बूंदी. जिले के देई में दो वर्ष पूर्व अपने सगे बेटे से बिछड़े माता-पिता की आंखे तब नम हो गई, जब वह अपने बिछड़े बेटे से मिले. इस मिलन को देखकर देखने वाले लोग भी भावुक हो उठे. कस्बे के युवा व्यवसायी मनोज जिन्दल ने इस बिछड़े पुत्र को उसके मां-बाप से मिलाने का काम किया.
इस बारे में मनोज जिन्दल ने बताया कि उनकी दूकान के सामने रोजाना दो माह से एक युवक आता था, वह खाने के लिए पैसे मांगता था. उससे पूछने पर वह बोलता नहीं था और बोलता था तो वह इतनी धीमी आवाज में बोलता कि कोई कुछ समझ नहीं पाता था. एक दिन उससे पूछने के लिए कागज पेन दिए. जिस पर उसने अपना पता बताया,
जिसके बाद देई निवासी मनोज ने फेसबुक पर अमरोहा में चार पांच दोस्त बनाए और इस जगह के बारे में बात की. जिसके बाद खोई हुए युवक के माता-पिता देई पहुंचे और अपने बेटे से मिले. शानु के पिता असीम ने बताया कि शानु को कुछ समय पूर्व दिमाग में समस्या आ गई थी. जिसका ईलाज चल रहा था, लेकिन एक दिन अचानक वह गायब हो गया. उसे कई जगह तलाशा मगर वह नहीं मिला.
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तलाश ने दिल्ली, अजमेर, हरिद्वार, पूजागिरी, बदायु सहित कई जगह पर पहुंचे, लेकिन नहीं मिला. अंत में जाकर वह देई में मिला. इस पर उन्होंने मनोज जिन्दल का धन्यवाद ज्ञापित किया. अमरोहा निवासी माता-पिता पूरे देश भर में अपने बेटे की तलाश में पूछताछ करते रहते थे, लेकिन बूंदी जिले के देई निवासी मनोज बिंदल ने उनके अधूरे सपने को पूरा करने का काम किया और उनके बेटे से मिलवाया है.