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बूंदी नगर परिषद सभापति महावीर मोदी निलंबित, कहा- मेरी बढ़ती लोकप्रियता के चलते लगाया गया काला टीका - chairman mahavir modi suspended

सरकार के स्वायत्त शासन विभाग जयपुर ने बूंदी नगर परिषद सभापति महावीर मोदी को कार्यकाल समाप्त होने के चार दिन पहले निलंबित कर दिया है. उन्हें न्यायिक जांच के चलते निलंबित किए जाने का हवाला दिया है. Etv Bharat से बात करते हुए महावीर मोदी ने बताया कि उनको षड्यंत्रपूर्ण तरीके से निलंबित किया गया है. बढ़ती लोकप्रियता के चलते उनके अंतिम चार दिनों में काला टीका लगाने का आरोप लगाया है. साथ में उन्होंने इससे निलंबित करने के आदेश को कोर्ट में चुनौती देने की बात भी कही है.

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बूंदी नगर परिषद सभापति महावीर मोदी निलंबित
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Published : Aug 17, 2020, 9:39 PM IST

Updated : Aug 17, 2020, 10:08 PM IST

बूंदी. राज्य सरकार के स्वायत्त शासन विभाग जयपुर ने बूंदी नगर परिषद सभापति महावीर मोदी को कार्यकाल समाप्त होने के चार दिन पहले निलंबित कर दिया है. निर्देशक और विशिष्ट सचिव दीपक नंदी के जारी आदेशों के अनुसार सभापति महावीर मोदी को विचाराधीन न्यायिक जांच के चलते निलंबित किया गया है. सभापति मोदी पर नगर परिषद बूंदी के विरुद्ध पद का दुरुपयोग करने की शिकायत के संबंध में जिला कलेक्टर बूंदी द्वारा जांच करवाकर विभाग को जांच रिपोर्ट प्रेषित की गई थी. जांच रिपोर्ट में अनियमितताएं होना पाया गया था. इसी पर सभापति महावीर मोदी को राजस्थान नगर पालिका अधिनियम- 2009 की धारा 39/3 के अंतर्गत न्यायिक जांच कराए जाने का निर्णय लिया गया है.

बूंदी नगर परिषद सभापति महावीर मोदी निलंबित

इस मामले में सभापति मामले में महावीर मोदी ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा है कि मेरा कार्यकाल बूंदी शहर की जनता के लिए विकास भरा रहा है. शहर में सड़कों से लेकर विद्युतीकरण व्यवस्था को दुरुस्त कराने में मैंने कोई कसर नहीं छोड़ी और लास्ट कार्यकाल के चार दिनों में मुझे जो निलंबित किया गया है, वह द्वेष पूर्वक तरीके से किया गया है. मेरी बढ़ती लोकप्रियता के चलते मुझ पर लास्ट दिनों में काला टीका लगाने का काम किया गया है, जो सही नहीं किया गया. राजस्थान सरकार को इस मामले में देखना चाहिए था और कुछ राजनीतिक तत्वों ने मेरी छवि खराब करने की कोशिश की है. लेकिन मैं बता देना चाहता हूं कि जिस न्यायिक जांच के लिए बात कर रहे हैं, वह डेढ़ साल पुरानी है. उस मामले में पहले भी कई तारीखों पर मैं जा चुका हूं और कई जवाब भी दे चुका हूं.

यह भी पढ़ेंः बूंदी: चाय बनाने को लेकर दंपती में हुआ झगड़ा, पति ने पत्नी की पीट-पीट मार डाला

उन्होंने कहा कि यदि मैं इस मामले में दोषी होता तो राज्य सरकार मुझे पहले ही निलंबित कर देती. लेकिन मुझे उसी जांच में लास्ट चार दिनों के कार्यकाल के पहले निलंबित किया गया है. जो साफ दर्शाता है कि मेरे छवि खराब करने और षडयंत्र तरीके से निलंबित करने का सीधा-सीधा इशारा है. सभापति महावीर मोदी ने कहा कि सरकार द्वारा, जो मुझे निलंबित किया गया है. इसको मैं कोर्ट में चुनौती दूंगा और मामला कोर्ट में लड़ा जाएगा.

