बूंदी. कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से सभी वर्गों को परेशानी का सामना करना पड़ा है. लॉकडाउन के चलते दिनचर्या में काफी परेशानी लोगों को हुई है. ऐसे में बूंदी ब्लड बैंक भी कोरोना वायरस अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हो रहा है. रोजमर्रा होने वाले ब्लड डोनेशन रुक जाने के कारण बूंदी ब्लड बैंक में 25 से 60 यूनिट ही ब्लड रह गया है. इस ब्लड बैंक की पूरी क्षमता 1200 यूनिट से अधिक है. लेकिन कोरोना वायरस काल के चलते कोई भी यहां पर ब्लड डोनेशन करने नहीं आ रहा. जिसके चलते लगातार ब्लड बैंक में ब्लड की संख्या का ग्राफ गिरता जा रहा है.
क्या कहते हैं आंकड़े:
- बैंक की क्षमता 1200 यूनिट से अधिक
- 25 से 60 यूनिट ही ब्लड शेष
- 20 से 25 मरीजों को हर दिन ब्लड की जरूरत
- 50 से नीचे पहुंचा ग्राफ
- लॉकडाउन की वजह से नहीं पहुंच रहे डोनर
- डोनेशन कैंप वालों से भी नहीं मिल पा रहा ब्लड
यह भी पढ़ें- SPECIAL: इसलिए अब तक राजसमंद को नहीं छू पाया Corona Virus
अचानक आई ब्लड की कमी के चलते बूंदी चिकित्सा प्रशासन के भी हाथ-पैर फूल गए हैं, क्योंकि अस्पताल में रोज 20 से 25 मरीज ब्लड लेने के लिए अस्पताल में पहुंचते हैं. कुछ मरीजों को प्रशासन द्वारा चैरिटी भी की जाती है. लेकिन ब्लड बैंक में कमी आई, तो प्रशासन कैसे उन मरीजों को ब्लड दिया जाए और कैसे चैरिटी करें. यह सवाल प्रशासन के सामने खड़ा हो गया और बूंदी ब्लड बैंक सूखने की कगार पर पहुंच गया है.
ब्लड की सबसे ज्यादा आवश्यकता इन्हें होती है:
- गर्भवती महिलाओं को
- थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों को
- एक्सीडेंट में घायल लोगों को
- कैंसर पीड़ितों को
लोग कोरोना वायरस के चलते घरों में कैद हो गए हैं और स्वैच्छिक रक्तदान करने के लिए नहीं पहुंच रहे हैं और कुछ लोगों को तो संक्रमण होने का भी खतरा सता रहा है. यही कारण रहा कि लोग बूंदी ब्लड बैंक से दूर होते चले गए और ब्लड बैंक में कमी सामने आई.
ईटीवी भारत पर की ये अपील:
ईटीवी भारत की पहल पर कुछ लोग बूंदी ब्लड बैंक परिसर में पहुंचे. जहां उन्होंने ब्लड देना शुरू किया और ईटीवी भारत के माध्यम से कहा कि बूंदी में कोई भी कोरोना वायरस का पॉजिटिव मरीज सामने नहीं आया है. जिसके चलते किसी को घबराने की आवश्यकता नहीं है, ना ही संक्रमण फैलेगा.
यह भी पढ़ें- स्पेशल: 'काले सोने' की रखवाली कर रहा किसान, पहले मौसम और अब कोरोना की मार
10 व्यक्ति हर दिन करे रक्तदान तो पूरी हो सकती है कमी:
यहां आए सभी लोगों ने अपील की है कि युवा सामने आए और स्वैच्छिक रक्तदान करें, ताकि बूंदी ब्लड बैंक में रक्त की कमी ना रहे. ईटीवी के आह्वान पर कुछ लोग सामने आए जिसके चलते ब्लड बैंक में संख्या और बढ़ गई है. ब्लड बैंक के सूत्रों की मानें तो रोज अगर 10 व्यक्ति भी बूंदी ब्लड बैंक में रक्तदान करते हैं, तो ब्लड बैंक में रक्त की कमी नहीं आएगी. लेकिन सवाल यह है कि सबसे कम रक्त इन दिनों रह गया है और 50 से नीचे का ग्राफ बूंदी ब्लड बैंक का चला गया है.
ईटीवी भारत बूंदी वासियों से अपील करता है कि वह अपने घर से निकले और ब्लड बैंक पहुंचकर स्वैच्छिक रक्तदान करें, ताकि हम धन से तो नहीं किसी को रक्त देकर मरीज की जान बचा सकते हैं. बूंदी ब्लड बैंक में रक्त की कमी को पूरा कर किसी का जीवन बचा सकते हैं.