
author img

By

Published : Oct 12, 2019, 10:45 PM IST

बूंदी. जिले में 72 फीट के जैतसागर से बरसाती नाला अतिक्रमण को हटाने और पक्का नाला बनाए जाने की मांग को लेकर अतिक्रमण मुक्त अभियान संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों ने शनिवार को नगर परिषद में बड़ी संख्या में महिलाओं और पुरुषों ने प्रदर्शन किया. वहीं इस कड़ी में आयुक्त ने लिखित आश्वासन देते हुए अतिक्रमण को जल्द हटाने का आश्वासन दिया.

नहीं हटा जैतसागर नाले से अतिक्रमण

इलाके के लोगों की मांग है कि क्षेत्रवासियों ने प्रशासन द्वारा जैतसागर के बरसाती नाले पर किए गए अतिक्रमण का सर्वे कराकर इसे चिन्हित करने के बाद भी अतिक्रमण के खिलाफ कोई भी कारवाई नहीं की है.

पढ़े: अजमेर के भिनाया में पंचायत परिसीमन को लेकर ग्रामीणों के विरोध ने पकड़ा तूल

युवा नेता रुपेश वर्मा ने बताया कि बीते 15 अगस्त को बूंदी शहर की महावीर कॉलोनी, जवाहर कॉलोनी, बहादुर सिंह सर्किल, पुलिस लाइन पुलिस अधीक्षक कार्यालय, गणेश बाग, देवपुरा रोड में बरसाती नाले के सही से निकासी नहीं होने के कारण पूरे इलाके में तीन दिनों तक स्थानीय लोगों को गंदे पानी में रहना पड़ा था. ऐसे में नगर परिषद ने कोई भी कारवाई नहीं की, जिसके चलते अतिक्रमण होने के चलते बाढ़ की स्थिति पैदा हुई.

ऐसे में दोनों झीलों का पानी इस नाले पर आने के कारण पानी, बाढ़ के रूप में तब्दील हो गया और सभी इलाके जलमग्न हो गए. वहीं 20 कॉलोनी इस बाढ़ की चपेट में आ गए और करीब 20 हजार से ज्यादा लोग इस बाढ़ की चपेट में रहे.

पढ़े: कश्मीर के युवाओं को शांति का संदेश देने जाएगा डेलिगेशन

बता दें कि 72 फीट से 80 फीट का नाला शहर के जैतसागर से शुरू होता है, जो करीब 10 किलोमीटर एरिया को सम्मलित करते हूए मांगली नदी इलाके में खत्म होती है. ऐसे में जैतसागर और नवल सागर झील का पानी भी इसी से होकर गुजरता है. इस नाले पर करीब 200 से ज्यादा मकान और स्कूल बने हुए हैं.

वहीं नाले पर अतिक्रमण इस कदर है कि लोगों ने अपनी दीवारे खड़ी कर रखी है. ऐसे में नाला कहीं 5 फिट तो कहीं 10 फिट चौड़ा और 10 फीट गहरा हो गया हैं. वहीं नगर परिषद इन अतिक्रमण पर कोई भी कारवाई नहीं कर रहा है. आलम यह है कि कब्जा करने वाले लोगों ने यहां पर प्लाट काटकर लोगों को बेचना शुरू कर दिया है. जिसके चलते नाले की चौड़ाई 40 फिट रह गई है.

पढ़े: अजमेर: विभिन्न मांगों को लेकर रोडवेज कर्मचारियों का दो दिवसीय प्रदेशव्यापी धरना

पहले भी लोगों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया था. जहां अतिक्रमण हटाओ संघर्ष समिति और जिला प्रशासन के बीच वार्ता हुई थी. जिसमें जिला प्रशासन ने जैतसागर के नाले के सभी अतिक्रमण को सात दिवस में सर्वे कराकर 22 अगस्त तक चिन्हित कर लिया गया था. ऐसे में 30 सितंबर तक जिला कलेक्टर ने अतिक्रमण हटाने को लेकर नगर परिषद को आदेश दिए थे. लेकिन नगर परिषद ने कोई ध्यान नही दिया तो ऐसे में शनिवार को एक बार फिर से सभी लोग प्रदर्शन करने पहुंचे.

बूंदी. जिले में 72 फीट के जैतसागर से बरसाती नाला अतिक्रमण को हटाने और पक्का नाला बनाए जाने की मांग को लेकर अतिक्रमण मुक्त अभियान संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों ने शनिवार को नगर परिषद में बड़ी संख्या में महिलाओं और पुरुषों ने प्रदर्शन किया. वहीं इस कड़ी में आयुक्त ने लिखित आश्वासन देते हुए अतिक्रमण को जल्द हटाने का आश्वासन दिया.

