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बूंदी: जैतसागर और नवल सागर झील में जल्द शुरू होगी बोटिंग - नगर परिषद ने 2 साल पहले कोटा

बूंदी जिले की जैतसागर और नवल सागर झील में फिर से खुशियां लौटने वाली हैं. दोनों मनोहरी झीलों में बोटिंग शुरू करवाई जाएगी. इनका लेवल मेंटेन करने के लिए पानी की निकासी करवाई जा रही है.

aitsagar and Naval Sagar Lake, जैतसागर और नवल सागर झील
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Published : Sep 26, 2019, 9:06 PM IST

बूंदी. जिले की जैतसागर और नवल सागर झील में फिर से खुशियां लौटने वाली हैं. दोनों मनोहरी झीलों में बोटिंग शुरू करवाई जाएगी. अच्छी बरसात होने से दोनों झीले लबालब हैं. इनका लेवल मेंटेन करने के लिए पानी की निकासी करवाई जा रही है. प्रकृति की गोद में बसी दोनों झीलों का सौंदर्य अलौकिक है. पर्यटक झीलों को देखकर रोमांचक होते हैं. नवल सागर झील में तो अगले माह से ही बोटिंग शुरू हो जाएगी. इसके लिए नगर परिषद के सभापति ने 2 साल पहले पीपीपी मोड़ पर बोटिंग कराने के लिए कोटा की एक एजेंसी को ठेका दिया था. इस तरह जैतसागर झीले में बोटिंग के लिए वाइल्ड लाइफ को बोट खरीदनी हैं इसके लिए टेंडर होने हैं. उम्मीद है कि 1 अक्टूबर से जैतसागर झील और नवल सागर झील में बोटिंग शुरू हो जाएगी.

जैतसागर और नवल सागर झील में जल्द शुरू होगी बोटिंग.
पिछले दिनों पर्यटन विकास समिति की बैठक में जैतसागर झील की सफाई की बात सामने आई थी तो वाइल्ड लाइफ के अधिकारियों ने संसाधनों की कमी और बजट का अभाव मीटिंग में रखा था. ऐसे में नगर परिषद को परमिशन दी गई थी कि बोटिंग शुरू करने से पहले गंदगी को साफ करवा लें. ऐसे में जिला कलेक्टर ने सारा जिम्मा नगर परिषद को सौंपा और नवल सागर झील में भी बोटिंग से पहले सफाई करवाने के आदेश दिए. ताकि झील के पानी में बूंदी की ऐतिहासिक धरोहरों निहार हो सके.बता दें कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नगर परिषद ने 2 साल पहले कोटा की एक एजेंसी को नवल सागर झील में बोटिंग कराने के लिए ठेका दिया था, अलग-अलग तरह की बोट मंगवाई गई थी. इस दौरान देशी-विदेशी पर्यटक झील में बोटिंग का भरपूर आनंद ले सके इसके लिए यहां केंटीन भी खोली गई थी. लेकिन बरसात कम होने के चलते झील पुरी भर नहीं पाई तो बोटिंग बन्द हो गई थी. अब फिर से पानी आ जाने से बोटिंग शुरू हो जाएगी.जानकारी के अनुसार आज से करीब 13 साल पहले जैतसागर झील में बोटिंग करवाई गई थी. करीब 2 साल तक बोटिंग यहां पर चली और फिर बंद हो गई. दो-तीन साल पहले वन विभाग ने बोटिंग के लिए प्रस्ताव बनाकर जरूर भेजें, लेकिन प्रस्ताव में अधिकारियों द्वारा कोई ध्यान इस दौरान नहीं दिया गया तो कुछ हो नहीं सका.

ये भी पढ़ें: अजमेरः मामूली कहासुनी के चलते युवक की पीट-पीट कर हत्या

वहीं पर्यटन विकास समिति की बैठक में यह मुद्दा उठा तो वाइल्ड लाइफ के अधिकारियों को समिति द्वारा 10 लाख का बजट स्वीकृत किया गया. जिसमें बोटिंग से लेकर सफाई तक की बात है. ऐसे में अब दोनों झीलों में नगर परिषद को इस 1 माह के अंदर अंदर सफाई करवानी है. वहीं नवलसागर झील में तो निजी एजेंसी बोटिंग शुरू करवा रही है, तो जैतसागर झील में वन विभाग के अधिकारी अपने स्तर पर बोटिंग शुरू करवा रहे हैं. दोनों का एक ही मकसद है कि 1 अक्टूबर तक यह बोटिंग शुरू हो जाए जिससे बूंदी को एक नया कीर्तिमान मिल सके और दोनों झीलों का विकास हो सके साथ ही पर्यटन में चार चांद लग सके.