यह भी पढ़ेंः बूंदी में फिर फूटा कोरोना 'बम', 26 नए मरीजों के साथ आंकड़ा पहुंचा 419 पर

हालांकि सरकार द्वारा जारी किए गए आदेश में न्यायिक जांच का हवाला दिया है, बिंदुओं पर चर्चा नहीं की गई है. जबकि शहर में फर्जी पट्टा प्रकरण और एक विद्युत लाइट मामले में विभागीय जांच होने के साथ-साथ न्यायिक जांच भी इस मामले में चल रही थी. उसी मामले को लेकर सभापति महावीर मोदी को निलंबित किए जाने की बात सामने आ रही है. इस मामले में सभापति महावीर मोदी मंगलवार को मीडिया से भी वार्ता करेंगे और पत्रकारवार्ता में कई मामलों का खुलासा करने की भी जानकारी सामने आई है. लेकिन सवाल यह है कि सभापति महावीर मोदी का चार दिन बाद कार्यकाल समाप्त हो जाएगा और उन्हें 4 दिन पहले निलंबित किए जाने के साथ ही सियासी गलियारों में भी चर्चा का विषय बन गया है.

बूंदी. राज्य सरकार के स्वायत्त शासन विभाग जयपुर ने बूंदी नगर परिषद सभापति महावीर मोदी को कार्यकाल समाप्त होने के चार दिन पहले निलंबित कर दिया है. निर्देशक और विशिष्ट सचिव दीपक नंदी के जारी आदेशों के अनुसार सभापति महावीर मोदी को विचाराधीन न्यायिक जांच के चलते निलंबित किया गया है. सभापति मोदी पर नगर परिषद बूंदी के विरुद्ध पद का दुरुपयोग करने की शिकायत के संबंध में जिला कलेक्टर बूंदी द्वारा जांच करवाकर विभाग को जांच रिपोर्ट प्रेषित की गई थी. जांच रिपोर्ट में अनियमितताएं होना पाया गया था. इसी पर सभापति महावीर मोदी को राजस्थान नगर पालिका अधिनियम- 2009 की धारा 39/3 के अंतर्गत न्यायिक जांच कराए जाने का निर्णय लिया गया है.

बूंदी नगर परिषद सभापति महावीर मोदी निलंबित

इस मामले में सभापति मामले में महावीर मोदी ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा है कि मेरा कार्यकाल बूंदी शहर की जनता के लिए विकास भरा रहा है. शहर में सड़कों से लेकर विद्युतीकरण व्यवस्था को दुरुस्त कराने में मैंने कोई कसर नहीं छोड़ी और लास्ट कार्यकाल के चार दिनों में मुझे जो निलंबित किया गया है, वह द्वेष पूर्वक तरीके से किया गया है. मेरी बढ़ती लोकप्रियता के चलते मुझ पर लास्ट दिनों में काला टीका लगाने का काम किया गया है, जो सही नहीं किया गया. राजस्थान सरकार को इस मामले में देखना चाहिए था और कुछ राजनीतिक तत्वों ने मेरी छवि खराब करने की कोशिश की है. लेकिन मैं बता देना चाहता हूं कि जिस न्यायिक जांच के लिए बात कर रहे हैं, वह डेढ़ साल पुरानी है. उस मामले में पहले भी कई तारीखों पर मैं जा चुका हूं और कई जवाब भी दे चुका हूं.

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उन्होंने कहा कि यदि मैं इस मामले में दोषी होता तो राज्य सरकार मुझे पहले ही निलंबित कर देती. लेकिन मुझे उसी जांच में लास्ट चार दिनों के कार्यकाल के पहले निलंबित किया गया है. जो साफ दर्शाता है कि मेरे छवि खराब करने और षडयंत्र तरीके से निलंबित करने का सीधा-सीधा इशारा है. सभापति महावीर मोदी ने कहा कि सरकार द्वारा, जो मुझे निलंबित किया गया है. इसको मैं कोर्ट में चुनौती दूंगा और मामला कोर्ट में लड़ा जाएगा.

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हालांकि सरकार द्वारा जारी किए गए आदेश में न्यायिक जांच का हवाला दिया है, बिंदुओं पर चर्चा नहीं की गई है. जबकि शहर में फर्जी पट्टा प्रकरण और एक विद्युत लाइट मामले में विभागीय जांच होने के साथ-साथ न्यायिक जांच भी इस मामले में चल रही थी. उसी मामले को लेकर सभापति महावीर मोदी को निलंबित किए जाने की बात सामने आ रही है. इस मामले में सभापति महावीर मोदी मंगलवार को मीडिया से भी वार्ता करेंगे और पत्रकारवार्ता में कई मामलों का खुलासा करने की भी जानकारी सामने आई है. लेकिन सवाल यह है कि सभापति महावीर मोदी का चार दिन बाद कार्यकाल समाप्त हो जाएगा और उन्हें 4 दिन पहले निलंबित किए जाने के साथ ही सियासी गलियारों में भी चर्चा का विषय बन गया है.

Last Updated : Aug 17, 2020, 10:08 PM IST
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