नहीं हटा जैतसागर नाले से अतिक्रमण

इलाके के लोगों की मांग है कि क्षेत्रवासियों ने प्रशासन द्वारा जैतसागर के बरसाती नाले पर किए गए अतिक्रमण का सर्वे कराकर इसे चिन्हित करने के बाद भी अतिक्रमण के खिलाफ कोई भी कारवाई नहीं की है.

पढ़े: अजमेर के भिनाया में पंचायत परिसीमन को लेकर ग्रामीणों के विरोध ने पकड़ा तूल

युवा नेता रुपेश वर्मा ने बताया कि बीते 15 अगस्त को बूंदी शहर की महावीर कॉलोनी, जवाहर कॉलोनी, बहादुर सिंह सर्किल, पुलिस लाइन पुलिस अधीक्षक कार्यालय, गणेश बाग, देवपुरा रोड में बरसाती नाले के सही से निकासी नहीं होने के कारण पूरे इलाके में तीन दिनों तक स्थानीय लोगों को गंदे पानी में रहना पड़ा था. ऐसे में नगर परिषद ने कोई भी कारवाई नहीं की, जिसके चलते अतिक्रमण होने के चलते बाढ़ की स्थिति पैदा हुई.

ऐसे में दोनों झीलों का पानी इस नाले पर आने के कारण पानी, बाढ़ के रूप में तब्दील हो गया और सभी इलाके जलमग्न हो गए. वहीं 20 कॉलोनी इस बाढ़ की चपेट में आ गए और करीब 20 हजार से ज्यादा लोग इस बाढ़ की चपेट में रहे.

पढ़े: कश्मीर के युवाओं को शांति का संदेश देने जाएगा डेलिगेशन

बता दें कि 72 फीट से 80 फीट का नाला शहर के जैतसागर से शुरू होता है, जो करीब 10 किलोमीटर एरिया को सम्मलित करते हूए मांगली नदी इलाके में खत्म होती है. ऐसे में जैतसागर और नवल सागर झील का पानी भी इसी से होकर गुजरता है. इस नाले पर करीब 200 से ज्यादा मकान और स्कूल बने हुए हैं.

वहीं नाले पर अतिक्रमण इस कदर है कि लोगों ने अपनी दीवारे खड़ी कर रखी है. ऐसे में नाला कहीं 5 फिट तो कहीं 10 फिट चौड़ा और 10 फीट गहरा हो गया हैं. वहीं नगर परिषद इन अतिक्रमण पर कोई भी कारवाई नहीं कर रहा है. आलम यह है कि कब्जा करने वाले लोगों ने यहां पर प्लाट काटकर लोगों को बेचना शुरू कर दिया है. जिसके चलते नाले की चौड़ाई 40 फिट रह गई है.

पढ़े: अजमेर: विभिन्न मांगों को लेकर रोडवेज कर्मचारियों का दो दिवसीय प्रदेशव्यापी धरना

पहले भी लोगों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया था. जहां अतिक्रमण हटाओ संघर्ष समिति और जिला प्रशासन के बीच वार्ता हुई थी. जिसमें जिला प्रशासन ने जैतसागर के नाले के सभी अतिक्रमण को सात दिवस में सर्वे कराकर 22 अगस्त तक चिन्हित कर लिया गया था. ऐसे में 30 सितंबर तक जिला कलेक्टर ने अतिक्रमण हटाने को लेकर नगर परिषद को आदेश दिए थे. लेकिन नगर परिषद ने कोई ध्यान नही दिया तो ऐसे में शनिवार को एक बार फिर से सभी लोग प्रदर्शन करने पहुंचे.

Intro:बूंदी के आधे हिस्से में एक माह पूर्व आई बाढ़ के बाद इलाके के बाढ़ ग्रस्त लोगों की मांगे की जो शहर से निकल रहे 10 किलोमीटर का नाला है उसका अतिक्रमण हटाया जाए इसको लेकर पिछले 1 माह दिनों से प्रशासन और बाढ़ ग्रस्त लोगों में गतिरोध बना हुआ है । आज बड़ी संख्या में लोगों ने नगर परिषद मर प्रदर्शन किया ओर अतिक्रमण हटाने की मांग की है । उधर आयुक्त ने जल्द अतिक्रमण हटाने का आश्वासन लोगो को दिया है । लिखित आश्वासन के बाद लोग मांने ।