बूंदी. जिले की जैतसागर और नवल सागर झील में फिर से खुशियां लौटने वाली हैं. दोनों मनोहरी झीलों में बोटिंग शुरू करवाई जाएगी. अच्छी बरसात होने से दोनों झीले लबालब हैं. इनका लेवल मेंटेन करने के लिए पानी की निकासी करवाई जा रही है. प्रकृति की गोद में बसी दोनों झीलों का सौंदर्य अलौकिक है. पर्यटक झीलों को देखकर रोमांचक होते हैं. नवल सागर झील में तो अगले माह से ही बोटिंग शुरू हो जाएगी. इसके लिए नगर परिषद के सभापति ने 2 साल पहले पीपीपी मोड़ पर बोटिंग कराने के लिए कोटा की एक एजेंसी को ठेका दिया था. इस तरह जैतसागर झीले में बोटिंग के लिए वाइल्ड लाइफ को बोट खरीदनी हैं इसके लिए टेंडर होने हैं. उम्मीद है कि 1 अक्टूबर से जैतसागर झील और नवल सागर झील में बोटिंग शुरू हो जाएगी.

जैतसागर और नवल सागर झील में जल्द शुरू होगी बोटिंग.
पिछले दिनों पर्यटन विकास समिति की बैठक में जैतसागर झील की सफाई की बात सामने आई थी तो वाइल्ड लाइफ के अधिकारियों ने संसाधनों की कमी और बजट का अभाव मीटिंग में रखा था. ऐसे में नगर परिषद को परमिशन दी गई थी कि बोटिंग शुरू करने से पहले गंदगी को साफ करवा लें. ऐसे में जिला कलेक्टर ने सारा जिम्मा नगर परिषद को सौंपा और नवल सागर झील में भी बोटिंग से पहले सफाई करवाने के आदेश दिए. ताकि झील के पानी में बूंदी की ऐतिहासिक धरोहरों निहार हो सके.बता दें कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नगर परिषद ने 2 साल पहले कोटा की एक एजेंसी को नवल सागर झील में बोटिंग कराने के लिए ठेका दिया था, अलग-अलग तरह की बोट मंगवाई गई थी. इस दौरान देशी-विदेशी पर्यटक झील में बोटिंग का भरपूर आनंद ले सके इसके लिए यहां केंटीन भी खोली गई थी. लेकिन बरसात कम होने के चलते झील पुरी भर नहीं पाई तो बोटिंग बन्द हो गई थी. अब फिर से पानी आ जाने से बोटिंग शुरू हो जाएगी.जानकारी के अनुसार आज से करीब 13 साल पहले जैतसागर झील में बोटिंग करवाई गई थी. करीब 2 साल तक बोटिंग यहां पर चली और फिर बंद हो गई. दो-तीन साल पहले वन विभाग ने बोटिंग के लिए प्रस्ताव बनाकर जरूर भेजें, लेकिन प्रस्ताव में अधिकारियों द्वारा कोई ध्यान इस दौरान नहीं दिया गया तो कुछ हो नहीं सका.

ये भी पढ़ें: अजमेरः मामूली कहासुनी के चलते युवक की पीट-पीट कर हत्या

वहीं पर्यटन विकास समिति की बैठक में यह मुद्दा उठा तो वाइल्ड लाइफ के अधिकारियों को समिति द्वारा 10 लाख का बजट स्वीकृत किया गया. जिसमें बोटिंग से लेकर सफाई तक की बात है. ऐसे में अब दोनों झीलों में नगर परिषद को इस 1 माह के अंदर अंदर सफाई करवानी है. वहीं नवलसागर झील में तो निजी एजेंसी बोटिंग शुरू करवा रही है, तो जैतसागर झील में वन विभाग के अधिकारी अपने स्तर पर बोटिंग शुरू करवा रहे हैं. दोनों का एक ही मकसद है कि 1 अक्टूबर तक यह बोटिंग शुरू हो जाए जिससे बूंदी को एक नया कीर्तिमान मिल सके और दोनों झीलों का विकास हो सके साथ ही पर्यटन में चार चांद लग सके.