Body:बूंदी के 72 फीट के जैतसागर से बरसाती नाला अतिक्रमण से पूर्ण मुक्त होकर पक्का नाला बनाए जाने की मांग को लेकर अतिक्रमण मुक्त अभियान संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों ने आज नगर परिषद में बड़ी संख्या में महिलाओं एवं पुरुषों ने प्रदर्शन किया । इलाके के लोगो की मांग है कि क्षेत्र वासियों ने प्रशासन द्वारा जैतसागर के बरसाती नाले पर किए गए अतिक्रमण का सर्वे कराकर चिन्हित करने के बाद भी अतिक्रमण की तुरंत कार्रवाई अमल में लाई गई है । युवा नेता रुपेश वर्मा ने बताया कि विगत 15 अगस्त को स्वतंत्र दिवस पर रक्षाबंधन के दिन बूंदी शहर की महावीर कॉलोनी ,जवाहर कॉलोनी, बहादुर सिंह सर्किल ,पुलिस लाइन पुलिस अधीक्षक कार्यालय ,गणेश बाग ,देवपुरा रोड बरसाती नाले के सही से निकास नहीं होने के कारण पूरे 3 दिन तक पानी में लोग रहे थे ।इसी के कारण इन क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों की खाद्य सामग्री से लेकर अन्य सामग्रियों में पानी के साथ साथ जीव जंतु के बीच रात गुजारी थी ।

यहां पर नगर परिषद की लापरवाही सामने आई क्योंकि शहर के सबसे बड़े नाले पर अतिक्रमण होने के चलते बाढ़ की स्थिति पैदा हुई। 72 फीट से 80 फीट का नाला शहर के जैतसागर से शुरू होता है जो करीब 10 किलोमीटर एरिया को सम्मलित करते हो गए मांगली नदी इलाके में खत्म होता है । ऐसे में जैतसागर एवं नवल सागर झील का पानी भी इसी से होकर गुजरता है। इस नाले पर करीब 200 से ज्यादा मकान व स्कूल बने हुए हैं । नाले पर अतिक्रमण जवाहर कॉलोनी ,महावीर कॉलोनी ,पुलिस लाइन ,शास्त्री नगर , देवपुरा ताल अतिक्रमण है। नाले पर लोगों ने अतिक्रमण के चलते अपनी पानी दीवारे खड़ी कर रखी है। नाला कही 5 फिट तो कही 10 फिट चौड़ा व 10 फीट गहरा गया है । नगर परिषद ने अतिक्रमण करने वालो को सह दे रखी है । यहां पर कब्जे करने वाले लोगों ने प्लाट काटकर लोगों को बेचना शुरू कर दिया है उसी के चलते नाले की चौड़ाई 40 फिट रह गयी । ऐसे में जब दोनों झीलों का पानी इस नाले पर आया तो पानी बाढ़ के रूप में तब्दील हुआ और ईलाका जलमग्न हो गया । इससे ज्यादा 20 कॉलोनी इस बाढ़ की चपेट में आ गई और करीब 20000 से ज्यादा लोग इस बाढ़ की चपेट में रहे । महावीर कॉलोनी, जवाहर कॉलोनी, शास्त्री नगर कॉलोनी , गणेश नगर की कॉलोनी में पानी भर गया था । नगर परिषद के अधिकारियों व पटवारी तथा कानूनगो के साथ मिलकर नाले पर हो रहे अतिक्रमण का सर्वे करवाया था । करीब 2 दिनों तक यहां पर सर्वे चला उसके बाद सर्वे रिपोर्ट प्रभारियों ने जिला कलेक्टर को सौंप दी है । ऐसे में करीब 10 किलोमीटर के नाले पर दो सौ से अधिक अतिक्रमण की बात सामने आई। इलाके के लोगों ने कलेक्टर से अतिक्रमण हटाने की मांग की है । अतिक्रमण है जो करीब 100 से 200 की तादाद में है । अगर नाले पर अतिक्रमण हट जाएगा तो बूंदी शहर का आधा हिस्सा बाढ़ की चपेट में नहीं आएगा । करीब राजस्व रिकॉर्ड में 72 फिट के नाले को 72 फिट स्थापित का कर दिया जाए ऐसी उन्होंने मांग रखी ।




Conclusion:पहले भी लोगो ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया जहां अतिक्रमण हटाओ संघर्ष समिति और जिला प्रशासन के बीच वार्ता हुई जिसमें जिला प्रशासन ने जैतसागर के नाले के सभी अतिक्रमण को सात दिवस में सर्वे कराकर 22 अगस्त तक चिन्हित कर लिया गया था । 30 सितंबर तक जिला कलेक्टर ने अतिक्रमण हटाने को नगर परिषद को आदेश दिए थे लेकिन नगर परिषद ने कोई ध्यान नही दिया तो आज सभी प्रदर्शन करने पहुच गए ।

बाईट - कृति कुमावत , आयुक्त
बाईट - रूपेश शर्मा , युवा नेता
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.