Intro:बूंदी के लिए अच्छी खबर यह आई है कि बूंदी शहर की दोनों झीलों में 1 माह के अंदर वोटिंग शुरू हो जाएगी। इसको लेकर ईटीवी भारत राजस्थान में भी कुछ दिनों पूर्व पर्यटन को लेकर रिपोर्ट प्रसारित की थी इसमें बताया था कि बारिश के बाद किस तरीके से दोनों झीले लबालब हो गई है और जनता नौकायन शुरू करवाने की मांग कर रही है । ऐसे में प्रशासन ने प्रस्ताव बनाया और 1 अक्टूबर को दोनों झीलों में वोटिंग कराना प्रस्तावित है ।



Body:बूंदी की जैतसागर और नवल सागर झील में फिर से खुशियां लौटने वाली है। दोनों मनोहरी झीलों में वोटिंग शुरू करवाई जाएगी । अच्छी बरसात होने से दोनों झीले लबालब है। इनका लेवल मेंटेन करने के लिए पानी की निकासी करवाई जा रही है। प्रकृति की गोद में बसी दोनों झीले का सौंदर्य अलौकिक है ।पर्यटन झीलोंको देखकर रोमांचक होते हैं । नवल सागर झील में तो अगले माह से ही वोटिंग शुरू हो जाएगी । इसके लिए नगर परिषद के सभापति ने 2 साल पहले पीपीपी मोड पर वोटिंग कराने के लिए कोटा की एक एजेंसी को ठेका दिया था। इस तरह जैतसागर झीले में वोटिंग के लिए वाइल्डलाइफ को वोट खरीदनी है इसके लिए टेंडर होने हैं । उम्मीद है कि 1 अक्टूबर से जैतसागर झील और नवल सागर झील में बोटिंग शुरू हो जाएगी। वोटिंग शुरू होने के बाद झीलों में साइटिंग के लिए एक अपना पूरा दिन भर के झील में बिता सकेंगे ।

पिछले दिनों पर्यटन विकास समिति की बैठक में जैतसागर झील की सफाई की बात सामने आई थी तो वाइल्डलाइफ के अधिकारियों ने संसाधनों की कमी और बजट का अभाव मीटिंग में रखा था । ऐसे में नगर परिषद को परमिशन दी गई थी कि वोटिंग शुरू करने से पहले गंदगी को साफ करवा लें। ऐसे में जिला कलेक्टर ने सारा जिम्मा नगर परिषद को सौंपा और नवल सागर झील में भी वोटिंग से पहले सफाई करवाने के आदेश दिए। ताकि झील के पानी में बूंदी की ऐतिहासिक धरोहरों निहार हो सके।

आपको बता दें कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नगर परिषद ने 2 साल पहले कोटा की एक एजेंसी को नवल सागर झील में वोटिंग कराने के लिए ठेका दिया था और अलग-अलग तरह की बोट मंगवाई गई थी। इस दौरान देसी विदेशी झील में वोटिंग का भरपूर आनंद लिया। यहां केंटीन भी खोली गई थी। लेकिन बरसात कम होने के चलते झील पुरी भर नहीं पाई तो बोटिंग बन्द हुई अब लेकिन फिर से पानी आ जाने से बोटिंग शुरू हो जाएगी ।




Conclusion:जानकारी के अनुसार आज से करीब 13 साल पहले जैतसागर झील में वोटिंग करवाई गई थी। करीब 2 साल तक वोटिंग यहां पर चली और फिर बंद हो गई । दो-तीन साल पहले वन विभाग ने वोटिंग के लिए प्रस्ताव बनाकर जरूर भेजें। लेकिन प्रस्ताव में अधिकारी द्वारा कोई ध्यान इस दौरान नहीं दिया गया तो कुछ हो नहीं सका।

वहीं पर्यटन विकास समिति की बैठक में यह मुद्दा उठा तो वाइल्डलाइफ के अधिकारियों को समिति द्वारा 10 लाख का बजट स्वीकृत किया गया । जिसमें वोटिंग से लेकर सफाई तक की बात है । ऐसे में अब दोनों झीलों में नगर परिषद को इस 1 माह के अंदर अंदर सफाई करवानी है । वही नवलसागर झील में तो निजी एजेंसी वोटिंग शुरू करवा रही है तो जैतसागर झील में वन विभाग के अधिकारी अपने स्तर पर वोटिंग शुरू करवा रहे हैं। दोनों का एक ही मकसद है कि 1 अक्टूबर तक यह वोटिंग शुरू हो जाए जिससे बूंदी को एक नया कीर्तिमान मिल सके और दोनों झीलों का विकास हो सके और पर्यटन को चार चांद लग सके ।

सलीम अली ,
बाईट- नीरज जैन , रेंजर वन विभाग ,बूंदी
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